सोमवार, 9 सितंबर 2019

नमामि गंगे: गंगा किनारे तमाम गांव खुले शौच से हुए मुक्त


जापान की मदद से 1.1 मिलियन घरेलू शौचालयों का निर्माण पूरा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार की गंगा एवं उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता के लिए चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी नमामि गंगे मिशन में गंगा किनारे उन सभी 4465 गांवों में जापान के सहयोग से 1.1 मिलियन शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया और इन गांवों ओडीएफ यानि खुले शौच से मुक्त कर दिया गया है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के प्रवक्ता के अनुसार आजकल जापान का एक प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर है जो नमामि गंगे के तहत वृक्षारोपण अभियान के लिए एनएमसीजी और जापानी संस्था ओआईएससीए के बीच हुए समझौते के तहत हरित क्रांति को प्रोत्साहित किया जा रहा है। नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा किनारे चिन्हित किये गये 4465 गांवों को अब खुले शौच से मुक्त यानि ओडीएफ घोषित किया गया है। इन गांवों में 15 बिलियन येन की लागत से 1.1 मिलियन घरेलू शौचालयों का निर्माण किया गया है। जापान की इस संस्था के साथ वर्ष 2017 में हुए इस समझौते के तहत जल, कृषि, वानिकी, जैविक खेती, अपशिष्ट जल प्रबंधन और गंगा संरक्षण के अन्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए क्षमता निर्माण पर एनएमसीजी के साथ मिलकर सहयोग करना भी शामिल है। एनएमसीजी महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि जापान की यह संस्था गंगा सरंक्षण की दिशा में एडवांस नैनो तकनीक के उपयोग के लिए विचार कर रही है। हालांकि नमामि गंगे मिशन में नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है और खरीद नीति का भी समर्थन करते हुए एनएमसीजी महानिदेशक ने भरोसा दिया कि भविष्य में भी ऐसी नई प्रौद्योगिकियों की समझ और मूल्यांकन कर उसका प्रयोग किया जा सकता है
नमामि गंगे वनीकरण पर बल
मिशन के अनुसार जापानी संस्था ओआईएससीए के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष नाकानो तोशीहिरो के नेतृत्व में 16 सदस्यी जापानी प्रतिनिधिमंडल ने यहां राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन यानि एनएमसीजी के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इसमें समझौते के तहत जापानी प्रतिनिधिमंडल विशेष रूप से अपने स्थानीय सहयोगियों मेसर्स एएलआर के साथ मिलकर यूपी के वाराणसी और संभल में वृक्षारोपण अभियान चलाएगी। एनएमसीजी के महानिदेशक ने राजीव रंजन मिश्रा ने जापानी दल के सदस्यों के भारत आने और गंगा बेसिन में नमामि गंगे वनीकरण के प्रयासों में योगदान देने के लिए उनकी सराहना की। मिश्रा ने अंतर्राष्ट्रीय टीम को गंगा संरक्षण के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत किए गए कार्यों के बारे में भी अवगत कराया और कहा कि नामामि गंगे मिशन की गंगा किनारे गांवों को खुले शौच से मुक्त करने के लिए लाखों की संख्या में किये गये शौचालयों के निर्माण भारत स्वच्छता अभियान के साथ भी एक बड़ा उपलब्धि वाला कार्य है। जबकि बैठक में ओआईएससीए इंटरनेशनल के कार्यवाहक अध्यक्ष तोशीहिरो नाकानो ने कहा कि भारत और जापान पारंपरिक मूल्यों पर एक ही दृष्टिकोण साझा करते हैं उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि जापान के राजदूत ने एनएमसीजी और ओआईएससीए इंटरनेशनल के बीच सहयोग का समर्थन करने की स्वेच्छा व्यक्त की थी
08Sep-2019

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