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चुनाव: पहले चरण में सर्वाधिक प्रत्याशी मैट्रिक पास
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
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चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की जिन 91 सीटों पर मतदान होना है, उनके लिए इन
सीटों पर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों में सर्वाधिक निर्दलीय अपनी किस्मत
आजमा रहे हैं। जबकि राष्ट्रीय दलों ने 227, क्षेत्रीय दलों ने 125 और गैरमान्यता
प्राप्त पंजीकृत दलों ने 368 सीटों पर अपनी चुनावी बिसात बिछाई है। राष्ट्रीय दलों
में सर्वाधिक 83-83 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों को उतारा है।
लोकसभा की
543 सीटों के लिए होने वाले सात चरणों के चुनाव में आगामी 11 अप्रैल को 20 राज्यों
की 91 सीटों पर पहले चरण का चुनाव कराया जाएगा। पहले चरण के चुनाव में इन सीटों पर
89 महिलाओं समेत 1279 सियासी योद्धाओं में सर्वाधिक 553 निर्दलीय प्रत्याशी लोकसभा
में जाने के लिए अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जबकि राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस
ने 83-83 के अलावा बसपा ने 32, राकांपा ने 6, तृणमूल कांग्रेस ने 5 तथा सीपीआई ने
8 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में खड़ा किया है। इसके अलावा 4 सपा, 25 तेदेपा, 17
टीआरएस, 25 वाईआरएस कांग्रेस, 4 बीजद, दो लोजपा, 8-8 शिवसेना, एनपीपी और सीपीआईएम,
तीन जदयू, दो जद-एस जैसे क्षेत्रीय दलों के अलावा बाकी गैर मान्यता प्राप्त दलों
के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
सर्वाधिक मैट्रिक पास प्रत्याशी
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चुनाव के पहले चरण में शिक्षा-दिक्षा के हिसाब से देखा जाए तो 1279 प्रत्याशियों
में सर्वाधिक 240 दसवीं पास हैं, जबकि 239 प्रत्याशी पोस्ट ग्रेज्युएट और 201
ग्रेज्युएट किये हुए हैं। इस पहले चरण में 150 प्रोफेशनल ग्रेज्युएट और 29 डाक्टर
हैं तो वहीं 66 अनपढ़ भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी जंग में हैं। जबकि 19
साक्षर के अलावा 60 पांचवी पास, 65 आठवीं पास और 161 इंटरमीडिएट प्रत्याशी हैं,
जबकि 36 अन्य ने अपना विवरण नहीं दिया है।
सर्वाधिक युवाओं की जंग
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चुनाव के पहले चरण में होने वाले 1279 प्रत्याशियों में सर्वाधिक 411 प्रत्याशियों
की आयु 25 से 40 साल तक है, जिनमें 105 प्रत्याशी 25 से 30 साल और 306 प्रत्याशी
31 से 40 साल के बीच की उम्र के हैं। पहले
चरण की 91 सीटों पर 388 प्रत्याशियों की उम्र 41 से 50 साल, 283 नेताओं की उम्र 51
से 60 साल, 155 सियासी योद्धा 61 से 70 साल और 17
प्रत्याशी 71 से 80 साल की उम्र में चुनावी जंग का स्वाद ले रहे हैं। जबकि
दो प्रत्याशी 81 से 100 के बीच चुनावी जंग
में हैं तो 10 ऐसे प्रत्याशी भी हैं जिन्हों अपनी उम्र ही नहीं बताई है।
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रेड अलर्ट पर 37 सीटें
चुनाव
के दौरान ऐसे निर्वाचन क्षेत्र को रेड अलर्ट की श्रेणी में रखा जाता है, जहां तीन
या उससे ज्यादा बाहुबली या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी चुनावी जंग में हों।
एडीआर की रिपोर्ट मे ऐसी 37 लोकसभा सीटें हैं जहां विभिन्न दलों या निर्दलीय
प्रत्याशी इस दायरे में आते हैं। सबसे ज्यादा 8 दागी प्रत्याशी आंध्र प्रदेश की
नंदयाल सीट पर चुनावी मैदान में हैं, जिसमें भाजपा व कांग्रेस के अलावा जनसेना
पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशी मुकाबले में हैं। इसके बाद तेलंगाना की निजामाबाद
सीट पर सात, आंध्र की नारसपुरम और तेलंगाना की खम्माम सीट पर 6-6, आंध्र की
कडप्पा, तेलंगाना की महमूदाबाद, व करीमनगर, यूपी के मेरठ बिहार की नवादा और पश्चिम
बंगाल की कूचबिहार में पांच-पांच बाहुबली प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इनके अलावा
16 लोकसभा सीटों पर चार-चार और 11 सीटों पर तीन-तीन प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठ भूमि
के चुनावी जंग में हैं।
कितनी सीटों पर दलीय बाहुबली
रेड ऐलर्ट घोषित 37 सीटों में 19 सीटों पर भाजपा,
15 सीटों पर कांग्रेस, 7 सीटों पर बसपा, पांच सीटों पर टीआरएस, तेदेपा के तीन के
अलावा लोजपा, शिवसेना, सीपीआई, सीपीएम के अलावा केई क्षेत्रीय दलों के एक सीट पर
चुनावी जंग में मुकाबाला कर रहे हैं। हालांकि प्रमुख दलों के अलावा गैर पंजीकृत
दलों और निर्दलीयों के दागियों की संख्या ज्यादा होने के कारण इन सीटों को रेड
अलर्ट सीटों की श्रेणी में रखा गया है।
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