शनिवार, 12 सितंबर 2020

जोजिला सुरंग के निर्माण में तेजी लाने के लिए आगे बढ़ी सरकार

अब कश्मीर-लद्दाख हाइवे पर नई कंपनी बनाएगी जोजिला पास सुरंग

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

केंद्र सरकार की 4509.50 करोड़ की लागत वाली अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना जोजिला सुरंग के निर्माण कार्य का तेजी से चलाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। भारत के हिमालय पर्वत क्षेत्र में जम्मू कश्मीर से लद्दाख तक के मार्ग को जोड़ने वाली जोजिला पास सुरंग का काम अब मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग एवं औद्योगिक विकास कॉर्पोरेशन ने यहां नई दिल्ली में शुक्रवार को जोजिला पास सुरंग बनाने का टेंडर हैदराबाद की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग को दिया है, जिसने एल-1 में सबसे कम दर कोट की थी। जम्मू कश्मीर से कारगिल होते हुए लेह तक की करीब 33 किलोमीटर की यह परियोजना को 2 भाग में बांटा गया हैजिसमें पहले 18.50 किलोमीटर की रोड का निर्माण होगा। परियोजना के दूसरे चरण में करीब 14.15 किलोमीटर का जोजिला पास में सुरंग बनेगी जिसमे 9.5 मीटर चौड़ी और 7.57 मीटर ऊंची 2 लेन की रोड मेघा इंजीनियरिंग द्वारा बनाई जाएगी। सर्दी के मौसम में बर्फबारी के कारण श्रीनगर से लद्दाख तक का हाईवे 4-6 महीने तक के लिए अधिकतर बंद हो जाता है जिससे आवागमन में बहुत परेशानी होती हैभारत की सेना की भी गाड़ी के आवागमन में परेशानी होती है जिसको देखते हुए भारत सरकार ने जोजिला पास में सुरंग बनाने का प्रस्ताव पारित किया। प्रस्तावित रोड सोनमर्ग से कारगिल होते हुए लेह को जोड़ेगी। इस परियोजना में विपरीत मौसमपहाड़नदी और ऊंची चोटियों के कारण बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। यह सुरंग ज़मीन से करीब 700 मीटर अंदर बनाई जाएगी। मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर सी एच सुबैया ने बताया कि जोजिला पास सुरंग में 2 लेन की रोड बनाई जाएगी जिसमें 2 तरफ से ट्रैफिक चलेगाजिसे सिंगल ट्यूब टनल कहते हैं। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 72 महीने लगेंगे। जोजिला सुरंग बनने के बाद अमरनाथ यात्रियों के लिए भी सुविधा बढ़ेगी। गौरतलब है कि 30 जुलाई 2020 को कंपनियों द्वारा इस सुरंग को बनाने के लिए टेंडर भरा था जिसमे सबसे कम दर में मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी ने टेंडर भरा था जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग एवं औद्योगिक विकास कॉर्पोरेशन द्वारा 21 अगस्त शुक्रवार को इस प्रोजेक्ट का कार्य मेघा कंपनी को सौंपा गया। 

22Aug-2020

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