शनिवार, 12 सितंबर 2020

‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ में भी आगे भारतीय रेलवे

अब तक छह राज्यों में 6.40 लाख से ज्यादा कार्य दिवस किये सृजित

रेलवे की 165 रेल परियोयजनाओं में दिया गया प्रवासी श्रमिकों को काम

रेलवे के कार्य के लिए किया गया 1410 करोड़ से ज्यादा का भुगतान

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

कोरोना संकट में लॉकडाउन के कारण घर वापसी करने वाले प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की दिशा में मोदी सरकार द्वारा छह राज्यों के 116 जिलों में 125 दिन के लिए शुरू किये गये ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ को भारतीय रेलवे ने मिशन मोड़ पर चलाया और अब तक रेलवे की करीब 165 परियोजनाओं में चिन्हित राज्यों के जिलों में प्रवासी श्रमिकों के लिए 6.40 लाख से भी ज्यादा कार्य दिवस सृजित किये, जिसमें शामिल 12,276  श्रमिकों के लिए 1410.35 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 जून को प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में 6 राज्यों बिहारझारखंडमध्य प्रदेशओडिशाराजस्थान और उत्तर प्रदेश में 125 दिनों के लिए ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ शुरू करने का ऐलान किया था, जिसका मकसद बुनियादी ढांचों के विकास और अन्य परियोयजनाओं के तहत देश के विभिन्न राज्यों से अपने गृह राज्य वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराना था। केंद्र सरकार के इस अभियान में करीब एक दर्जन मंत्रालयों व विभागों की परियोजनाओं के कार्यान्वयन को शामिल किया गया है, जिसमें भारतीय रेलवे ने भी करीब 165 रेल परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु इस अभियान को निर्धारित सभी छह राज्यों में मिशन मोड़ पर शुरू किया। रेल मंत्रालय ने के तहत 6.40 लाख से भी अधिक मानव कार्य दिवस सृजित किए हैं, जिसमें अब तक इस अभियान से जुड़े 12,276 श्रमिकों की मजदूरी भुगतान के लिए कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं में ठेकेदारों को 1,410.35 करोड़ रुपये की भुगतान राशि जारी की गई है। मंत्रालय ने बताया कि खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल इस अभियान के तहत रेलवे परियोजनाओं की प्रगति और इस योजना के कार्यान्वयन हेतु इन छह राज्यों के प्रवासी श्रमिकों के लिए सृजित कार्य अवसरों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय रेलवे कोरोना काल संकट में पहले से ही आवश्यक सामान की आपूर्ति, प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी, विशेष ट्रेन चलाकर जनता को सुविधाओं के साथ चिकित्सीय सहायता समेत कई क्षेत्र में सक्रीय भूमिका निभाता आ रहा है।

मिशन मोड़ पर अभियान

रेल मंत्रालय ने बताया कि भारतीय रेलवे ने ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ को मिशन मोड़ पर शुरू करते हुए प्रत्येक जिले के साथ-साथ राज्यों में भी प्रमुख नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैंताकि राज्य सरकार के साथ सही ढंग से समन्वय स्थापित किया जा सके। रेलवे ने कुछ विशेष कार्यों की पहचान की है जिन पर इस योजना के तहत काम चल रहा है, जिनमें रेलवे के समतल क्रॉसिंग के लिए उप-मार्गों के निर्माण और रख-रखावरेलवे ट्रैक के किनारे जलमार्गोंखाइयों और नालों का विकास और उनकी साफ-सफाईरेलवे स्टेशनों के लिए उप-मार्गों का निर्माण और रख-रखावरेलवे के मौजूदा किनारों (तटबंधों) व  उप-मार्गों की मरम्मत और चौड़ीकरणरेलवे की ज़मीन की अंतिम सीमा पर वृक्षारोपण करना और मौजूदा किनारों (तटबंधों) के साथ उप-मार्गों और पुलों के संरक्षण कार्य शामिल है। ऐसे कार्यो में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।

25Aug-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें