सोमवार, 30 सितंबर 2019

जल संरक्षण को लेकर मंथन को आज जुटेंगे कई देश

राष्‍ट्रीय जल संग्रहालय पर होगी अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यशाला
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली। 
देश में घटते जल संसाधनों और जल संरक्षण की आवश्‍यकता, और जल संसाधनों के निरंतर और न्‍यायसंगत इस्‍तेमाल के बारे में आम जनता को व्‍यापक रूप से जागरूक करने की दिशा में राष्‍ट्रीय जल संग्रहालय विकसित करने की पहल पर कल गुरुवार को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू होगी।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार जल संसाधन विभाग, आरडी और जीआर नई दिल्‍ली स्थित केन्‍द्रीय जल आयोग के ऑडिटोरियम में 19-20 सितम्‍बर को अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। इस कार्यशाला का उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता जल संसाधन विभाग, आरडी और जीआर में सचिव यू.पी. सिंह करेंगे। जबकि अगले दिन 20 सितम्‍बर को जल शक्ति मंत्रालय में राज्‍य मंत्री रतन लाल कटारिया कार्याशाला की अध्‍यक्षता करेंगे। मंत्रालय के अनुसार इस कार्यशाला में जल संग्रहालय विकसित करने में योगदान देने वाले भारत और विदेश के जाने-माने विशेषज्ञ जैसे वरिष्‍ठ सरकारी और नगर नियोजन अधिकारी, शिक्षाविद्, इंजीनियर और परामर्शदाता और जल शक्ति मंत्रालय के तहत विभिन्‍न विभागों के प्रतिनिधि कार्यशाला में हिस्‍सा ले रहे हैं। विश्‍व में इस तरह की पहल करने वाले एक प्रमुख संगठन ग्‍लोबल नेटवर्क ऑफ वाटर म्‍यूजियम के कार्यकारी निदेशक और सह संस्‍थापक श्री एरी‍बर्टो यूलिस, लिविंग वाटर म्‍यूजियम, अहमदाबाद, की प्रमुख अध्‍यक्ष सुश्री सारा अहमद, प्राकृतिक विज्ञान, यूनेस्‍को के अनुभाग प्रमुख और कार्यक्रम विशेषज्ञ गायब्रुके, एक्‍शन एड बांग्‍लादेश के श्री शमशेर अली और सुश्री सईदा तहमीना फरदौस, जल संरचना के इतिहास के क्षेत्र में नामचीन सुश्री जुट्टा जेन न्‍यूबौर, उनके ऐतिहासिक आवास, सामाजिक-राजनीतिक और सौंदर्यवादी स्‍थल चयन और उनकी स्‍वदेशी हाइड्रो-तकनीकी महारत और ऐसे कई प्रतिष्ठित व्यक्ति कार्यशाला के दौरान प्रस्तुतियां देंगे। कार्यशाला से प्राप्‍त नतीजे प्रस्‍तावित राष्‍ट्रीय जल संग्रहालय स्‍थापित करने के लिए एक ब्‍लूप्रिंट होंगे। 
19Sep-2019

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