बेगूसराय
सीट पर दांव पर लगी कन्हैया कुमार की प्रतिष्ठा
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
बिहार
की 40 लोकसभा सीटों में से पहले तीन चरण के चुनाव में 14 सीटों के लिए मतदान हो
चुका है, जबकि 29 अप्रैल को चौथे चरण में पांच लोकसभा सीटों बेगूसराय, दरभंगा,
समस्तीपुर, मुंगेर और उजियारपुर में मतदान होना है। इन सीटों पर प्रमुख रूप से
राजग और महागठबंधन के बीच सियासी वर्चस्व को लेकर घमासान है। दिलचस्प बात है कि
इनमें बेगूसराय और उजियारपुर में राजग तथा महागठबंधन दोनों के बीच एक-एक वामदल
प्रत्याशी चुनौती देने की तैयारी में है।
राज्य
की बेगूसराय लोकसभा सीट पर राजग से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह
और महागठबंधन के राजद प्रत्याशी तनवरी हसन के बीच जेएनयू विवाद से सुर्खियों में
आए कन्हैया कुमार सीपीआई के टिकट पर चुनावी जंग में हैं, जो दोनो गठबंधन के लिए
मुश्किल पैदा कर सकते हैं। इसी प्रकार उजियारपुर में महागठबंधन से आरएलएसपी
प्रत्याशी के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुश्वाह और राजग से भाजपा
सांसद नित्यानंद के मुकाबले में सीपीआईएम के प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इन दो सीटों के अलावा बाकी तीन सीटों पर भी वामदल समर्थक मतदाता की खासी संख्या
है, जो महागठबंधन को समर्थन कर रहे हैं।
इन सियासी सुरमाओं में होगा
मुकाबला
बिहार
की बेगूसराय लोकसभा सीट पर दिलचस्प
चुनावी जंग होती नजर आ रही है, जहां इन पांच सीटों में सबसे ज्यादा करीब 19.43 लाख
मतदाताओं के जाल को तोड़ने के मकसद से केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह के सामने
सीपीआई के टिकट पर कन्हैया कुमार चुनाव मैदान में है, जबकि महागठबंधन से राजद के
तनवीर हसन समेत कुल दस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा करीब 16.45 लाख
मतदाताओं वाली दरभंगा लोकसभा सीट पर
भाजपा के गोपाल जी ठाकुर के मुकाबले में महागठबंधन के राजद के अब्दुल बारी सिद्दकी
समेत आठ उम्मीदवार चुनावी जंग लड़ रहे हैं। मुंगेर
सीट पर करीब 18.71 मतदाताओं के चक्रव्यूह को भेदने के इरादे से सबसे ज्यादा 19
प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मुंगेर सीट पर प्रमुख रूप से राजग के सहयोगी दल
जदयू के राजीव रंजन सिंह ललन को चुनौती देने के लिए महागठबंधन से कांग्रेस के टिकट
पर श्रीमती नीलम देवी को उतारा गया है। समस्तीपुर(सु)
लोकसभा सीट पर राजग से लोजपा प्रत्याशी रामचन्द्र पासवान को महागठबंधन से कांग्रेस
के डा. अशोक कुमार चुनौती देने के लिए सियासी जंग में हैं। इस सीट पर 18
प्रत्याशियों के सामने करीब 16.56 लाख मतदाताओं का जाल होगा। जबकि उजियारपुर सीट पर 18 प्रत्याशियों के
सामने 15.88 लाख से ज्यादा वोटर सियासी सुरमाओं के भाग्य का फैसला करेंगे। इस सीट
पर भी राजग और महागठबंधन के बीच ही प्रमुख मुकाबला माना जा रहा है, जहां भाजपा के
मौजूदा सांसद नित्यानंद राय को राजग से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए आरएलएसपी
प्रमुख उपेन्द्र कुशवाह चुनौती देने को तैयार हैं।
पांच सीटों पर 66 प्रत्याशी
चौथे चरण
के चुनाव के लिए जंग में राज्य की पांच सीटों पर उतरे कुल 66 प्रत्याशियों में तीन
भाजपा, एक जद-यू, एक लोजपा के अलावा दो-दो कांग्रेस व राजद, चार बसपा, एक-एक
सीपीआई व सीपीआई(एम) चुनाव मैदान में हैं। जबकि अन्य दलों के 29 और 21 निर्दलीय
प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन पांच सीटों पर तीन महिलाओं समेत सियासी
योद्धाओं को 40,67,009 महिलाओं तथा 233 थर्ड जेंडर समेत करीब 87.03 लाख मतदाताओं
का चक्रव्यूह भेदने की चुनौती होगी। चुनाव आयोग ने वोटिंग के लिए 8834 मतदान
केंद्र बनाए हैं।
फिलहाल किस दल का कब्जा
चौथे चरण की इन पांच सीटों में बेगूसराय और
उजियारपुर सीट पर भाजपा का कब्जा था, जिसमें बेगूसराय भाजपा सांसद भोला सिंह के
निधन पर खाली हो गई थी और उजियारपुर सीट पर भाजपा के नित्यानंद जीते थे। इसके
अलावा दरभंगा सीट पर पिछले चुनाव में जीतने वाले भाजपा सांसद कीर्ति आजाद बागी
होकर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। समस्तीपुर के लोजपा के रामचन्द्र पासवान व
मुंगेर सीट पर लोजपा की वीना देवी ने पिछला चुनाव जीता था।
29Apr-2019
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