सोमवार, 28 सितंबर 2020

कोरोना संकट के बीच शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र

विपक्ष के आंशिक विरोध के बावजूद दोनों सदनों हुआ कामकाज

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

देश में कोरोना संकट के बीच आखिर सोमवार को शुरू हुए संसद के मानसून सत्र शुरू हो गया है, जिसमें पहले सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक लोकसभा की कार्यवाही हुई और अपरान्ह तीन बजे से राज्यसभा की कार्यवाही शुरू की गई। दोनों सदनों में ही विपक्ष के कुछ मुद्दो पर विरोध के बावजूद सदन की पहले दिन की कार्यवाही के दौरान जहां लोकसभा ने दो विधेयक को पारित किया, वहीं दोनों सदनों में कई विधेयक पेश भी किये गये।

राज्यसभा की मानसून सत्र के पहले दिन की सोमवार को अपरान्ह तीन बजे शुरू कार्यवाही शुरू हुई। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने इस दौरान सबसे पहले 15 नर्वनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई। इसके बाद राज्यसभा में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सांसद बेनी प्रसाद वर्मा, एमपी वीरेन्द्र कुमार और अमर सिंह, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के अलावा सदन के 14 पूर्व दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद एक घंटे के बाद उच्च सदन की कार्यवाही को स्थगित रखा गया, जिसके बाद 4.40 बजे फिर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान सभापति एम. वेंकैया नायडू ने हिंदी दिवस पर अपना संदेश दिया और आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद राज्यसभा के उप सभापति के लिए चुनाव कराने का प्रस्ताव पेश किया, जिसमें हरिवंश नारायण सिंह को ध्वनिमत से उप सभापति चुन लिया गया। विपक्ष की ओर से उपसभापति के लिए राजद के मनोज झा उम्मीदवार थे।

हिंदी को विस्तारित करने की जरूरत : नायडू

राज्यसभा के अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने  कहा कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों से अपील की कि वह आवश्यक कारणों के अलावा घर से न निकलें। उन्होंने कहा कि संसद सत्र भी आवश्यक सेवाओं में आता है। हिंदी दिवस के अवसर पर नायडू ने सभी सांसदों सलाह दी कि वह सभी भाषाओं का सम्मान करें। नायडू ने कहा, हिंदी भाषा को विस्तारित करने की जरूरत है। हमें बच्चों को अन्य भाषाएं सीखने के लिए उत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी भाषा श्रेष्ठ या हीन नहीं है।

राज्यसभा में 15 नवनिर्वाचित सांसदो ने ली शपथ

राज्यसभा में पहले दिन सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन और भाजपा के सैयद जफर इस्लाम सहित 15 नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली। एम. वेंकैया नायडू ने सदन में जिन नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ दिलाई उनमें तमिलनाडु से द्रमुक के तिरुचि शिवा, तेलंगाना से तेलंगाना राष्ट्र समिति के केशव राव, पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की अर्पिता घोष ने भी उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली। वहीं असम से निर्दलीय अजीत कुमार भुइंया, छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, केरल से एलजेडी के एमवी श्रेयमस कुमार, महाराष्ट्र एनसीपी की फौजिया खान, मेघालय से एनपीपी के वानविरॉय खारलूखी, तमिलनाडु से द्रमुक के एनआर इलांगो और एपी सेल्वरासू, तेलंगाना राष्ट्र समिति के केआर सुरेश रेड्डी और उत्तर प्रदेश से भाजपा के जयप्रकाश निषाद ने भी शपथ ली। नायडू ने कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करने की उस समय नसीहत दी, जब शपथ लेने के दौरान अधिकतर सदस्यों ने अपने मास्क को अपने मुंह से मास्क को नीचे कर दिया था।

