बुधवार, 24 अप्रैल 2019

लोकसभा चुनाव:..तो हर दिन चुनाव में 105 करोड़ से ज्यादा का गैरकानूनी खर्च!

पहले तीन चरण तक पकड़ी गई 3153 करोड़ की संपत्ति
नकदी के साथ सोने-चांदी और नशे के जरिए वोटरों को लुभाने का प्रयास 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
सत्रहवीं लोकसभा का चुनाव शायद आजाद भारत का सबसे महंगा चुनाव साबित हो सकता है, जहां चुनाव सुधार की जारी कवायद के बावजूद धन और बल दोनों का गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल होता नजर आ रहा है। पहले तीन चरण के चुनाव तक गैरकानूनी तरीके से मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाली नकदी, सोने चांदी और और नशीले पदार्थो समेत करीब 3153 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। मसलन पिछले 30 दिनों में इतनी बड़ी रकम की सामग्री के हिसाब से हरेक दिन करीब 105 करोड़ रुपये से भी ज्यादा गैर कानूनी रूप से खर्च किया जा रहा है।                                               
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के चुनावी इतिहास में इस बार का लोकसभा चुनाव खर्च के सभी दृष्टिकोण से सबसे महंगा चुनाव साबित हो सकता है, जहां मतदाताओं को लुभाने के लिए गैर कानूनी ढंग से इतनी बड़ी रकम की संपत्ति चुनाव में इस्तेमाल से पहले ही पकड़ी जा चुकी है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो लोकसभा चुनाव में सियासी दल और उनके प्रत्याशी निर्धारित चुनाव खर्च से सैकड़ो गुना खर्च करते हैं। बुधवार 24 अप्रैल तक चुनाव आयोग की निगरानी टीमों द्वारा जब्त की गई 3152.54 करोड़ रुपये की संपत्ति में 742.28 करोड़ रुपये की नकदी तो पहले ही रिकार्ड बना चुकी है, जो वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पकड़ी गई 299.94 करोड़ की नकदी के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा है और अभी चार चरण यानि करीब एक माह तक चुनावी गतिविधि होनी है, जिसका आंकड़ा बढ़ना तय है। नकदी के अलावा 1180.79 करोड़ रुपये कीमत के 61126.90 किग्रा मादक पदार्थ, 942.95 करोड़ रुपये के सोना-चांदी और अन्य कीमती धातुएं, 238.88 करोड़ की 1.24 करोड़ लीटर शराब और 47.64 करोड़ रुपये के अन्य कीमती उपहार जब्त किये गये हैं।
पिछले चुनाव का आंकड़ा
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव में 2,99,94,30,804 रुपये की नकदी, 17,070 किग्रा मादक पदार्थ, 1.62 करोड़ लीटर शराब जैसी सामग्री जब्त की गई थी।
तमिलनाडु में सर्वाधिक नकदी व जेवरात का खेल
हालांकि तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है, लेकिन इस राज्य में सबसे ज्यादा 935.74 रुपये की सामग्री जब्त की गई, जिसमें देशभर के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक 214.95 करोड़ की नकदी और 708.69 करोड़ कीमत के 3048 किग्रा सोना-चांदी और अन्य धातु जब्त हुई है।
मादक पदार्थ में गुजरात, पंजाब व दिल्ली आगे
इस लोकतंत्र के महायज्ञ में आज बुधवार तक गुजरात में जब्त 545.49 करोड़ रुपये की संपत्ति में 524.34 करोड़ रुपये की कीमत का उच्चकोटी का 130.73 किग्रा मादक पदार्थ बरामद किया गया है। इसके बाद नई दिल्ली में जब्त कुल 395.71 करोड़ की सामग्री में 352.69 करोड़ के मादक पदार्थ ही जब्त हुए हैं, जबकि पंजाब में 234.29 करोड़ की सामग्री में 179.53 करोड़ रुपये के 7311 किग्रा मादक पदार्थ की जब्ती की गई है। महाराष्ट्र में 14,781 किग्रा, मध्य प्रदेश में 13,114 किग्रा और उत्तर प्रदेश में 19,373 किग्रा मादक पदार्थ जब्त किया गया, लेकिन गुजरात में जो मादक पदार्थ मिला है उसकी कीमत अन्य राज्यों में बरामद ड्रग्स से इसलिए ज्यादा है कि वह उच्च गुणवत्ता का ड्रग है।
गैरकानूनी है वोटरों को प्रलोभन देना: आयोग
चुनाव आयोग के अनुसार धन-बल के इस्तेमाल को रोकने के लिए आयोग देशभर में निगरानी कर रहा है, लेकिन इस लोकसभा चुनाव में सियासी नेता व दल कहीं ज्यादा ही मतदाताओं को लुभाने के लिए गैरकानूनी तरीके से नकदी, ड्रग्स, शराब व अन्य हथकंडों का इस्तेमाल करते नजर आ रहे है, जिसके लिए मतदाताओं को सोना, चांदी और अन्य तरह के प्रलोभन भी दिया जा रहा है, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 के तहत पूरी तरह से गैरकानूनी हैं।
25Apr-2019

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