लोकसभा
चुनाव-दूसरा चरण -13 राज्यों की 97 सीटों
पर 1644 प्रत्याशी
सियासी
जंग में सभी दलों ने खेला अपराधियों व करोड़पतियों पर दांव
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
लोकसभा
चुनाव चुनाव के पहले चरण की 91 सीटों की तरह ही दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97
सीटों के लिए 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव में भी सभी दलों ने आपराधिक पृष्ठभूमि
वाले प्रत्याशियों के साथ करोड़पतियों पर भरोसा जताने में कोई कोताही नहीं बरती
है। इस चरण में भी दागियों और करोड़ प्रत्याशियों को चुनावी जंग में उतारने में
कांग्रेस सबसे आगे रही। मसलन दूसरे चरण में कुल 1644 उम्मीदवारों में 251 दागियों
और 423 करोड़पति सियासी दलों के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं।
सत्रहवीं
लोकसभा के लिए आगामी 18 अप्रैल को दूसरे चरण के चुनाव के लिए 13 राज्यों की 97
सीटों के लिए चुनाव जंग में उतरे कुल 1644 उम्मीदवारों में 211 राष्ट्रीय दलों,
109 राज्य और 399 गैर पंजीकृत दलों के अलावा सर्वाधिक 925 निर्दलीय रूप से लोकसभा
में दाखिल होने के इरादे से चुनावी जंग लड़ रहे हैं। इसमें भाजपा के 51, शिवसेना
के 11, अन्नाद्रमुक के 22, एनपीपी के दो, कांग्रेस के 54, बसपा के 80, द्रमुक के
24 के अलावा राजद, जदयू, जद-एस, रालोद, सपा, आप जैसे कई दर्जन दलों के प्रत्याशी
भी शामिल हैं।
दागियों की भी दांव पर किस्मत
एडीआर की
एक विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे
प्रत्याशियों में 251 पर आपराधिक दाग है, जिनमें से 167 के खिलाफ हत्या, अपहरण,
लूट, डकैती, हत्या के प्रयास, बलात्कार जैसे संगीन मामले लंबित हैं। इनमें
सर्वाधिक कांग्रेस के 23, भाजपा और बसपा के 16-16, अन्नाद्रमुक के 3, द्रमुक के
11, शिवसेना के चार प्रत्याशियों पर आपराधिक दाग है। जबकि 167 संगीन दागी
प्रत्याशियों में सर्वाधिक 17 कांग्रेस, 10-10 भाजपा व बसपा, सात द्रमुक और तीन
अन्नाद्रमुक के भी शामिल हैं। हालांकि सर्वाधिक 91 निर्दलीय प्रत्याशियों पर
आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 65 के खिलाफ संगीन अपराध में मामले लंबित चल रहे
हैं।
छह हत्यारोपी की जंग
इस दूसरे
चरण में छह प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या के आरोप में अदालत में मामले
लंबित हैं। जबकि 25 प्रत्याशियों के खिलाफ
हत्या का प्रयास, आठ के खिलाफ अपहरण, 10 प्रत्याशियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध
करने के मामले विचाराधीन हैं। 15 प्रत्याशियों के खिलाफ विवादित और अमर्यादित बयान
देने के मामले लंबित हैं।
करोड़पतियों में भी कांग्रेस भारी
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चुनाव के दूसरे चरण में सामने आए 423 करोड़पति प्रत्याशियों में औसत आय 3.90 करोड़
रुपये सामने आई है। चुनावी जंग में उतरे करोड़पतियों में पहले सबसे अमीर तीन प्रत्याशी
भी कांग्रेस के ही हैं, जिनमें तमिलनाडु की कन्याकुमारी सीट से वसंथाकुमार 417
करोड़, बिहार की पूर्णिया सीट से उदय सिंह 341 करोड़ तथा कर्नाटक की बंगलूरू
ग्रामीण सीट से डीके सुरेश 338 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ टॉप थ्री में शामिल
हैं। जबकि करोड़पति प्रत्याशियों में कांग्रेस के 46, भाजपा क 45, द्रमुक के 23,
अन्नाद्रमुक के 22, बसपा के 21 प्रत्याशी, शिवसेना के 6 प्रत्याशी प्रमुख रूप से
धनकुबेरों के दायरे में हैं। यदि दलवार करोड़पतियों पर नजर डाली जाए तो कांग्रेस
प्रत्याशियों की सर्वाधिक 31.83 करोड़ रुपये की औसत आय है, जिसके बाद 25.91 करोड़
रुपये के साथ द्रमुक औसत आय में दूसरे पायदान पर है। हालांकि 133 निर्दलीय
प्रत्याशी भी धनकुबेरों की फेहरिस्त में शामिल हैं।
सबसे गरीब प्रत्याशी
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चुनाव में जहां करोड़पति अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र की शोलापुर
सीट से हिंदुस्तान जनता पार्टी के प्रत्याशी श्रीवेंकेटश्वर महा स्वामीजी ने अपनी
आय केवल नौ रुपये घोषित की है, जिसके बाद तमिलनाडु की मायलादुथुरई सीट से निर्दलीय
पी. राजेश और एन. राजा ने 100-100 रुपये की संपत्ति घोषित की है।
तमिलनाडु में कुबरों की भरमार
दूसरे चरण
के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु की 39 सीटों के लिए सर्वाधिक 802 प्रत्याशी चुनाव
मैदान में हैं, जिनमें सर्वाधिक 184 करोड़पतियों की फेहरिस्त में शामिल हैं। इसके
बाद कर्नाटक में 71, महाराष्ट्र में 45, यूपी में 34, बिहार में 21, पश्चिम बंगाल
और जम्मू-कश्मीर में 14-14, असम और ओडिशा में 11-11, छत्तीसगढ़ में तीन सीटों पर
36 उम्मीदवारों में से सात प्रत्याशी करोड़पति हैं।
14Apr-2019
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