मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

लोकसभा चुनाव: हरियाणा में पांच सांसदों पर भाजपा ने जताया भरोसा

भाजपा की हरियाणा में परचम लहराने की तैयारी
लोकसभा की आठ सीटों पर किया प्रत्याशियों का ऐलान
चार सांसदों पर फिर से जताया भरोसा, सिरसा से सुनीता दुग्गल व करना से संजय भाटिया होंगे भाजपा प्रत्याशी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव में आगामी 12 मई को छठे चरण में हरियाणा की दस लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने इस बार सभी सीटो पर परचम लहराने की रणनीति तैयार की है, जिसके तहत मजबूत प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। भाजपा ने दस में से आठ सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है, जिसमें पांच सांसदों पर फिर से भरोसा जताते हुए प्रत्याशी बनाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीटों पर जीत सुनश्चित करने के लिए मजबूत रणनीति तैयार की है और उसी रणनीति के तहत शनिवार को आठ सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान करते हुए अम्बाला से रत्नलाल कटारिया, कुरुक्षेत्र से विधायक नायब सिंह सैनी, सिरसा से सुनीता दुग्गल, करनाल से संजय भाटिया, सोनीपत से रमशे चंद्र कौशिक, भिवानी-महेंद्रगढ़ से धर्मवीर सिंह, गुड़गांव से राव इंद्रजीत और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुज्जर को टिकट दिया गया है।  इनमें पांच सांसदों पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है, जिसमें अंबाला (सुरक्षित) से रतनलाल कटारिया, सोनीपत से रमेश चंद कौशिक, भिवानी-महेन्द्रगढ़ से धर्मवीर सिंह, गुड़गांव से राव इन्द्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जबकि करनाल से मीडिया जगत के अश्वनी मिन्ना का टिकट काटकर उनके स्थान पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नजदीकी संजय भाटिया को प्रत्याशी बनाया गया है। कुरुक्षेत्र में इस बार नायब सिंह सैनी को भाजपा का टिकट थमाया गया है, जहां 2014 के भाजपा सांसद राजकुमार सैनी बगावत करके अपनी अलग से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बना चुके हैं।
इन सीटों पर भी जीत की रणनीति
भाजपा ने राज्य की उन तीन सीटों पर भी एक ठोस रणनीति के तहत चुनाव लड़ने की तैयारी की है, जो पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा जीत हासिल करने से चूक गई थी और उनमें रोहतक से भजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश धनखड को हराकर कांग्रेस के दीपेन्द्र हुड्डा, हिसार से भाजपा के सहयोगी हजका के कुलदीप विश्नोई को हराकर इनेलो के दुष्यंत चौटाला तथा सिरसा (सुरक्षित ) से भाजपा के सहयोगी हजका के ही सुशील इंदौरा को तीसरे स्थान पर धकेल कर इनेलो के चरणजीत सिं रोरी चुनाव जीत गये थे। इनमें से सिरसा (सुरक्षित ) सीट पर भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अचानक आईआरएस अधिकारी की सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आई सुनीता दुग्गल को प्रत्याशी बनाया है। जबकि अभी रोहतक और हिसार लोकसभा सीटों पर मजबूत प्रत्याशी के लिए भाजपा में मंथन किया जा रहा है। हालांकि चर्चा है कि रोहतक से पिछले दिनों कांग्रेस का दामन छोड़कर दिग्गज नेता अरविंद शर्मा को टिकट दिया जा सकता है। करनाल सीट से दो बार सांसद रह चुके अरविंद शर्मा एक बार रोहतक लोकसभा सीट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं।
सुनीता दुग्गल व संजय भाटिया का चुनावी सफर                                             
लोकसभा चुनाव 2014 के वक्त सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में आने वाले सुनीता दुग्गल ने सिरसा जिले की रतिया सीट से भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन कांटे की टक्कर में वह इनेलो के रविन्दर बलियाला से मामूली 453 मतों से हार गई थी। अब भाजपा ने उन्हें सिरसा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ाने का निर्णय लेते हुए प्रत्याशी बनाया है। करनाल लोकसभा सीट पर आए नए प्रत्याशी संजय भाटिया भी 2004 और 2009 में पानीपत विधानसभा से चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं लेकिन विधानसभा में दाखिल नहीं हो सके थे। भाटिया हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बेहद नजदीकी और पार्टी के वफादार नेता माने जाते हैं। भाटिया को भाजपा द्वारा टिकट थमाने के पीछे दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि वह भाजपा में अलग-अलग संगठनों एबीवीपी से लेकर संघ फिर भाजपा जिलाध्यक्ष, नगर पालिका के चेयरमैन, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और फिलहाल प्रदेश महामंत्री के पद पर हैं।
07Apr-2019

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