पीयूष गोयल व राजीव कुमार ने लॉन्च किया ‘पावरिंग लाइवलीहुड्स’
संयुक्त राष्ट्र की महासचिव डमिलोला ओगुनबियी भी लॉन्चिंग में रही शामिल
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) और विलग्रो इनोवेशंस फाउंडेशन की पहल में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा रेलमंत्री पीयूष गोयल, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार ने संयुक्त राष्ट्र के महा सचिव की प्रतिनिधि
(ससटेनेबल एनर्जी फॉर ऑलकी सीईओ और संयुक्त राष्ट्र के महा सचिव की प्रतिनिधि तथा यूएन एनर्जी की सह अध्यक्ष, डमिलोला ओगुनबियी के साथ संयुक्त रूप से पावरिंग लाइवलीहुड्स की शुरूआत की। इसके जरिए देश में 10 लाख से अधिक पुरुषों और महिलाओं को रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
कोरोना संकट से प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की दिशा में खासकर मुख्य लक्ष्य भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेज और दुरुस्त करने के मकसद से आत्मनिर्भर भारत के तहत कई उपाय किये जा रहे हैँ। इसी के तहत शुरू किया गया पावरिंग लाइवलीहुड्स, जो काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) और विलग्रो इनोवेशंस फाउंडेशन की पहल है। इसके तहत सरकार 22 करोड़ रुपए की यह पहल स्वच्छ ऊर्जा आधारित आजीविका समाधानों पर काम करने वाले भारतीय उपक्रमों को पूंजी और तकनीकी सहायता मुहैया कराने वाली है। इस पहल ने अभी हाल में छह चुने हुए उपक्रमों को कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए की फंडिंग की पेशकश की है ताकि कोविड-19 के कारण आए संकट से निपटने में सहायता हो सकें।
इस लॉन्चिंग के मौके पर जिन छह अहम उपक्रमों की घोषणा हुई उनमें रेशम सूत्र, ग्रीनवीयर फैशन, धरमबीर फूड प्रोसेसिंग, खेथ वर्क्स, देवीदयाल सोलर सोल्यूशंस और हाइड्रोग्रीन्स एग्री सोल्यूशंस शामिल हैं। वैसे तो ये उपक्रम क्रम से दिल्ली, लखनऊ, यमुनानगर, पुणे, मुंबई और बेंगलुरु में हैं, लेकिन इनके ग्राहक देश भर में फैले हुए हैं। इन चुने हुए उपक्रम विभिन्न प्रकार के सोलर पावर्ड (सौर ऊर्जा से चलने वाले) आजीविका समाधान तैनात कर रहे हैं। इनमें पानी के पंप, बहुद्देश्यीय फूड प्रोसेसर, व्यावसायिक रेफ्रीजरेटर और टेक्सटाइल मशीनरी (लच्छा बनाना, कताई, बुनाई) शामिल हैं। ये सभी ये उपक्रम सामूहिक तौर पर ग्रामीण भारत में पुरुषों और महिलाओं के लिए 10 लाख से अधिक नए रोजगार अवसर पैदा करने की क्षमता रखते पावरिंग लाइवलीहुड को इस समय आईकिया फाउंडेशन, शेल फाउंडेशन, डीएफआईडी (यूके सरकार), गुड एनर्जीज़ फाउंडेशन और डीओईएन फाउंडेशन का समर्थन है। 15 निवेशक और फाइनेंसर भी इस पहल से जुड़े हैं। इनमें अक्युमन, बियॉन्ड कैपिटल फंड, कैस्पियन डेट और उपाय सोशल वेंचर्स शामिल हैं।
कोरोना में इनका रहा योगदान
इन छह उपक्रमों में से हरियाणा के यमुनानगर स्थित धरमबीर फूड प्रोसेसिंग और यूपी के लखनऊ स्थित ग्रीनवीयर फैशन ने भी कोविड-19 महामारी के प्रति भारत के जवाब में योगदान किया है। इनमें धरमबीर फूड प्रोसेसिंग हैंड सैनिटाइजर बनाने के लिए एलो वेरा जेल मुहैया कराता रहा है जबकि ग्रीनवीयर ने उत्तर प्रदेश में कॉरपोरेट और स्थानीय सरकारी विभागों को दोबारा उपयोग करने योग्य चार लाख सूती मास्क दिए हैं।
27Aug-2020
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