लोकसभा
चुनाव-पहला चरण- 20 राज्यों की 91 सीटों पर 1279 प्रत्याशी
भाजपा से
ज्यादा कांग्रेस ने जताया अपराधियों व करोड़पतियों पर भरोसा
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।

देश में
सत्रहवीं लोकसभा के लिए होने वाले सात चरणों के चुनाव में पहले चरण के लिए 11
अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए 1279 में से 1266 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों के
आधार पर चुनाव सुधार के लिए कार्य कर रही गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर
डेमोक्रेटिक रिफार्म्स यानि एडीआर द्वारा विश्लेषण किया गया है, जिसकी विश्लेषण
रिपोर्ट में हुए खुलासे की बात करें तो 213 दागियों में 146 प्रत्याशियों के खिलाफ
हत्या, अपहरण, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास, बलात्कार जैसे संगीन मामले लंबित हैं।
पहले चरण के चुनावों के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों में 91 सीटों में सर्वाधिक 83-83
सीटों पर भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें कांग्रेस ने 35
ऐसे प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतरा है, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित
हैं। इनमें 22 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या, अपहरण, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास,
बलात्कार जैसे संगीन मामले सामने आए हैं। जबकि भाजपा ने 30 दागियों पर दांव लगाया
है, जिसमें 16 प्रत्याशियों के खिलाफ संगीन अपराध के मामले विचाराधीन हैं। इसके
अलावा वाईएसआरसीपी के 25 में 13, बसपा के 32 में आठ, तेदपा के 25 में चार, टीआरएस
के 17 में पांच प्रत्याशियों पर आपराधिक दाग है। इनके अलावा 553 निर्दलीय
प्रत्याशियों में भी 48 पर आपराधिक मामले हैं, जिनमें 35 पर संगीन मामले लंबित
हैं।
आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक दागी
लोकसभा
चुनाव की जंग में कूदे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 213 प्रत्याशियों में 25 सीटों वाले
आंध्र प्रदेश में 319 प्रत्याशियों में से सर्वाधिक 67 प्रत्याशी दागियों की
फेहरिस्त में शामिल हैं, जिसके बाद तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों पर आए सर्वाधिक
443 प्रत्याशियों में से 53 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले पाये गये हैं। इस मामले
में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर 96 में से 24, बिहार में चार सीटों पर 44 में से
14, उत्तराखंड में पांच सीटों के 52 में से 8, ओडिशा की चार सीटों पर 26 में से 6
और पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर18 में से 6 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले लंबित
चल रहे हैं।
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करोड़पतियों में भी कांग्रेस अव्वल
लोकसभा की
91 सीटों पर होने वाले पहले चरण में
प्रमुख दलों ने करोड़पतियों पर भी इस चुनावी जंग में दांव खेला है, जिसमें हालांकि
सर्वाधिक 70 प्रत्याशी निर्दलीय इस दायरे में हैं, लेकिन प्रमुख दलों में कांग्रेस
पार्टी 69 करोड़पति प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में लाकर पहले पायदान पर है,
जबकि भाजपा ने 65 अमीरों को चुनावी मैदान में उतारा है। आंध्र प्रदेश में तेदेपा
ने सभी 25 सीटों और तेलंगाना में सभी 17 सीटों पर टीआरएस ने शतप्रतिशत करोड़पतियों
को प्रत्याशी बनाकर अपना दांव खेला है। इसके अलावा बसपा ने 15, एनपीपी व शिवसेना
ने पांच-पांच, शिवपाल यादव की पीएसपी ने चार, समाजवादी पार्टी, लोजपा, जेडीयू, आप,
सीपीआई, रालोद, जेडीएस ने दो-दो कुबेर प्रत्याशियों पर दांव खेला है। यदि राज्यवार
देखा जाएं तो आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक 132, तेलंगाना में 77, उत्तर प्रदेश में
39, महाराष्ट्र में 33, उत्तराखंड में 21, जेएंडके में 18, असम में 16 और बिहार में
14 करोड़पति चुनावी जंग में हैं।
कांग्रेस के रेड्डी सबसे अमीर
करोड़पति
प्रत्याशियों में तेलंगाना की चेवेल्ला लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव
लड़ रहे कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी 895 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर
प्रत्याशी हैं, जिसके बाद 347 करोड़ की संपत्ति के साथ आंध्र प्रदेश की विजयवाडा
सीट से वाईएसआर के प्रसाद वीरा पोटलोरी दूसरे पायदान पर हैं। वाईएसआर के ही आंध्र
की नरसापुरम सीट से कन्नुमुरु रामकिशन राजू 325 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं।
सबसे गरीब प्रत्याशी
चुनावी
समर में 23 प्रत्याशियों ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है, इनमें तेलंगाना की
चेवल्ला सीट से प्रेम जनता दल के प्रत्याशी नल्ला प्रेम कुमार ने केवल 500 रुपये
की संपत्ति घोषित की है, जबकि ओडिशा की कोरापुट सीअ के सीपीएम प्रत्याशी राजेन्द्र
केंद्रुका ने 565 और तेलंगाना की निजामाबाद सीट के निर्दलीय प्रत्याशी अलकुंता
राजन्ना ने एक हजार रुपये की संपत्ति का ऐलान किया है।
06Apr-2019
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