सोमवार, 21 सितंबर 2020

भारतीय रेलवे ने मिशन मोड पर माल ढुलाई से बढ़ाई कमाई

कोरोना काल के बावजूद दस फीसदी ज्यादा हुआ माल लदान

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।   

भारतीय रेलवे ने मिशन कोरोना महामारी जैसी आपदा को अवसर में बदलते हुए पिछले साल की अपेक्षा इस साल मिशन के तौर पर माल ढुलाई में दस फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज करने के साथ माल ढुलाई से होने वाली आमदनी में भी इजाफा किया है।

रेल मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रेलवे ने कोविड-19 महामारी का उपयोग अपनी समग्र दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया है इस दौर में मिशन के तौर पर काम करते हुए सितंबर महीने के पहले सप्ताह यानि 6 सितंबर तक पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में हुई माल ढुलाई और कमाई के आंकड़ें को पार कर लिया है। मसलन सितंबर 2020 के महीने में 6 सितंबर तक भारतीय रेलवे द्वारा माल ढुलाई 19.19 मिलियन टन हुई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुई माल ढुलाई महज 17.38 मिलियन टन थी। यानि पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 1.81 मिलियन टन ढुलाई करके 10.41 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की है। यही नहीं इस अवधि में भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई से 1836.15 करोड़ रुपये की कमाई की, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में की गई कमाई 1706.47 करोड़ रुपये की तुलना में 129.68 करोड़ रुपये अधिक है। इन छह दिनों में भारतीय रेलवे द्वारा की गई 19.19 मिलियन टन की माल ढुलाई में 8.11 मिलियन टन कोयला, 2.59 मिलियन टन लौह अयस्क,1.2 मिलियन टन खाद्यान्न,1.03 मिलियन टन उर्वरक और 1.05 मिलियन टन सीमेंट शामिल है। रेलवे ने बताया कि रेलवे द्वारा माल ढुलाई को बहुत ही आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेलवे में कई रियायतें और छूट दी जा रही हैं। यह ध्यान देने की बात है कि माल ढुलाई में सुधार को संस्थागत रूप दिया जाएगा और इसे आगामी शून्य आधारित समय सारिणी में शामिल किया जाएगा।

----------------------------------

उत्तर रेलवे रिकॉर्ड ब्रेकिंग मोड में उत्तर रेलवे

उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने कोरोना काल के इस दौर में खाद्यान्न लदान में पांच रिकार्ड स्थापित करने का दावा करते हुए बताया कि उत्तर रेलवे के लगातार इन 5 नए रिकार्ड में 29 अगस्त को 59 रैकों का लदान करके सर्वश्रेष्ठ एकल दिवसीय लदान हासिल किया है। इससे पहले इससे पहले 24 जुलाई को 55, 22 अप्रैल को 54, 17 अप्रैल को 53 और 9 अप्रैल को 51 रैकों का रिकार्ड लदान किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे ने अगस्त के दौरान 6 मीट्रिक टन का सर्वश्रेष्ठ मूल लदान दर्ज किया। यह पिछले वर्ष के लदान से 43.12 फीसदी और अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान किए गए सर्वश्रेष्ठ मूल लदान 25.43 मीट्रिक टन से 29.41 फीसदी अधिक है। मालभाड़ा यातायात के उच्च परिमाण का लदान करके आय में हिस्सेदारी और ले जाये गए एनटीकेएम में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। वहीं अप्रैल से वहन किए गए एनटीकेएम की संख्या में लगभग 105.14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है, जो वर्तमान में भारतीय रेलवे पर वहन किए गए कुल एनटीकेएम में उत्तर रेलवे की हिस्सेदारी 9.32 फीसदी है। मालभाड़ा बिजनेस डेवलपमेंट पर चर्चा करते हुए महाप्रबंधक ने बताया कि रेलवे हर तरह के ग्राहकों, छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े एफएमसीजी और ई-कॉमर्स के दिग्गजों को मालभाड़ा सेवाएं प्रदान करने के हरसंभव प्रयास कर रही है।

--------------------------------

400वीं अन्नापूर्णा रेलगाड़ी रवाना

महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने कहा कि सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा से देश के विभिन्न भागों में खाद्यान्न ले जाने वाली 5000 टन क्षमता वाली जम्बो अन्नपूर्णारेलगाड़ियों की श्रृंखला की 400वीं रेलगाड़ी आज चलाई गयी। समय-सारिणी से चलने वाली पार्सल रेलगाड़ियां और विशेष मालभाड़ा रेलगाडियां व पीसमील मालगाड़ियां भी नियमित रूप से चलाई जा रही हैं। उत्तर रेलवे ने सभी रेल जोनों के मुकाबले 17 अगस्त को एक ही दिन में 31.88 करोड़ रुपये की सर्वश्रेष्ठ मूल आय दर्ज कीउन्होंने कहा कि मुख्यालय एवं मंडल स्तरों पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों के गठन के अब सकरात्मक परिणाम आने लगे हैं। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

08Sep-2020

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें