प्रयागराज में 9 से मेले में स्वदेशी खिलौना का दिखेगा जलवा
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय दस्तकारों व शिल्पकारों को उनके उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के मकसद से कोरोना संकट के बीच छह माह के अंतराल बाद फिर से ‘हुनर हाट’ का आयोजन होगा। यूपी के प्रयागराज में ‘लोकल से ग्लोबल’ थीम पर 9 से 18 अक्टूबर तक आयोजित ‘हुनर हाट’ में स्वदेशी खिलौनों का जलवा नजर आएगा।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की चुनौतियों के चलते लगभग 6 महीनों के बाद ‘लोकल से ग्लोबल’ थीम के साथ 9 अक्टूबर 2020 से पुनः शुरू हो रहे ‘हुनर हाट’में इस बार स्वदेशी खिलौनों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसका मकसद लुप्त हो रही देश के हर क्षेत्र में देशी खिलौनों के उत्पादन की बहुत पुरानी और पुश्तैनी परंपरा को पुनर्जीवित करना है। पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत
’ मिशन के तहत स्वदेशी खिलौनों को प्रोत्साहित करने के आव्हान ने भारत के स्वदेशी खिलौना उद्योग में नई जान डाल दी है। नकवी ने बताया कि देश का हर क्षेत्र में लकड़ी, ब्रास, बांस, शीशे, कपडे, कागज़, मिटटी के खिलौने बनाने वाले हुनर के उस्तादों से भरपूर है। इनके इस शानदार स्वदेशी उत्पादन को मौका-मार्किट मुहैया कराने के लिए ‘हुनर हाट’ बड़ा प्लेटफार्म देने जा रहा है। मसलन स्वदेशी खिलौनों को प्रोत्साहित करने के आव्हान से भारतीय खिलौना उद्योग फिर से बाजार में अपना वर्चस्व कायम करेगा। इस ‘हुनर हाट’में 30 प्रतिशत से ज्यादा स्टाल स्वदेशी खिलौनों के कारीगरों के लिए निर्धारित किये जा रहे हैँ। नकवी ने कहा कि इससे स्वदेशी खिलौनों की आकर्षक पैकेजिंग के लिए भी विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से दस्तकारों-शिल्पकारों की मदद की जाएगी। नकवी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में 5 लाख से ज्यादा भारतीय दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगारके अवसर प्रदान करने वाले ‘हुनर हाट’ के दुर्लभ हस्तनिर्मित स्वदेशी सामान लोगों में काफी लोकप्रिय हुए हैं। देश के दूरदराज के क्षेत्रों के दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों, हुनर के उस्तादों को मौका-मार्किट देने वाला ‘हुनर हाट’स्वदेशी ह
स्तनिर्मित उत्पादनों का ‘प्रामाणिक ब्रांड’ बन गया है।
डिजिटल व ऑनलाइन ‘हुनर हाट’
केंद्रीय मंत्री नकवी ने यह भी जानकारी दी कि इस बार के ‘हुनर हाट’का डिजिटल और ऑनलाइन प्रदर्शन भी होगा। वहीं लोगों को ‘हुनर हाट’ में प्रदर्शित सामान को ऑनलाइन खरीदने की भी सुविधा दी जा रही है। ‘हुनर हाट’ में दस्तकारों के स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों को ‘जेम’(गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस) में रजिस्टर किया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न निर्यात कौंसिल्स ने दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मार्किट मुहैया कराने हेतु रूचि दिखाई है, जिससे इन दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय मार्किट मिल सकेगा।
अब तक दो दर्जन से ज्यादा ‘हुनर हाट’
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अभी तक देश के विभिन्न भागों में दो दर्जन से अधिक "हुनर हाट" का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें लाखों दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगारके अवसर मिले हैं। प्रयागराज के बाद आने वाले दिनों में ‘हुनर हाट’ का आयोजन 23 अक्टूबर से एक नवंबर तक जयपुर, 7 से 15 नवंबर तक चंडीगढ़, 21 से 29 नवंबर इंदौर, 22 से 31 दिसंबर तक मुंबई, 8 से 17 जनवरी 2021 तक हैदराबाद, 23 से 31 जनवरी 2021 तक लखनऊ, 13 से 21 फरवरी 2021 तक दिल्ली (इंडिया गेट), 20 से 28 फरवरी 2021 तक रांची, 5 से 14 मार्च 2021 तक कोटा और 20 से 27 मार्च तक सूरत/अहमदाबाद में होगा।
09Sep-2020
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