सोमवार, 30 सितंबर 2019

हरियाणा: भाजपा ने दो मंत्रियों समेत सात विधायकों के काटे टिकट


38 मौजूदा विधायकों को फिर दिए टिकट    
भाजपा में शामिल तीनों खिलाडियों को टिकट, हारे हुए उम्मीदवारों पर नहीं लगाया दांव
घोषित 78 प्रत्याशियों में नौ महिलाओं को थमाया टिकट 
.पी. पाल. नई दिल्ली। 
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 90 में से जारी 78 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है, जिसमें भाजपा में शामिल हुए ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और महिला पहलवान बबीता फोगाट के साथ हॉकी के पूर्व कप्तान सरदार संदीप सिंह को भी प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने पिछले चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों पर दांव नहीं खेला, बल्कि दो मंत्रियों समेत सात मौजूदा विधायकों के भी टिकट काट दिये हैं, वहीं भाजपा ने महिलाओं को तरजीह देते हुए नौ महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है।
आगामी 21 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा की ओर से जारी 78 प्रत्याशियों की पहली सूची का विश्लेषण किया जाए तो पार्टी ने फरीदाबाद से विधायक विपुल गोयल और बादशाहपुर के विधायक राव रनवीर सिंह, जो मनोहर कैबिनेट के सदस्य भी हैं के टिकट काट दिये हैं। इनके अलावा पांच और मौजूदा विधायकों में मुलाना के राजवीर बराडा, अटेली के सीताराम यादव, पटौदी से बिमला चौधरी, सोहना से तेजपाल पंवार, इन्द्री के विधायक रामकुमार कश्यप को भी इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया है। भाजपा ने इन सात मौजूदा विधायकों के अलावा उन 32 उम्मीदवारों को भी इस बार टिकट नहीं दिया, जो पिछले 2014 के चुनाव में पराजित हो गये थे।
इन खेला फिर दांव
भाजपा ने इनके अलावा पिछले 2014 के चुनाव में लोहारू में इनेलो से हारे जेपी दलाल, कलानौर सीट पर कांग्रेस से हारे रामवतार वाल्मिकी, बेरी में कांग्रेस से पराजित विक्रम कादियान, ऐलनाबाद में हजकां से हारे पवन बेनीवाल, नरवाना में इनेलो से हारी संतोष दनोदा, संभालका से निर्दलीय से हारे शशिकांत कौशिक, बरवाला से इनेलो से हारे सुरेन्द्र पूनिया और तिगांव में कांग्रेस से हारे राजेश नागर पर एक बार फिर से दांव खेला है।
इन सीटो पर खिलाड़ियो का सहरा
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पिछले दिनों भाजपा में शामिल हुई खेल जगत की तीनों हस्तियों में पहलवान योगेश्वर दत्त को बडौदा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि हॉकी के पूर्व कप्तान सरदार संदीप सिंह को पेहोवा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है। महिला पहलवान बबीता फोगाट को भिवानी जिले की दादरी सीट से टिकट देकर पिछले चुनाव में गंवाई गई सीटों पर कब्जा करने के लिए दांव खेला गया है। इसके अलावा पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल के कलावाली सीट से एक मात्र विधायक को भाजपा बलकार सिंह को उसी सीट प्रत्याशी बनाया है, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे।  
इन महिलाओं को बनाया उम्मीदवार
भाजपा ने कालका से लीतिका शर्मा, कलायत से कमलेश ढांडा, सोनीपत से कविता जैन, उचाना कलां से प्रेम लता, नरवाना से संतोष दानोदा, उकलाना से आशा खेदार, दादरी से बबीता फोगाट, पुन्हेना से नौक्शाम चौधरी व बडखल से सीमा त्रिखा को प्रत्याशी बनाया है।           
01Oct-2019

करोड़पतियों से सराबोर है हरियाणा विधानसभा!