प्रणव मुखर्जी समेत दिवंगतों को श्रद्धांजलि

इससे पहले सोमवार को अपरान्ह तीन बजे शुरू हुई राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सबसे पहले 15 नर्वनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली। इसके बाद राज्यसभा में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सांसद बेनी प्रसाद वर्मा, एमपी वीरेन्द्र कुमार और अमर सिंह, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के अलावा सदन के 14 पूर्व दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद एक घंटे के बाद उच्च सदन की कार्यवाही को स्थगित रखा गया, जिसके बाद 4.40 बजे फिर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान सभापति एम. वेंकैया नायडू ने हिंदी दिवस पर अपना संदेश दिया और आवश्यक दस्तावेज सदन के पटली पर रखवाने के बाद राज्यसभा के उप सभापति के लिए चुनाव कराने का प्रस्ताव पेश किया, जिसमें हरिवंश नारायण सिंह को बहुमत के साथ निर्वाचित घोषित किया गया। विपक्ष की ओर से उपसभापति के लिए राजद के मनोज झा उम्मीदवार थे।

प्रश्नकाल व शून्यकाल स्थगित करने से नाराज विपक्ष

कोरोना महामारी के कारण संसद के मानसून सत्र में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के समय को चार घंटे कम किया गया है। राज्यसभा में प्रश्नकाल व शून्यकाल को स्थगित करने के निर्णय का विपक्षी दलों ने विरोध किया। इसी प्रकार लोकसभा में शून्यकाल को आधा करने और प्रश्नकाल को पूरी तरह से रद्द करने के सरकार के फैसले से भी विपक्ष ने अपनी नाराजगी जताई।

 

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लोकसभा की कार्यवाही

सोमवार को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सुबह नौ बजे लोकसभा की कार्यवाही हुई। इस दौरान पहली बार लोकसभा के सदस्यों ने राज्यसभा में बैठकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। जहां पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी समेत 13 दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई और सदन की कार्यवाही चलाई गई। निचले सदन में पहले दिन करीब 200 सांसद लोकसभा चैम्बर में और करीब 30 सदस्य विभिन्न दीर्घाओं में बैठाए गये। कोरोना वायरस महामारी के बीच सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सदस्यों को लोकसभा चैम्बर, गैलरियों के साथ ही राज्यसभा के चैंबर में भी बैठाया गया है। मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही परंपरा के मुताबिक राष्ट्रगान के साथ आरंभ हुई

दो विधेयकों पर लगी संसद की मुहर  

लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग विधेयक और भारतीय आयुर्विज्ञान प्रणाली आयोग विधेयक को मंजूरी दे दी गई है, जो राज्यसभा से पहले ही पारित हो चुके हैं। इस प्रकार इन विधेयक पर संसद की मुहर लगने के बाद इन्हें राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। हालांकि इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने विधेयक का विरोध किया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्द्धन ने कहा कि प्रस्तावित विधेयक होम्योपैथी और भारतीय चिकित्सा पद्धति के बेहतर प्रबंधन में मदद करेगा

वेतन कटौती समेत तीन बिल पेश

लोकसभा में सोमवार को कोरोना महामारी के कारण सांसदों के वेतन में एक वर्ष के लिये 30 प्रतिशत कटौती करने वाला संसद सदस्यों के वेतन, भत्ता एवं पेशन संशोधन विधेयक 2020 पेश किया गया। इसमें कटौती किये जाने वाले धन का उपयोग कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति से मुकाबले के लिये किया जायेगा। वहीं सदन में जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिये बेहतर प्रबंधन और समुचित नियमन के जरिये सहकारी बैंकों को बैकिंग क्षेत्र में हो रहे बदलावों के अनुरूप बनाने के प्रावधान वाले बैकिंग नियम(संशोधन) विधेयक को भी पेश किया गया है। वित्त मंत्री ने आढ़त (फेक्टरिंग) नियमन संशोधन विधेयक को भी सदन में पेश किया।

25 सांसद कोरोना संक्रमित मिले

संसद के सत्र से 72 पहले सभी सांसदों की हुई कोरोना जांच में 25 सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गये, जिनमें 17 सांसद लोकसभा के और 8 सांसद राज्यसभा के हैंलोकसभा के संक्रमित सांसदों में 12 भाजपा, 2-2 वाईआरएस कांग्रेस और शिवसेना तथा 1-1 आरएलपी और डीएमके के सांसद शामिल हैं। 

15Sep-2020


 

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