शनिवार, 12 सितंबर 2020

केंद्रीय सुरक्षा बलों में ‘लोकल के लिए वोकल’ स्वदेशी को प्रोत्साहन

केवीआईसी जल्द करेगा आईटीबीपी को 1200 कुंतल सरसों के तेल की आपूर्ति

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

केंद्रीय सरुक्षा बलों में अग्रणी बल की भूमिका में भारत तिब्बत सीमा पुलिस(आईटीबीपी) के जवानों का अब स्वदेशी शुद्ध सरसों के तेल से बना भोजन मिलेगा, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत केंद्रीय सुरक्षा बलों को ‘लोकल के लिए वोकल’ स्वदेशी को प्रोत्साहन करने की पहल है। मसलन इस दिशा में आईटीबीपी ने खादी और ग्रामोद्योग को 1200 कुंतल कच्ची घानी सरसों की आपूर्ति के लिए आर्डर दे दिया है।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवाईआईसी) को भारत तिब्बत सीमा पुलिस(आईटीबीपी) से 1.73 करोड़ रुपए कीमत के 1200 कुंतल कच्ची घानी सरसों का तेल आपूर्ति करने का पहला ऑर्डर मिला है। मसलन अब चीन या अन्य देश की सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों के भोजन में किसी कंपनी का नहींबल्कि स्वदेशी शुद्ध सरसों के तेल से बना भोजन मिलेगा। यह खरीद ऑर्डर केवीआईसी और आईटीबीपी के बीच 31 जुलाई को सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद मिला है। केवीआईसी और आईटीबीपी के बीच इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और लोकल के लिए वोकल’ के आह्वान के बाद हुआ था। केवीआईसी अब सरसों के तेल की आपूर्ति 30 दिनों के भीतर कर देगा। इसके लिए तेल की जल्द से जल्द आपूर्ति पूरा करने के लिए खादी संस्थानों को तीन पाली में काम करने का निर्देश जारी किया गया है। इस ऑर्डर से खादी कारीगरों के लिए अतिरिक्त लाखों मानव श्रम घंटे सृजित होंगे और स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। स्वदेशी को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने केवीआईसी के प्रयासों की सराहते हुए कहा कि इससे स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामोद्योग से जुड़े लाखो लोग समर्थ बनेंगे।

अन्य उत्पादों की आपूर्ति की तैयारी

केवीआईसी अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इस खरीद ऑर्डर मिलने पर कहा कि इससे ग्रामोद्योग को सशक्त करने और स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि केवल स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देकर वित्तीय कठिनाई को परास्त किया जा सकेगा। सक्सेना ने कहा कि भारतीय सीमाओं की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बलों के जवानों का सर्वोत्तम गुणवत्ता का सरसों का तेल से बना खाना उनकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा। सक्सेना ने कहा कि केवीआईसी और आईटीबीपी ने एक वर्ष की अवधि के लिए इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं,जिसका विस्तार किया जाएगा। इसके बाद कपास की दरी,कंबल,चद्दर,तकियों के कवर,अचार,शहद,पापड़ और प्रसाधन सामग्री आदि उत्पादों के अलावा आईटीबीपी को लगभग 18 करोड़ रुपए के तेल और दरी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पाद को प्रोत्साहन देने और इस प्रकार के आर्डर से उच्चस्तरीय कच्ची घानी सरसों का तेल उत्पादन करने वाले खादी संस्थानों में अतिरिक्त नौकरी सृजित होगी।

सीएपीएफ कैंटीनों में स्वदेशी सामानों की बिक्री

गौरतलब है कि पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन के ऐलान के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में केंद्रीय सुरक्षा बलों की केंटिनों में स्वदेशी सामानों की बिक्री को अनिवार्य करने के आदेश दिये थेजिसका मकसद 'स्वदेशीउत्पादों की खरीद को प्रोत्साहन देना है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस ऐलान के बाद सीएपीएफ कैंटीन केवल एक जून से केवल स्वदेशी या स्वदेश निर्मित उत्पाद की बिक्री कर रही है। आईटीबीपी सभी सीएपीएफ के लिए सामानों की खरीद के लिए नोडल एजेंसी हैजो स्वदेशी सामानों की खरीद को बढ़ावा दे रहा है। 

30Aug-2020

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