01Oct-2019

छह माह में तैयार हो जाएगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे


तीसरे चरण में डासना-हापुड़ खंड पर आवागमन शुरू
हाइवे में प्‍लास्टिक कचरे के इस्‍तेमाल की शुरूआत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
दिल्ली से मेरठ का सफर अगले छह माह बाद बेहद आसान हो जाएगा। इसके लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना की तीसरे चरण के पूरे हुए डासना-हापुड़ खंड पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा उद्घाटन के बाद आवागमन शुरू हो गया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पिलखुआ में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (पैकेज-3) के डासना-हापुड़ खंड का उद्घाटन करने के बाद कहा कि दिल्ली-मेरठ राजमार्ग क्षेत्र में समृद्धि लाएगा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से भीड़-भाड़ कम करने में मदद करेगा। इसके बन जाने से यात्रा समय में 1 घंटे से अधिक की कमी आएगी और प्रदूषण स्तर में महत्वपूर्ण कमी लाएगा। उन्होंने कहा कि राजमार्ग और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का सीधा संबंध किसी क्षेत्र के विकास से है। गडकरी ने घोषणा की कि इस सड़क (पैकेज 2) का गाजीपुर-डासना खंड को अगले तीन महीनों में पूरा कर लिया जाएगा और पूरा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे छह महीने के भीतर तैयार हो जाएगा। 82 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिल्ली को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ से जोड़ता है। परियोजना पर 8,346 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। गाजियाबाद में डासना से हापुड़ तक तीसरा पैकेज 22 किलोमीटर से अधिक लंबा है। इसकी लागत 1058 करोड़ रुपये है। इस 6-लेन के खंड में दोनों तरफ 2+2 लेन की सर्विस रोड हैं, और पिलखुआ में 4.68 किलोमीटर लंबा 6-लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर है। इसमें सात नए पुल, हापुड़ बाईपास पर एक फ्लाईओवर, 11 वाहन अंडरपास, दो पैदल अंडरपास, दो फुट ओवरब्रिज, छह प्रमुख जंक्शन और 105 छोटे जंक्शन हैं। इस अवसर पर सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री (सेवानिवृत्त) वी के सिंह, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव चंद्र मौर्य, लोकसभा सदस्य राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल और कई विधायक उपस्थित थे।
चार चरणों में पूरा होगा काम
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना चार पैकेजों में कार्यान्वित की जा रही है जिसमें दिल्ली में सराय काले खां से गाजीपुर सीमा तक 8.72 किलोमीटर लंबा 6-लेन का एक्सप्रेसवे / 8-लेन एनएच 24, पहले ही जून 2018 में पूरा हो चुका है। जबकि 19.28 किमी लंबा 6-लेन का एक्सप्रेसवे/ 8-लेन एनएच 24, उत्तर प्रदेश में गाजीपुर बॉर्डर से डासना तक जल्द पूरा होगा। इसी प्रकार 22.23 किमी लंबा 6-लेन एनएच 24, 2+2 लेन सर्विस सड़कों के साथ उत्तर प्रदेश के डासना से हापुड़ तक के अलावा  हापुड़ से मेरठ तक 31.78 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड 6-लेन एक्सप्रेस-वे तैयार किया गया है
प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल
नितिन गडकरी ने दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में प्लास्टिक कचरे के उपयोग का भी शुभारंभ किया। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय राजमार्ग निर्माण में प्लास्टिक कचरे के उपयोग को प्रोत्साहित कर रहा है, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों के 50 किलोमीटर की परिधि में राष्ट्रीय राजमार्गों पर जिनकी आबादी 5 लाख या उससे अधिक है। धौला कुआँ के पास हाल ही में एनएच-48 पर बेकार प्लास्टिक का उपयोग करके सड़क का एक हिस्सा बनाया गया है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और गुरुग्राम-सोहना रोड पर प्लास्टिक कचरे का उपयोग करके निर्माण की योजना बनाई गई है।प्लास्टिक कचरे का उपयोग पहले ही तमिलनाडु और केरल राज्यों में प्रमुखता के आधार पर किया जा चुका है। 4 लेन के राजमार्ग के 1 किलोमीटर के निर्माण में लगभग 7 टन प्लास्टिक कचरे का निपटान करने में मदद मिल सकती है। भारत में प्रयोगशाला के साथ-साथ क्षेत्र में किए गए अध्ययन से सड़क निर्माण के लिए बिटुमिनस मिश्रण में प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल के अनेक लाभों की पहचान की गई है, इसमें उच्च प्रतिरोध क्षमता है अधिक समय तक टिकाऊ है और स्थायित्व में सुधार लाता है। यह मिश्रण में बिटुमन की खपत कम कर देता है। बेकार प्लास्टिक को जोड़ने से प्लास्टिक के कूड़े के ढेर पर अंकुश लगाने के अलावा आने वाले वर्षों में प्लास्टिक कचरे के निपटान में मदद मिलेगी।

