सोमवार, 21 सितंबर 2020

राज्यसभा की कार्यवाही का पूर्वाभ्यास, संसदीय अधिकारियों ने लिया हिस्सा

सभापति वेंकैया नायडू पीठासीन होकर व्यवस्थाओं का लिया जायजा

ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।   

कोरोना महामारी के बीच 14 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र की तैयारियां जोरो पर है, जिसमें संक्रमण से सुरक्षा के उपायों के साथ नई व्यवस्थाओं में बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही का पूर्वाभ्यास किया गया। सदन के मॉक सत्र में स्वयं पीठासीन हुए राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने पूर्वाभ्यास के रूप में उच्च सदन की कार्यवाही में सांसदों के लिए की गई व्यवस्था के अनुसार अलग-अलग दीर्घाओं की सीटों पर संसदीय अधिकारियों व कर्मचारियों को बैठकर जायजा लिया।

देश में कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में सरकारी कामकाज को निपटाने के मकसद और संसदीय नियमानुसार एक निश्चित अवधि के अंतर में संसद सत्र आयोजित करना आवश्यक माना गया है। इसी के मद्देनजर सरकार ने संसद के मानसून सत्र को 14 सितंबर से 01 अक्टूबर तक चलाने का फैसला किया, जिसके लिए पिछले एक माह से ही तैयारियां चल रही थी। लोकसभा और राज्यसभा के दोनों पीठासीन अधिकारी लगातार बैठके करके सत्र चलाने के लिए व्यवस्थाओं को अंतिम रुप देने में जुटे रहे और ऐसी व्यवस्था की गई कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी दिशानिर्देशों के तहत की गई व्यवस्था के तहत संसद का सत्र चले। इसी व्यवस्था का जायजा लेने के लिए बुधवार को राज्यसभा की बैठक का पूर्वाभ्यास किया गया, जिसमें की गई व्यवस्था में सांसदों के बजाए संसदीय अधिकारियों और कर्मचारियों को राज्यसभा और लोकसभा चैंबर के साथ उनकी चार दीर्घाओं में कोरोना बचाव के लिए सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन कराया गया। इस मॉक सत्र में अधिकारियों को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिये गये।

पूर्वाभ्यास का प्रसारण

सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उच्च सदन के पूर्वाभ्यास के दौरान उच्च सदन की कार्यवाही के सीधा प्रसारण के तहत ऑडियो और वीडियों का इस्तेमाल करके उसकी भी परख की। वहीं उच्च सदन की वेल में राज्यसभा के महासचिव देश दीपक वर्मा के साथ सीमित संख्या में सचिव बैठाए गये। इस दौरान दोनों सदनों के चैंबर में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संसद के अधिकारियों व कर्मचारियों को चर्चा शुरू करने के संकेत और विधेयक पारित करने के लिए पर्चियों के वितरण का नमूना भी पेश किया गया। राज्यसभा की कार्यवाही के पूर्वाभ्यास में संसद के मानसून सत्र के लिए कोरोना संक्रमण से बचाव की दृष्टि से की गई सभी व्यवस्थाएं खरी पाई गई, जिस पर वेंकैया नायडू ने संतोष व्यक्त किया।

पीठ से जारी हुए दिशानिर्देश

राज्यसभा की कार्यवाही के पूर्वाभ्यास के दौरान सभापति एम. वेंकैया नायडे ने सांसदों के स्थान पर बैठाए गये राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी, कि गृह और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालयों द्वारा जारी किए गए सभी दिशानिर्देशों का बहुत बारीकी से पालन किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को आगामी सत्र से पहले और दौरान उनके द्वारा देखे जाने वाले स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के बारे में एक सलाहकार के माध्यम से माननीय सदस्यों को याद दिलाने का भी निर्देश दिया। नायडू ने स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को सदन की कार्यप्रणाली से जुड़े होने की बात दोहराई।

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तीसरी बार हुआ पूर्वाभ्यास

राज्यसभा सचिवालय के अनुसार मानसून सत्र के लिए राज्यसभा की कार्यवाही के पूर्वाभ्यास का यह तीसरा दिन है। इस पूर्वाभ्यास का मकसद है कि कोरोना काल में की गई व्यवस्थाओं में यदि कोई कमी रही होगी तो समय रहते दूर कर ली जाए।

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नवनिर्वाचित सांसद ने ली शपथ

राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने अपने कक्षा में बुधवार को इससे पहले आंध्र प्रदेश के नव निर्वाचित राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी को शपथ भी दिलाई। गौरतलब है कि राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में निर्वाचित ज्यादातर सदस्यों ने 22 जुलाई को शपथ ग्रहण की थी। बाकी सभी सदस्यों को उच्च सदन में 14 सितंबर को शपथ दिलाई जाएगी।

10Sep-2020

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