गुरुवार, 24 सितंबर 2020

बिजनेस मिशन मोड में आया उत्तर रेलवे

7वीं व्यापार माला एक्सप्रेस रेलगाड़ी चलाई गई

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

कोरोना महामारी के दौरान रेलवे की ज्यादातर गतिविधियां मिशन मोड़ पर चलाई जा रही हैं। इसीके तहत उत्तर रेलवे ने व्यापार को मिशन मोड़ पर रखते हुए सातवीं व्यापार माला एक्सप्रेस रेलगाड़ी चलाई है, जो गेंहू का लदान लेकर असम और पश्चिम बंगाल जाएगी।

उत्तर एवं उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि व्यापार को मिशन मोड में रखने और छोटे व मंझोले व्यापारियों को सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर रेलवे द्वारा चलाई गई यह 7वीं व्यापार माला एक्सप्रेस रेलगाड़ी है। इस व्यापार माला एक्सप्रेस में गेहूँ के 21 वैगन सुलतानपुर से सालचापरा (असम) के लिए और डी-ऑयिल्ड केक के 21 वैगन फ़ैजाबाद से चंग्रबांधा (पश्चिम बंगाल) के लिए भेजे गए हैं। चौधरी ने कहा कि मुख्यालय एवं मंडल स्तरों पर बिजनेस डेवलपमैंट यूनिटों के गठन के अब सकारात्मक नतीजे आने लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छोटे एवं मंझोले व्यापारियों की रेल परिवहन आवश्यकताओं के लिए हर संभव सहायता की जायेगी। चौधरी ने बताया कि अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने और उसे गति देने का भारतीय रेलवे पर काफी दबाव था क्योंकि यह राष्ट्र की जीवन रेखा है। राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद इस राष्ट्रीय परिवहन प्रणाली के पहिए थम गये थे। सभी क्षेत्रीय रेलों में अग्रणी उत्तर रेलवे ने इस आपदा को अवसर में बदलते हुए माल यातायात को सड़क यातायात से रेल यातायात की ओर लाने के लिए अनेक कदम उठाये। इनमें बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटो का गठन एक महत्वपूर्ण उपाय था।उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

फ्लाई ऐश’ के लदान की शुरूआत  

उत्तर रेलवे ने एक नए माल यातायात फ्लाई ऐश का बठिंडा से रूपनगर के लिए लदान कर एक नई शुरूआत की है। उत्तर रेलवे के अम्बाला मंडल ने दूसरी बार गुरुवार को बॉक्स-एन वैगनों में 4060 टन फ्लाई ऐश का लदान कर एक प्रमुख माल यातायात को रेल यातायात को शुरू किया है, जो पहले सड़क मार्ग से जाता रहा है। उत्तर रेलवे पर फ्लाई ऐश का लदान न केवल पहली बार किया गया, अपितु इसको करने वाला अम्बाला मंडल भी उत्तर रेलवे का पहला मंडल बना है। रेलवे ने मालभाड़ा यातायात को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक प्रकार की रियायतें अपने ग्राहकों को दी हैं तथा माल यातायात आकर्षित करने हेतु बीडीयू का भी गठन किया है।  अम्बाला मंडल के बीडीयू के प्रयासों के फलस्वरूप ही उत्तर रेलवे को पहली बार फ्लाई ऐश के लदान करने का अवसर मिला है। गौरतलब है कि सीमेंट कम्पनियों द्वारा अपने उत्पाद हेतु फ्लाई ऐश का इस्तेमाल किया जाता है।  फ्लाई ऐश को बंद थैलों में अथवा खुले वैगनों में रेल द्वारा ले जाने की सुविधा प्रदान की गयी है तथा इस पर रेल द्वारा रियायत भी प्रदान की जाती है। अम्बाला मंडल की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ने अपने मौजूदा ग्राहकों को यह सामग्री रेल द्वारा ले जाने के लिए आकर्षक प्रस्ताव दिया जोकि रेलवे व ग्राहक दोनों के लिए लाभप्रद है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने इस नए माल यातायात को प्राप्त करने में अम्बाला मंडल के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इससे उत्तर रेलवे के अन्य मंडल एवं बीडीयू भी प्रेरणा लेकर मालभाड़ा यातायात को बढ़ाने में हरसंभव सहयोग प्रदान करें।

12Sep-2020 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें