गुरुवार, 24 सितंबर 2020

आज दिल्ली पहुंचेगी दक्षिण भारत की पहली ‘किसान रेल’

बुधवार को 332 टन सामान के लदान के साथ आंध्रप्रदेश के अनंतपुर से हुई थी रवाना

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

केंद्र सरकार द्वारा आम बजट में किसानों के कृषि उत्पादों के लिए परिवहन मुहैया कराने के लिए किसान रेल चलाने का ऐलान किया गया था, उसी के आधार पर तीसरी किसान रेल के रूप में एक दिन पहले आंध्रप्रदेश के अनंतपुर से रवाना हुई ‘किसान रेल’ कल शुक्रवार को दिल्ली के आदर्शनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। इस रेलगाड़ी में टमाटर,केले,नारंगी,पपीता तरबूज और आम की खेप के रूप में 332 टन सामान का लदान हुआ है।

रेल मंत्रालय के अनुसार यह दक्षिण भारत की पहली किसान रेल है। बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अनंतपुर से नई दिल्ली के बीच चलने वाली किसान रेल को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगडी तथा आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने रवाना किया था इस किसान रेलगाडी में 14 पार्सल डिब्बे हैं, जिनमें से चार नागपुर के लिए और दस आदर्शनगर दिलली के लिए हैं, इनमें 332 टन माल लदा है, जिनमें

टमाटर,केले,नारंगी,पपीता तरबूज और आम की खेप भेजी गई है। आदर्शनगर दिल्ली के निकट ही दिल्ली की सबसे बड़ी आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी है, जहां फल और सब्जियां पहुंचेगी। यह रेलगाड़ी अनंतपुर से नई दिल्ली के बीच 2150 किलोमीटर का सफर करीब 40 घंटे में पूरा करके शुक्रवार दोपहर बाद तक दिल्ली के आदर्शनगर स्टेशन पर पहुंचने की संभावना है।

दक्षिण से उत्तर भारत आएगी फल-सब्जियां

मंत्रालय के अनुसार आंध्र प्रदेश में अनंतपुर जिला क्षेत्र फल और सब्जियों के उत्पादन का बड़ा केंद्र माना जाता है,जहां उत्पादित 58 लाख मीट्रिक टन फलों और सब्जियों का 80 प्रतिशत से अधिक राज्य से बाहर खासकर उत्तर भारत के दिल्ली, यूपी, पंजाब और हरियाणा में अभी तक ये उत्पाद सड़क मार्ग से आते रहे हैं, जिससे इनके खराब होने की संभावना बनी रहती है। यही कारण है कि किसानों और उत्पादकों को इन उपज का दाम स्वत: ही कम हो जाता है। इसलिए भारतीय रेलवे ने एक सुरक्षित, विश्वसनीय और तेज परिवहन मुहैया कराने के लिए किसान रेल चलाने की योजना को अंजाम दिया है। इससे समय और परिवहन खर्च में कमी आने से किसानों व उत्पादकों को अधिक आमदनी हो सकेगी।

11Sep-2020


 

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