देश में पटरियों पर लगातार घूम रहे हैं विशेष पार्सल
एक्सप्रेस ट्रेनों के पहिए
रेल मंत्रालय के अनुसार कोविड-19 के कारण हुए
राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेलवे द्वारा प्राथमिकता के आधार पर
चिकित्सा वस्तुओं का निर्बाध परिवहन सुनिश्चित किया जा रहा है। देश में कोरोना
वायरस की चुनौतियों का सामना करने और प्रतिकूल प्रभावों का प्रबंधन करने में सरकार
के प्रयासों को मजबूती प्रदान करने के लिए रेलवे द्वारा समय-सारणी वाली अपनी
पार्सल सेवाओं के माध्यम से दवाओं, मास्क, अस्पताल की वस्तुओं और चिकित्सा के अन्य उपयोगी
वस्तुओं का लगातार वितरण किया जा रहा है। रेलवे ने अब तक देश के विभिन्न हिस्सों
में 1150 टन चिकित्सा वस्तुओं का परिवहन किया है। भारतीय रेलवे संकट की इस घड़ी
में मानव जीवन को छू रही है। हाल ही में एक ऑटिस्टिक बच्चे के माता-पिता ने सोशल
मीडिया प्लेटफॉर्म पर मदद के लिए आग्रह किया तो उस बच्चे के लिए ऊंटनी के मलाईरहित
दूध को अजमेर से मुंबई पार्सल ट्रेन के जरिए पहुंचाया गया। इसी प्रकार अजमेर में
एक अन्य ऑटिस्टिक बच्चा, जो गंभीर बीमारियों से
जूझ रहा था, उसके दवाइयों का स्टॉक
खत्म हो गया तो उसके रिश्तेदारों ने रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया और अहमदाबाद
से अजमेर के लिए पार्सल ट्रेन के माध्यम से दवाइयां पहुंचायी गईं।
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
कोरोना वायरस के संकट के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के
दौरान भारतीय रेलवे ने प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सा वस्तुओं का निर्बाध परिवहन
सुनिश्चित करने के लिए देशभर में 66 रेल मार्गो पर विशेष पार्सल ट्रेनें चला रखी
है,जिनके जरिए लॉकडाउन में अब तक
1150 टन चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति की गई है।

उत्तर रेलवे ने की सबसे ज्यादा आपूर्ति
रेल मंत्रालय के अनुसार भारतय रेलवे के विभिन्न 16
जोन क्षरा संचालित पार्सल ट्रेनों में 1150.17 टन चिकित्सा सामग्री के लदान में
सबसे ज्यादा 399.71 टन उत्तर रेलवे ने आपूर्ति किया है। इसके बाद चिकित्सा वस्तुओं
के परिवहन करते हुए पश्चिम रेलवे ने 328.84 टन,मध्य रेलवे ने 135.64 टन, दक्षिण रेलवे ने 83.13 टन, दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे ने 15.10 टन, पूर्वमध्य रेलवे ने 1.28 टन,पूर्वोत्तर रेलवे ने 2.88 टन,पूर्व तटीय रेलेवे 1.06
टन, दक्षिण मध्य रेलवे ने 47.22 टन,उत्तर मध्य रेलवे 74.32 टन,पश्चिम मध्य रेलवे 27.17 टन,दक्षिणपूर्व रेलवे ने
2.82 टन,दक्षिण पश्चिम रेलवे 12.10 टन,पूर्व रेलवे ने 8.52 टन,पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने 2.16 टन,उत्तर
पश्चिम रेलवे ने 8.22 टन की आपूर्ति की है।
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उत्तर रेलवे का रिकार्ड
उत्तर रेलवे के कारखानों ने एक
दिन में रिकॉर्ड 1003 कवरआल का निर्माण किया, जबकि प्रतिदिन 1000 कवरआल की निर्माण होता आ रहा है। उत्त्र रेलवे के कारखानों
में अभी तक कुल 2464 कवरआल का निर्माण किया गया है। कोरोना के खिलाफ जंग में उत्तर
रेलवे के सभी मंडल और कारखाने दिन-रात अथक प्रयास कर रहे हैं। वहीं कवरआल के
निर्माण के अलावा उत्तर रेलवे के कारखाने मास्क, सेनिटाइजर का निर्माण करने के साथ-साथ रेल डिब्बों को आइसोलेशन वार्डों में बदलने
का कार्य भी कर रहे हैं। अभी तक उत्तर रेलवे के कारखानों में 32682 मास्क, 4715 लीटर सेनिटाइजर का निर्माण करने के साथ-साथ 540
रेल डिब्बों को आइसोलेशन वार्डों में तब्दील किया गया है।
21Apr-2020
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