शनिवार, 12 सितंबर 2020

संसद में पहुंचने से 72 घंटे पहले सांसदों को करानी होगी कोरोना जांच

 संसद के मानसून सत्र की तैयारियों को अंतिम रुप देने में जुटी सरकार

लोकसभा अध्यक्ष ने की तैयारियों में जुटी एजेंसियों व अधिकारियों के साथ बैठक

संसद के कर्मचारियों व मीडियाकर्मियों की भी होगा कोविड-19 टेस्ट

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

कोराना काल में बदली व्यवस्थाओं के साथ संसद के मानसून सत्र की तैयारियां की जा रही है। इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पिछले दो दिन से तैयारियों को अंतिम रूप देने के मकसद से लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों और तथा विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करके ऐसी व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि संसद का सत्र चले और कोरोना संक्रमण न फैल सके। इसके लिए सत्र में हिस्सा लेने वाले सभी सांसदों को कोरोना जांच कराने का आग्रह किया गया है।

संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू होने और 1 अक्तूबर तक आयोजित होने की संभावना है, जिसकी अभी अधिकृत घोषणा नहीं की गई, लेकिन इससे पहले शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप देने के मकसद से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के अधिकारियों के अलावा कोरोना महामारी के मद्देनजर संसद के स्वास्थ्य मंत्रालयडीआरडीओ तथा अन्य एजेंसियों के अधिकारियों व विशेषज्ञों के साथ बैठक की। इस बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निर्देश दिया कि संसद के मानसून सत्र के मद्देनजर स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाए और संसद परिसर में भी स्वास्थ्य जांच के लिए व्यापक इंतजाम किए जाएं। बिरला ने कहा की संक्रमण न फैले तथा संसद चलेइसके लिए विशेषज्ञों के सुझाव अनुसार सारी तैयारी की जाएंगी तथा संसद परिसर  के भीतर व्यापक सुरक्षा प्रबंधों के साथ सत्र चलेगा। वहीं सांसदों से आग्रह किया जा रहा है कि वे 72 घंटे पहले अनिवार्य रूप से अपना कोविड-19 टेस्ट कराएं। बिरला के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के हर संभव उपाय के तहत आवश्यकता होने पर कर्मचारियों की संख्या भी कम की जा सकती है। मंत्रालयों की अधिकारियों एवं सांसदों के स्टाफ की भी जांच की व्यवस्था के लिए संसद परिसर तथा संसद भवन में प्रवेश के समय थर्मल गन और थर्मल स्कैनर से तापमान की जांच की जाएगी। वहीं संसद परिसर में सैनिटाइज़ेशन की व्यवस्था हेतु 40 स्थानों पर टचलैस सैनेटाइजर लगाए जाएंगे तथा इमरजेंसी मेडिकल टीम और एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी। लोक सभा चैम्बर में सामाजिक दूरी और अन्य दिशानिर्देशों का पालन किया जायेगा। सांसदों को अपनी बात बैठकर रखने की अनुमति भी दी जा रही हैताकि खड़े होकर बोलने पर संक्रमण के किसी खतरे की गुंजाइश नहीं रहे। इस बैठक में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डा. रणदीप गुलेरियाभारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गवस्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। एक दिन पहले बिरला ने

दर्शकों के बिना चलेगी संसद

कोरोना महामारी के कारण इतिहास में पहली बार संसद सत्र के आयोजन के लिए हुए व्यापक बदलाव के बी इस बार संसद सत्र के दौरान आम लोगों को संसद परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए दर्शक दीर्घाओं में इस बार सांसदों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।  वहीं लोक सभा व राज्य सभा के मीडियाकर्मियों की अधिकतम संख्या 100 तक रखने का प्रस्ताव है। मीडियाकर्मियों का भी कोविड टेस्ट अनिवार्य होगा। 

सांसदो व उनके स्टाफ के लिए प्रोटोकॉल

लोकसभा अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को लोकसभा और राज्यसभा के महासचिवों के साथ बैठक की थी, जिसमें कहा गया था कि मानसून सत्र के दौरान संसद निर्बाध रूप से चलाने की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसमें कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होंगे। बिरला ने यह भी कहा कि सांसदों व उनके स्टाफ के लिए प्रोटोकाल तैयार किए जा रहे हैं। संसद के कर्मचारियों के लिए दिशानिर्देश बनाए जा रहे हैं।

29Aug-2020

 

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