मंगलवार, 30 अप्रैल 2019

लोकसभा चुनाव:भाजपा के पास मौके तो हैं, पर चुनौती भी कम नहीं

पहले चार चरण के चुनाव का विश्लेषण
 -24 राज्यों में पूरा हुआ चुनाव, आठ राज्यों में बचा 135 सीटों का चुनाव  
-अगले तीन चरणों में मतदान के लिए बची 170 सीटें, 373 पर संपन्न चुनाव
-पांच राज्यों की 35 सीटों पर अंतिम दो चरणों में होगा मतदान    
.पी. पाल. नई दिल्ली। 
लोकसभा की 543 में से अभी तक चार चरणों के हुए चुनाव में 373 सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है, इनमें भाजपा के कब्जे वाली 166 सीटें थी। अब अगले तीन चरणों में होने वाले 170 सीटों के लिए चुनाव में भाजपा को पिछले चुनाव में जीती गई 116 सीटे भी शामिल हैं। 116 सीटों को अगर माइल-स्टोन माना जाए तो भाजपा के लिए जहां और बेहतर प्रदर्शन करने का मौका है, वहीं 116 के जीत के आंकड़े को बचाने की चुनौती भी रहेगी।
सत्रहवीं लोकसभा की 543 सीटों के लिए हो रहे सात चरणों में चुनाव के पहले चार चरणों में 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 373 सीटों यानि 68.69 फीसदी सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है। जबकि चरणबद्ध मतदान के बाद आठ राज्यों में बाकी चरणों में 135 सीटों पर चुनाव होना शेष है। वहीं पांच राज्य ऐसे हैं जिनकी 35 सीटों में अभी तक मतदान नहीं हुआ, जिनके लिए अंतिम दो चरणों में वोट डाले जाएंगें। चार चरणों के चुनाव के बाद बाकी तीन चरणों में जिन आठ राज्यों की बाकी 135 सीटो पर मतदान होना है, उनमें उत्तर प्रदेश की 80 में 41, राजस्थान की 25 में 12, मध्य प्रदेश की की 29 में 23, बिहार की 40 में 21, झारखंड की 14 में 11, जम्मू-कश्मीर की छह में दो और पश्चिम बंगाल की 42 में 24 लोकसभा सीटें शामिल हैं।
तमिलनाडु की एक सीट के चुनाव का फैसला बाकी
लोकसभा चुनाव के पहले चार चरणों में जिन 24 राज्यों की 272 सीटों में से 271 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है। जबकि तमिलनाडु की एक लोकसभा सीट वेल्लोर पर रद्द कर दिया गया था, जिसके लिए चुनाव कराने की तिथि आयोग द्वारा अभी घोषित की जानी है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु (एक सीट छोडकर), केरल, असम, उत्तराखंड जैसे राज्यों के साथ एक या दो सीटों वाले केंद्र शासित प्रदेशों में सभी सीटों पर चुनाव कराए जा चुके हैं। राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में पांचवें चरण में ही मतदान संपन्न हो जाएंगे, जबकि बाकी राज्यों में छठे और सातवें चरण में मतदान के बाद 23 मई को नतीजों का इंतजार रहेगा।   
इन पांच राज्यों में नहीं पड़ा वोट
जिन पांच राज्यों की 35 सीटों पर अभी तक मतदान नहीं हुआ है, उनमें हरियाणा की दस और दिल्ली की सात सीटों के लिए छठे चरण में 12 मई को चुनाव कराया जाएगा। जबकि हिमाचल प्रदेश की चार, पंजाब की 13 और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक सीट पर सातवें और अंतिम चरण में मतदान होना है।
ईवीएम में कैद हुआ 5 हजार 478 प्रत्याशियों का फैसला
पहले चार चरणों में लोकसभा की 373 सीटो के लिए चुनावी जंग में उतरे 5478 प्रत्याशियों के सियासी भविष्य का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। इनमें राष्ट्रीय दलों के 961, क्षेत्रीय दलों के 359, गैरमान्यता प्राप्त पंजीकृत दलों के 1601 प्रत्याशी शामिल हैं। जबकि इन चार चरणों में इन सीटों पर सर्वाधिक 2 हजार 557 प्रत्याशियों ने निर्दलीय रूप से चुनावी जंग में हिस्सेदारी की है।
भाजपा के लिए अहम होगा चुनाव
सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव में 282 सीटे लेकर भाजपा ने लोकसभा में बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। इन सीटों में से अभी तक चार चरणों के चुनाव में 166 सीटों के साथ भाजपा ने 288 प्रत्याशियों पर दांव लगाया, ताकि इस संख्या में इजाफा किया जा सके। भाजपा की कब्जे वाली बाकी 116 सीटों पर अगले तीन चरणों में चुनाव होना है, जहां भाजपा के लिए अपनी इन सीटों को बरकरार रखने की चुनौती है, वहीं इनकी संख्या बढ़ाने के लिए भी बेहतर मौके की रणनीति से चुनाव मैदान में है।