01Oct-2019

भाजपा के 54 प्रत्याशियों पर पीए मोदी की मुहर


आज जारी हो सकती है प्रत्याशियों की पहली सूची
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मादी की मौजूदगी में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की ब्नैठक में रविवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है। इनमें 54 प्रत्याशियों को पीएम मोदी ने अंतिम मुहर लगा दी है, लेकिन समाचार लखिे जाने तक भाजपा ने अभी इनकी घोषणा नहीं की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पहले चरण के लिए 54 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग गई। इनकी घोषणा कभी भी हो सकती है। शेष बची सीटों के लिए भी समिति कोई बैठक नहीं करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को शेष सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार कुछ सीटों पर पेच फंसा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसका समाधान निकालते हुए जल्द शाह को रिपोर्ट देंगे, जिसके बाद प्रत्याशियों की सूची जारी हो जाएगी। रविवार शाम पांच बजे से रात्रि आठ बजे तक भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी तय करने को लेकर केंद्रीय चुनाव समिति की प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। पहले हरियाणा पर चर्चा हुई, उसके बाद महाराष्ट्र पर। संभावना है कि देर रात तक हरियाणा के प्रत्याशियों की सूची जारी हो जाए।
बैठक से निकलने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल सीधे हरियाणा भवन पहुंचे। वहां उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर को तलब किया। गुर्जर अपने दिल्ली स्थित निवास 8 तुगलक लेन से सीएम का संदेश मिलते ही करीब दस मिनट में हरियाणा भवन पहुंच गए, जबकि राव इंद्रजीत नहीं पहुंचे। गुर्जर व सीएम के बीच एकांत में चर्चा होती रही। बताया जा रहा है कि सीएम ने गुर्जर के साथ घंटे भर विस्तृत चर्चा की। सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री की तरफ से गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र की सभी नौ विधानसभा सीटों पर महत्व देने का आश्वासन दिया गया है।
कुछ सीटों पर उलझन में भाजपा
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री के साथ बैठक से पहले पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन, चुनाव प्रभारी नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बीच करीब दो घंटे तक चर्चा हुई। इस बैठक में भी केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों के परिजनों को टिकट दिए जाने के मुद्दे पर चर्चा हुई। हालांकि अमित शाह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों के परिजनों को टिकट भले न दिए जाएं, लेकिन उनके लोकसभा क्षेत्र में टिकट वितरण में उनकी राय को महत्व दिया जाए। यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक खत्म होते ही सबसे पहले कृष्णपाल गुर्जर को हरियाणा भवन बुलाया। राव इंद्रजीत के कड़े तेवरों से सीएम व अन्य वरिष्ठ नेता खासे नाराज हैं।
30Sep-2019

