मंगलवार, 30 अप्रैल 2019

लोकसभा चुनाव: सियासत में किसी दल को नहीं दागियों व कुबेरों से परहेज!



पांचवे चरण में भी भाजपा, कांग्रेस, सपा-बसपा जैसे दलों ने दिया टिकट
.पी. पाल. नई दिल्ली। 
लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में छह मई को होने वाले 51 सीटों पर चुनावी जंग में उतरे 674 प्रत्याशियों में भी आपराधिक पृष्ठभूमि और करोड़पतियों ने किसी किसी दल या निर्दलीय रूप से सियासी दांव आजमाने में कोई चूक नहीं की। मसलन पांचवे चरण में 126 दागियों और 184 कुबेरों की किस्मत भी दांव पर होगी।
चुनाव आयोग की राजनीति के अपराधिकरण से दूर रखने के लिए लगातार जारी चुनाव  सुधार की मुहिम के बावजूद सियासी दल दागियों और धनवानों को गले लगाने से परहेज करने को तैयार नहीं है। लोकसभा चुनाव के पहले चार चरणों की तर्ज पर ही राष्ट्रीय दलों समेत सभी दलों ने पांचवे चरण के चुनाव में भी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले और करोड़पतियों को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी जंग में उतारा है। इस चरण में 79 महिलाओं समेत 674 उम्मीदवारों में राष्ट्रीय दलों के 150, क्षेत्रीय दलों के 31, गैर पंजीकृत मान्यता प्राप्त दलों के 240 तथा 253 निर्दलीय रूप से चुनावी जंग लड़ रहे हैं। इनमें 126 के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं, जिनमें 95 गंभीर अपराध वाले प्रत्याशियों में तीन पर हत्या का आरोप भी है। वहीं 184 करोड़पति उम्मीदवार भी सियासी दांव आजमा रहे हैं।
दागियों में निर्दलीयों की भरमार
लोकसभा चुनाव के पांचवे दौर में हालांकि सबसे ज्यादा 26 दागी निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। जबकि राजनीतिक दलों में सबसे ज्यादा 22 भाजपा, 14 कांग्रेस, 9-9 सपा बसपा के प्रत्याशी इस फेहरिस्त में शामिल हैं। इन 126 दागियों के अलावा हत्या, अपहरण, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास, बलात्कार जैसे संगीन मामले वाले 95 प्रत्याशियों में भाजपा के 19, कांग्रेस के 13, बसपा सपा के 7-7 और 18 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी दांव खेल रहे हैं। संगीन मामले वाले उम्मीदवारों में छह प्रत्याशियों पर दोष सिद्ध हो चुका है, जबकि तीन उम्मीदवारों पर हत्या का आरोप है। पांच उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या करने या फिरौती के लिए अपहरण के मामले भी लंबित हैं। नौ उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों में दो पर बलात्कार के मामले लंबित हैं। 21 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले विचाराधीन हैं।
कुबेरों में भाजपा ने कांग्रेस को पछाड़ा
लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में करोड़पति 184 प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 38 प्रत्याशी भाजपा, 32 कांग्रेस,17 बसपा, आठ सपा, के अलावा 31 निर्दलीय प्रत्याशी करोड़पतियों की फेहरिस्त में शामिल हैं। इस चरण में प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 2.57 करोड़ आंकी गई है।
पूनम सिन्हा सबसे अमीर प्रत्याशी
पांचवे चरण में यूपी की लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही भाजपा के बागी अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की धर्मपत्नी एवं सपा प्रत्याशी पूनम सिन्हा 193 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर प्रत्याशी है। जबकि यूपी की सीतापुर सीट से शिवपाल यादव की पार्टी के प्रत्याशी विजय कुमार मिश्रा 177 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ दूसरे पायदान और झारखंड की हजारीबाग सीट से केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी जयंत सिन्हा 77 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे पायदान के अमीर प्रत्याशी हैं। सबसे कम एक हजार रुपये की संपत्ति राजस्थान की दोसा सीट से चुनाव लड़ रहे पीपीआई प्रत्याशी रिंकू कुमार मीणा बसपा प्रत्याशी द्वारका प्रसाद ने घोषित की है।
इनके पास नहीं फूटी कोड़ी
लोकसभा चुनाव लड़ने उतरे मध्य प्रदेश की टीकमगढ़ सीट से एमपी जनविकास पार्टी के नारायणदास जाटव के अलावा राजस्थान की झूंझनू सीट से निर्दलीय गुरु गोकुलचंद राष्ट्रवादी और यूपी की केसरगंज सीट से मुन्नी के पास एक पैसा भी नहीं है। यानि इन तीनों प्रत्याशियों ने अपनी शून्य संपत्ति घोषित की है।
इन पर है करोड़ों की देनदारी
यूपी की लखनऊ सीट से सबसे अमीर सपा प्रत्याशी पूनम सिन्हा पर 28.48 करोड़ रुपये तथा झारखंड की हजारीबाग सीट से भाजपा प्रत्याशी जयंत सिन्हा पर 19.33 करोड़ रुपये की देनदारी भी बाकी है। जबकि सबसे ज्यादा 46.47 करोड़ की देनदारी राजस्थान की चूरू सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रफीक मंडेलिया ने घोषित की है।
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20 सीट रेडअलर्ट घोषित
लोकसभा के पांचवे दौर के चुनाव में 20 सीटें रेडअलर्ट के दायरे में है, जहां तीन या उससे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी चुनावी जंग लड़ रहे हैं, इनमें सबसे ज्यादा आठ सीट यूपी, पांच सीट पश्चिम बंगाल, तीन सीट बिहार तथा एक-एक सीट मध्य प्रदेश जम्मू-कश्मीर की शामिल है।
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सर्वाधिक प्रत्याशी ग्रेजुएट
पांचवे चरण के चुनाव में 348 प्रत्याशी स्नातक या उससे ज्यादा शिक्षित हैं, जबकि 264 पांचवी से इंटरमिडिएट तक की शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। वहीं छह अनपढ़ उम्मीदवार उम्मीदवार भी सियासत की जंग में किस्मत आजमा रहे हैं।
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एमपी में चार साल का प्रत्याशी ?
मध्य प्रदेश में राजस्थान की टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर मध्य प्रदेश जन विकास पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे नारायण दास जाटव ने अपने अपने नामांकन साथ शपथ पत्र में अपनी आयु चार साल दर्शाई है, लेकिन इसके बावजूद भी इनका नामांकन जांच के दौरान सही करार दिया गया, जो अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
01May-2019






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