सोमवार, 28 सितंबर 2020

चुनाव से पहले बिहार को मिली जल परियोजनाओं की सौगात

पीएम मोदी ने किया नमामि गंगे मिशन में 2 सीवरेज प्लांट का उदघाटन

मुजफ्फरपुर रिवर फ्रंट की रखी आधारशिला

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में नमामि गंगे अभियान के अंतर्गत अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर से 3 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए राज्य को विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ी सौगात दी है। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद और केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।

केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय गंगा स्वच्छता मिशन ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना नगर निगम के अंतर्गत आने वाले बेऊर क्षेत्र में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए 43 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा करमलीचक में नमामि गंगे योजना के तहत बनाए गए एक अन्य 37 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी उद्घाटन किया। इस प्रकार बिहार की राजधानी पटना शहर की सीवरेज व्यवस्था के लिए नमामि गंगे मिशन के द्वारा 11 परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी हैं। इन दोनों एसटीपी बेऊर और करमलीचक के समेत दो अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2017 में किया था। इन दोनों के पूरा होने के साथ-साथ 60 एमएलडी सैदपुर एसटीपी का कार्य भी समापन की ओर है। मिशन के अनुसार इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने नमामि गंगे योजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने मुजफ्फरपुर रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना का भी शिलान्यास किया। इस योजना के तहत मुजफ्फरपुर शहर के तीन घाटों (पूर्वी अखाड़ा घाट, सीढ़ी घाट, चन्दवारा घाट) का विकास किया जायेगा। रिवर फ्रंट पर कई प्रकार की मूलभूत सुविधायें उपलब्ध होगी। इसमें चेंजिंग रूम, पाथवे, वाच टावर, इनफार्मेशन कियोस्क, शौचालय आदि. घाटों पर आकर्षक साईनेज, सुरक्षा जैसी व्यवस्था और पर्याप्त लाइटिंग भी उपलब्ध होगी। इस दौरान कार्यक्रम में नमामि गंगे द्वारा परियोजनाओं के विकास के रोडमैप पर बनाई गई फिल्म को भी प्रदर्शित किया गया। 

बिहार में 54 परियोजनाओं को मंजूरी

जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार बिहार में गंगा नदी का कुल विस्तार 405 किलोमीटर है, जिस पर नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत अब तक कुल 54 परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है। जिसमें सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर, घाटों, शमशान और रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, वनरोपड़, बायो रीमेडिएशन, ग्रामीण स्वच्छता और नदियों की सतह की सफाई जैसे मुख्य परियोजनाएँ शामिल है। इन विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए अबतक कुल 6245 करोड़ रुपये स्वीकृत किया जा चुके हैं। वहीं इससे पहले नमामि गंगे के सहयोग से पटना में बनाए गए रिवर फ्रंट को अब तक कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल हो चुके हैं। जिसमें वर्ष 2016 में 2ए एशिया आर्किटेक्चर अवार्ड, 2017 में विएना में हुआ 2ए अवार्ड एक्सिबिशन, 2017 में पुणे डिज़ाइन बिनाले समेत कई पुरस्कार मिल चुके हैं।

गंगा डॉल्फिन का संरक्षण

पीएम मोदी ने मंगलवार को बेऊर और करमलीचक की जिस योजना का उद्घाटन हुआ है, उससे इस क्षेत्र के लाखों लोगों को लाभ होगानमामि गंगे मिशन के तहत बिहार सहित पूरे देश में 180 से अधिक घाटों के निर्माण का काम चल रहा है, जिसमें 130 को पूर्ण किया जा चुका है। जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार अभी हाल ही में सरकार ने एक प्रोजेक्ट डॉल्फिन की घोषणा भी की है। इस मिशन का बहुत बड़ा लाभ गंगा डॉल्फिन को भी होगा। गंगा नदी के संरक्षण के लिए गांगेय डॉल्फिनए का संरक्षण बहुत ज़रूरी है। पटना से लेकर भागलपुर तक का गंगा जी का पूरा विस्तार डॉल्फिन का निवास स्थान है। इसलिए प्रोजेक्ट डॉल्फिन से न सिर्फ बिहार को लाभ होगा बल्कि गंगा नदी में बायोडायवर्सिटी के साथ-साथ पर्यटन को भी बल मिलेगा।

अमृत योजना का कार्यान्वयन

वहीं नमामि गंगे के अतिरिक्त प्रधानमंत्री मोदी ने अमृत योजना के अंतर्गत सीवान नगर परिषद में और छपरा नगर निगम के क्षेत्र में अमृत योजना के जरिए वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट लांच होगा। इन दोनों योजनाओं के तहत स्थानीय नागरिकों को चौबीसों घंटे पीने का साफ पानी मिलेगा। कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद और केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे। इस दौरान कार्यक्रम में नमामि गंगे द्वारा परियोजनाओं के विकास के रोडमैप पर बनाई गई फिल्म को भी प्रदर्शित किया गया। 

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राष्ट्र निर्माण में बिहार का महत्वपूर्ण योगदान: मोदी

नमामि गंगे परियोजनाओं के इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑनलाइन संबोधन में कहा कि राष्ट्रनिर्माण के इस काम में बहुत बड़ा योगदान बिहार का भी है। उन्होने कहा कि बिहार देश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर दे रहा है। बिहार की धरती हमेशा से आविष्कार और इनोवेशन की पर्याय रही है। मोदी ने कहा कि अब केंद्र और बिहार सरकार के साझा प्रयासों से बिहार के शहरों में पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है। नमामि गंगे को लेकर उन्होने बताया कि गंगा से सटे गांवों को गंगा ग्राम बनाया जाएगा, साथ ही नाले के जरिए जाने वाले गंदे पानी को रोका जाएगा। मोदी ने कहा कि बिहार ऐतिहासिक नगरों की धरती है। यहां हजारों सालों से नगरों की एक समृद्ध विरासत रही है। प्रचीन भारत में गंगा घाटी के इर्द-गिर्द आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से समृद्ध और सम्पन्न नगरों का विकास हुआ। गंगा जल की स्वछता का सीधा प्रभाव करोड़ों लोगों पर पड़ता है। उन्होने बताया कि आने वाले दिनों मुजफ्फरपुर रिवर फ्रंट को पटना रिवर फ्रंट की तर्ज़ पर ही विकसित किया जाएगा। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि लोगों को शुद्ध जल मिलना बड़ी बात है। उन्होने अपने बारे में बात करते हुये बताया कि बख्तियारपुर जहां मेरा जन्म हुआ वहाँ केवल एक या दो कुंओं का पानी ही स्वच्छ था। साफ पानी के लिए हम सभी ने काफी संघर्ष किया है, इसलिए ये हमारी जिम्मेवारी है कि गंगा नदी के पानी को स्वच्छ रखें। इसके लिए नमामि गंगे सीवरेज प्लांट की स्थापना होनी बहुत जरुरी थी। उन्होने बताया कि नमामि गंगे मिशन बिहार में कई सीवेज ट्रीटमेंट प्लान पर कार्य कर रहा है, और हम इसे शीघ्र ही पूरा करेंगे। 

16Sep-2020


 

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