सोमवार, 21 सितंबर 2020

‘ईज ऑफ डूइंग’ रैंकिंग में आंध्र प्रदेश की बादशाहत बरकरार

 लंबी छलांग लगाकर दूसरे पायदान पर पहुंचा उत्तर प्रदेश

मध्य प्रदेश को चौथा व छत्तीसगढ़ को छठा स्थान, हरियाणा तीसरे पायदान से शीर्ष दस राज्यों से गायब

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।  

देश में ‘ईज ऑफ डूइंग’ में आंध्र प्रदेश अपने पहले पायदान पर बरकरार है, लेकिन उत्तर प्रदेश ने लंबी छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। इस रैंकिंग में मध्य प्रदेश की रैंकिंग में लगातार सुधार है, जिसके बाद वह चौथे पायदान पर रहा। जबकि छत्तीसगढ़ पहले की तरह छठे स्थान की रैंकिंग में शामिल हुआ। वहीं पिछली बार तीसरे पायदान पर रहे हरियाणा को इस बार शीर्ष दस राज्यों में भी स्थान नहीं मिल सका, जिसे इस बार 16वें स्थान की रैंकिंग मिली है।

केंद्र सरकार ने यहां नई दिल्ली में शनिवार को राज्य व्यापार रिफॉर्म एक्शन प्लान 2019 रैंकिंग यानि ईज ऑफ डूइंग में राज्यों की रैंकिंग जारी की। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा भारत में कारोबारी माहौल को और बेहतर बनाने की दिशा में बिजनेस सुधार के कार्यों की योजना को लागू करने के आधार पर ईज ऑफ डूइंग में राज्यों की जारी रैंकिंग में आंध्र प्रदेश पिछले साल की तरह इस बार भी शीर्ष यानि पहले स्थान पर बरकरार है। जबकि इस बार उत्तर प्रदेश दस राज्यों को पीछे धकेलकर लंबी छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान पर पहुंचा है। तेलंगाना इस बार तीसरे स्थान की रैंकिंग में दर्ज है, जो पिछले साल दूसरे पायदान पर था। जबकि पिछले साल तीसरे स्थान पर हरियाणा था, जो इस बार 16वें पायदान पर है।

तीसरे पायदान से हरियाणा शीर्ष 10 से बाहर

भारत में कारोबार करने में आसानी के मामले में पिछली बार जारी की गई ‘ईज ऑफ डूइंग’ रैंकिंग में तीसरे पायदान पर रहे हरियाणा इस बार शीर्ष दस राज्यों में भी जगह नहीं बना सका है। जबकि इसमें तीन स्थान की छलांग के बाद मध्‍य प्रदेश चौथे तो झारखंड पांचवें और छत्‍तीसगढ़ छठें पायदान पर है, जो पिछली बार भी इसी जगह था। जबकि हिमाचल प्रदेश 16वें स्थान से छलांग लगाकर सातवें, राजस्‍थान 8वें, पश्चिम बंगाल नौंवे और गुजरात ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में 10वें पायदान पर है। यदि उत्तर भारत की बात करें तो एक तरह से उत्तर प्रदेश का सबसे अच्‍छा प्रदर्शन रहा है। जबकि पूर्वी भारत में झारखंड के प्रदर्शन बेहतर रहा है। मध्य भारत में मध्‍य प्रदेश, दक्षिण भारत में आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्‍तर में असम का प्रदर्शन ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में सबसे बेहतर राज्य साबित हुआ। मसलन टॉप टेन से जहां इस बार हरियाणा गायब होकर 16वें स्थान पर है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की देश में बिजनेस रिफॉर्म एक्‍शन प्‍लान की ईज ऑफ डूइंग’ रैंकिंग में दिल्ली (12), असम (20)व पश्चिम बंगाल को पहली बार जगह मिली है। 

इन राज्यों में आया सुधार

स्टेट बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान 2019 की इस रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश ने 10 स्थान ऊपर आया है। 2017 में यह 17वें स्थान पर था, वहीं 2019 की रैंकिंग में यह 7वें पायदान पर पहुंच गया है। उत्तराखंड 12 पायदान ऊपर चढ़ कर 23वें स्थान से 11वें पर पहुंच गया है। जबकि लक्ष्यद्वीप 18 स्थान की छलांग लगा कर 33वें से 15वें, दमन एंड दीव 33वें से 18वें स्थान पर पहुंच गया है।

कारोबारी सुधार में स्पर्धा प्रमुख मकसद

केंद्र सरकार की गई इस रैंकिंग का उद्देश्य घरेलू और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कारोबारी माहौल में सुधार लाने के लिए राज्यों के बीच प्रतिस्‍पर्धा शुरू करना हैराज्यों की रैंकिंग को कंस्ट्रक्शन परमिट, श्रम कानून, पर्यावरण पंजीकरण, इंफॉर्मेशन तक पहुंच, जमीन की उपलब्धता और सिंगल विंडो सिस्टम के आधार पर मापते हैंसभी राज्यों औऱ केंद्रशासित प्रदेशों के लिए ईज ऑफ डूइंग रैंकिंग को बिजनस रीफॉर्म एक्शन प्लान के तहत डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड की ओर से तैयार किया जाता है। गौरतलब है कि डीपीआईआईटी अनुबंध का प्रवर्तन, दिवाला निपटान, कारोबार शुरू करना, संपत्ति का पंजीकरण, कर का भुगतान और सीमापार व्यापार जैसे मानकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए रैंकिंग जारी करता है। विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग 2020 में भारत ने 2014 के 142वें रैंक के मुकाबले 63वें स्थान पर छलांग लगाई थी।

06Sep-2020

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