विमानन मंत्रालय के बाद रेलवे ने भी दिये संकेत
कारण: तेजी से देश में बढ़ रही है कोरोना संक्रमितों की संख्या
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए
जहां नागर विमानन मंत्रालय ने सभी हवाई सेवाओं को 30 अप्रैल तक रद्द करने की घोषणा
के बाद रेल मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि रेलवे ने अभी तक 15 अप्रैल से रेल
सेवाएं बहाल करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। परिवहन सेवाओं को बहाल करने का लेकर
मिल रहे इन संकेतों से केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन की 21 दिन की अवधि को एक या दो
सप्ताह तक बढ़ाने के निर्णय की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता?
देश में पिछले चार दिनों से तेजी के साथ बढ़ी कोरोना संक्रमितों
की संख्या के बीच एक दिन पहले केंद्र सरकार के अधीन विमानन कंपनी एयर इंडिया
द्वारा अपनी हवाई उड़ानों को 30 अप्रैल तक स्थगित करने का ऐलान करने से लॉकडाउन की
अवधि के बढ़ाने की अटकले तेज हो गई थी, लेकिन वहीं रेलवे की सेवाओं को लेकर 15
अप्रैल से शुरू करने की तैयारियों की खबरों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ेगी या नहीं, इस
पर असमंसज की स्थिति पैदा कर दी। लेकिन शनिवार को रेलवे यात्री ट्रेनों की बहाली
को लेकर 15
अप्रैल से रेल सेवाएं बहाल करने की तैयारियों की खबरों लेकर भारतीय रेलवे ने
स्पष्ट किया है कि अभी तक रेलवे ने देश में 14 अप्रैल तक रद्द यात्री रेल सेवाओं
को बहाल करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। रेल मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि
देश में स्थगित सभी रेल सेवाओं को रेलवे बोर्ड की मंजूरी के बाद ही बहाल किया
जाएगा। इन दो परिवहन विभागों के ऐसे संकतों के अलावा देश में तेजी से बढ़ते कोरोना
संक्रमितों की संख्या के कारण बिगड़ते हालातों को देखते हुए ऐसी संभावनाएं बरकारा
हैं कि केंद्र सरकार देशभर में लागू लॉकडाउन की अवधि को विस्तार दे सकती है? वहीं
सूत्रों की माने तो यदि कोरोना संकट की स्थिति के आधार पर लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई
जाती है तो सरकार आम लोगों की आवयक सेवाओं के साथ जिस प्रकार से कृषि जैसे अन्य
क्षेत्रों में धीरे-धीरे छूट दे रही है, उसी तरह अन्य क्षेत्रों में भी छूट का
ऐलान कर सकती है।
सरकार ने अभी नहीं लिया कोई निर्णय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश में कोरोना वायरस
के खिलाफ जंग के लिए गठित 11 अधिकार प्राप्त समूहों के साथ संयुक्त बैठक करके देशभर में अस्पतालों
की उपलब्धता, अलग थलग रखने की
सुविधा के साथ बीमारी की निगरानी,
जांच
एवं देखरेख प्रशिक्षण जैसे उपायों एवं तैयारियों की समीक्षा की। देश में कोरोना वायरस प्रतिक्रिया
गतिविधियों की योजना और कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए गठित इन समूहों
की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सभी संबंधित चिकित्सा उपकरणों जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), मास्क, दस्ताने और वेंटिलेटर्स के पर्याप्त उत्पादन, खरीद और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित
समूहों और अधिकारियों को निर्देश दिया। इस बैठक में पीएम मोदी को देश में कोरोना वायरस की स्थिति
और कोरोना से संक्रमित मरीजों और उसके कारण हुई मौतों के आंकड़ों की भी जानकारी दी
गई। हालांकि पीएम मोदी की अध्यक्षता में इस बैठक में ऐसे कोई संकेत नहीं दिये गये
कि देश में लागू 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाई जाएगी या
नहीं!
तबलीगी जमातियों ने बढ़ाई मुश्किलें
देश में पिछले चार दिनों में जिस तेजी से
संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है, उसके बढ़ने के कारण को भी स्पष्ट करते हुए
कहा गया कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मस्जिद मरकज में आयोजित तबलीगी जमात शामिल
हुए हजारों देश-विदेश के लोगों में सबसे ज्यादा संक्रमण के लक्षण पाए जाने से
कोरोनाग्रस्त लोगों का आंकड़ा बढ़ा है। अकेले दिल्ली में कोरोना संक्रमितों में 67
फीसदी लोग ऐसे हैं जो इस जमात में शामिल हुए थे। इस जमात में शामिल होने के बाद
अपने अपने राज्यों में वापस लौटे जमातियों के कारण भी देश में कोरोना वायरस से
संक्रमित लोगों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।
05Apr-2020
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