केंद्र सरकार ने निकाला प्लास्टिक की बोतलों का तोड़

29Sep-2019

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29Sep-2019

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27Sep-


2019

हरियाणा विधानसभा चुनाव: भाजपा का प्रत्याशियों को लेकर मंथन

26Sep-2019

आधुनिक डिजाइन से खादी का बाजार मजबूत करने की कवायद


सरकार का राष्ट्रीय डिजाइन व उत्पाद विकास केन्द्रों की स्थापना का प्रस्ताव    
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार खादी के डिजाइन को आधुनिक बनाकर उसके विश्व बाजार को मजबूत करने की कवायद में जुट गई है। मसलन भारतीय खादी उद्योग की चमक दुनियाभर में बढ़ाने के मकसद से सरकार ने देशभर में राष्ट्रीय डिजाइन उत्पाद विकास केंद्रों को स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नितिन गडकरी ने इस मंत्रालय के अंतर्गत खादी और ग्रामद्योग आयोग (केवीआईसी) के देश में राष्ट्रीय डिजाइन और उत्पाद विकास केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव पर विचार विमर्श करने के लिए बुधवार को मंत्रालय के अधिकारियों और देश के मशहूर फैशन डिजाइनरों की बैठक की। इस बैठक में एमएसएमई सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा, वस्त्र सचिव रवि कपूर, खादी और ग्रामद्योग आयोग के अध्यक्ष वी.के. सक्सेना, जानी-मानी डिजाइनर सुश्री ऋतु बेरी, रोहित बल, जे.जे. वलाया, राघवेन्द्र राठौर तथा एमएसएमई और वस्त्र मंत्रालय, केवीआईसी, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी), राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान (एनआईएफटी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस मौके पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए गडकरी ने कहा कि खादी के उत्पाद और बिक्री को अधिक से अधिक बढ़ाने और इसे वैश्विक ब्रांड बनाने के लिए डिजाइन को परम्परा से समझौता किए बिना आधुनिक  बनाने की जरूरत है। उत्पाद डिजाइन को उपभोक्ताओं की पंसद और मांग से जोड़ा जाना चाहिए और इसमें स्थानीय, क्षेत्रीय वरीयताओं और मौसम की आवश्यकताओँ को ध्यान में रखा जाना चाहिए। प्रस्तावित डिजाइन घर खादी संस्थानों को बाजार की मांग के अनुसार उत्पाद विकसित करने में मदद करेंगे। डिजाइन घर की प्राथमिक भूमिका नवीनतम डिजाइन की पहचान करना, उपभोक्ताओं की आवश्कता के अनुसार उसको अपनाना और उत्पादन के लिए विभिन्न तरह की जांच और समीक्षा करना होगा। डिजाइन घर खादी को उपभोक्ताओं का विश्वास प्राप्त करने में मददगार होंगे। खादी और ग्राम उद्योग आयोग का प्रस्ताव पूर्वोत्तर क्षेत्र में डिजाइन केन्द्र स्थापित करने के अलावा देश के पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिण भागों में एक-एक केन्द्र स्थापित करने का है।
जल्द आएगी खादी नीति
मंत्रालय के अनुसार सरकार खादी को नीतिगत तरीके से बढ़ावा देने के लिए अगले तीन महीने के अंदर खादी नीति लेकर आएगी। अब तक सिर्फ कुर्ते-पायजामे या बुजुर्गों के पहनावे तक सीमित खादी को ग्लोबल ब्रांड बनाने के मकसद से बनाई जा रही नीति का रोडमैप तैयार किया जाएगा। इसमें तय किया जाएगा कि कैसे खादी उद्योग के सालाना टर्नओवर को कई गुना तक बढ़ाया जाए। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खादी उद्योग का मौजूदा सालाना टर्नओवर 2600 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये तक अगले 5 साल में पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। सरकार खादी के कपड़ों को डिजाइनर लुक देकर इसे हर उम्र वर्ग के लिए बनाना चाहती है। वहीं शॉपिंग मॉल, एयरपोर्ट पर, रेलवे स्टेशन, इंटरनेशनल ब्रांड्स के साथ टाईइप इसकी जबरदस्त मार्केटिंग भी करना चाहती है।
26Sep-2019