सोमवार, 9 सितंबर 2019

राष्ट्रपति ने विभिन्न श्रेणियों में दिये स्‍वच्‍छ भारत पुरस्‍कार

हरियाणा की सिमरजीत कौर बनी पुरस्कार की हकदार
छग की सत्यवती नेताम मप्र की दीपिका मंडलोई सम्मानित
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश में चल रहे भारत स्वच्छता अभियान के तहत विभिन्न श्रेणियों में स्वच्छ भारत पुरस्कार वितरित किये। यह पुरस्कार हासिल करने वालों में छत्तीसगढ़ की सत्यवती नेताम, मध्य प्रदेश की दीपिका मंडलोई तथा हरियाणा की सिमरजीत कौर समेत 27 राज्यों की एक-एक महिला को स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिया गया।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को यहां नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छता महोत्सव में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राज्यमंत्री रतनलाल कटारिय के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने या योगदान करने वालों को अलग-अलग श्रेणियों में स्वच्छ भारत पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित किया। इनमें छत्तीसगढ़ में सामाजिक जिम्मेदारी से स्वच्छता के लिए समाज के लोगों को जागरूक करने और इस दिशा में बेहतर योगदान देने के लिए स्वच्छ भारत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जबकि मध्य प्रदेश की दीपिका मंडलोई को राज्य के आदिवासी जिले धार को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए जिस प्रकार महिलाओं को जागरूक किया और उन्हें अपने घरो में शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया है। इसके लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है। इसी प्रकार हरियाणा के करनाल जिले के मलिकपुर गांव को स्वच्छ और आदर्श गांव बनाने के लिए घरो में शौचालय बनाने के लिए आर्थिक और सामाजिक मदद करने जैसे उत्कृष्ट योगदान के लिए सिमरजीत कौर को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। पंजाब की जसबीर कौर को एसबीएम(जी) जैसे स्वच्छता कार्यक्रम में सक्रिय होकर महिलाओं की कमेटियां गठित कर स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए पुरस्कृत किया गया है। मंत्रालय ने स्वच्छता अभियान के लिए 27 राज्यों से एक-एक महिलाओं को चयनित किया है, जिन्होंने इस अभियान में अलग-अलग योजनाओं के तहत अपना योगदान देने के लिए इस पुरस्कार को राष्ट्रपति कोविंद के हाथों हासिल किया है।
मप्र को स्वच्छ आइकॉन पुरस्कार
इस समारोह में मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन को स्वच्छता के लिए स्वच्छ आइकॉन प्लेस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जबकि मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित बीपीसीएल-संपत फ्यूल नामक पैट्रोल पंप के अलावा नई दिल्ली के नीति मार्ग स्थित एचपीसीएल ऑटो केयर सेंटर नामक पेट्रोल पंप को स्वच्छ पेट्रोल पंप का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।
स्वच्छ गंगा में उत्तराखंड अव्वल
नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा सफाई के लिए उत्कृष्ट कार्य के लिए उत्तराखंड को गंगा ग्राम पुरस्कार से नवाजा गया है। इसके अलावा यह पुरस्कार उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले को अलग से दिया गया है। इस पुरस्कार से उत्तराखंड के ही हरिद्धार की अजीतपुर ग्राम पंचायत को भी दिया गया है। जबकि पश्चिम बंगाल के नादिया जिले ने भी गंगा ग्राम पुरस्कार हासिल किया है।
स्वच्छ रेलवे स्टेशन पुरस्कार
राजस्थान के जयपुर और जोधपुर रेलवे स्टेशनों को सबसे स्वच्छ रेलवे स्टेशन का पुरस्कार दिया गया है। जबकि स्वच्छ रेलवे स्टेशन का तीसरा पुरस्कार त्रिपुरा रेलवे स्टेशन ने हासिल किया है। इसके अलावा इस दौरान स्वच्छ हाइवे का पुरस्कार मुंबई के टोल तामावाडी, हैदराबाद के कोरलपहाड तथा गुजरात के खेडा टोल प्लाजा को दिया गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य की स्वच्छता के लिए आंध्र प्रदेश के वेलपुरू, गुजरात में जामनगर के जामवंथाली तथा कर्नाटक में तवरेकरे दवांगेरे केंद्र को दिया गया है। इसके अलावा इस समारोह में स्वच्छ स्कूल, स्वच्छ पखवाड़ा के लिए विभिन्न मंत्रालयों और सार्वजिनक उपक्रमों को भी स्वच्छता के लिए सम्मानित किया गया है।
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दुनिया के देश भारत स्वच्छता अभियान से प्रेरित: कोविंद
स्वच्छता महोत्सव में इस अभियान में भागीदारों का सराहा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर अनेक देश हमसे सीखना चाहते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि इन देशों के साथ हम भी अनुभव साझा करना चाहते हैं।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शुक्रवार को आयोजित स्वच्छता महोत्सव में बोलते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य के तहत स्वच्छता से जुड़े लक्ष्यों को भारत समय सीमा से 11 वर्ष पहले हासिल करने वाला है। स्वच्छता महोत्सव एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले पांच वर्षो में स्वच्छता मंत्रालय ने इस अभियान में सराहनीय योगदान दिया है। इस अभियान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह केवल सरकार का अभियान नहीं रहा बल्कि इसमें हर भारतवासी का योगदान रहा। उन्होंने कहा कि 2017 और 2018 में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रमों में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। 5 लाख से अधिक स्वच्छाग्रहियों ने दिन रात मेहनत करके स्वच्छता की भावना का संचार किया। कोविंद ने कहा कि स्कूलों में पढ़ने वाले 15 करोड़ छात्रों ने स्वच्छता कार्यो में सक्रिय भागीदारी की। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसे विद्यार्थी स्वच्छता की संस्कृति को मजबूत बनायेंगे। राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में रेल मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, सिक्किम एवं गुजरात सरकार, पावर ग्रिड कारपोरेशन आदि को बधाई दी। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र के वी जीवन कुमार, एनसीसी की रंजीता और एनएसएस के चंद्रप्रकाश को भी बधाई दी। वहीं उन्होंने उत्तराखंड के बाघोरी गांव के सभी निवासी स्वच्छता चैम्पियन साबित होने पर कहा कि इसी वजह से भारत के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर अनेक देश हमसे सीखना चाहते हैं और हम उनके साथ अनुभव साझा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्य को 2030 तक हासिल किया जाना है। भारत इस संदर्भ में स्वच्छता से जुड़े लक्ष्यों को 2019 में हासिल करने वाला है जो हमारे लिये गर्व का विषय है। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रयागराज में कुम्भ का आयोजन स्वच्छता की बड़ी उपलब्धि है। कोविंद ने कहा कि आज हमारा देश खुले में शौच से मुक्त होने के लक्ष्य के बहुत करीब है। इस संदर्भ में 10 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के अभियान के कारण करोडों लोगों के जीवन में अच्छा परिवर्तन आया है। इससे समाज में नई चेतना का संचार हुआ है। इस कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत एवं अधिकारी भी मौजूद थे। 


07Sep-2019



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