सोमवार, 20 अप्रैल 2020

रमजान में अपने घरों पर ही इबादत करें मुस्लिम!


केंद्रीय मंत्री नकवी ने राज्य वक्फ बोर्डो के बैठक में की अपील
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना संकट के बीच 24 अप्रैल से रमजान के पवित्र महीने में लॉकडाउन के कारण केंद्र सरकार ने देश के मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि सभी लोगों को अपने-अपने घरो पर ही रहकर इबादत करनी चाहिए।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को सेंट्रल वक्फ कौंसिल के चेयरमैन के नाते राज्यों के वक्फ बोर्डो के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिक के जरिए बैठ की। इस बैठक में आगामी 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में सभी धार्मिक, सार्वजनिक, व्यक्तिगत स्थलों पर लॉकडाउन, कर्फ्यू, सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी ढंग से पालन करने एवं लोगों को अपने-अपने घरों पर ही रह कर इबादत आदि के लिए मुस्लिम समाज को जागरूक करने की अपील की गई। नकवी ने राज्य वक्फ बोर्डों के अधिकारियों से कहा कि रमजान के पवित्र महीने में इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों में केंद्रीय गृह मंत्रालय, राज्य सरकारों एवं सेंट्रल वक्फ कौंसिल के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने में सक्रीय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के मद्देनजर देश के सभी मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थलों पर भीड़-भाड़ वाली सभी धार्मिक-सामाजिक गतिविधियां रुकी हुई हैं। इसी तरह सभी मस्जिदों एवं अन्य मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर किसी भी तरह की भीड़-भाड़ वाली धार्मिक गतिविधि नहीं हो रही है। नकवी ने कोरोना के कहर के चलते, देश के सभी क्षेत्रों के धर्मगुरुओं, धार्मिक-सामाजिक संगठनों ने रमजान के पवित्र महीने में इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक कर्त्तव्य, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने घरों में ही अदा करने की अपील की है। नकवी ने अपील की है कि रमजान के पवित्र महीने में लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हम अपने घरों पर ही रमजान के सभी कर्तव्यों को अंजाम देते हुए दुआ करें कि मेरे हिंदुस्तान एवं संपूर्ण दुनिया के इंसानों को कोरोना के कहर से निजात मिले। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश (शिया एवं सुन्नी), आंध्र प्रदेश, बिहार (शिया एवं सुन्नी), दादर एवं नागर हवेली, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम, मणिपुर, राजस्थान, तेलंगाना, अण्डमान एवं निकोबार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखण्ड, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेर्री, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड आदि के वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
देश में सात लाख धार्मिक स्थल पंजीकृत
गौरतलब है कि देशभर के विभिन्न वक्फ बोर्डों के अंतर्गत सात लाख से ज्यादा मस्जिदें, ईदगाह, दरगाह, इमामबाड़े एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थल पंजीकृत हैं और सेंट्रल वक्क कौंसिल राज्यों के वक्फ बोर्डों की रेगुलेटरी बॉडी के रूप में एक नियामक संस्था है। इस संस्था के चेयरमैन के रूप में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने वक्फ बोर्डो के पदाधिकारियों व अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि हमें स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षा बलों, प्रशासनिक अधिकारियों, सफाई कर्मचारियों से सहयोग करना चाहिए, वे अपनी जान हथेली में लेकर हमारे स्वास्थ्य-सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। क्वारंटाइन, आइसोलेशन सेंटरों को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों को भी हमें ध्वस्त करना चाहिए एवं लोगों में जागरूकता पैदा करके हमें यह अहसास करना चाहिए कि ऐसे केंद्र लोगों और उनके परिवार के साथ समाज को किसी भी तरह के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए हैं।
अफवाहों से किया सावधान
नकवी ने सभी राज्य वक्फ बोर्डों, धार्मिकसामाजिक संगठनों से कहा कि फेक खबरों एवं भड़काऊ बातों और अफवाह फ़ैलाने वाले साजिश षड़यंत्र से हमें होशियार रहना चाहिए, क्योंकि देश में बिना भेदभाव सभी नागरिकों की सेहत सलामती के लिए काम हो रहा है। इस तरह की साजिश या षड़यंत्र कोरोना के खिलाफ देश की सामूहिक जंग को कमजोर करने का प्रयास हो सकता है। 
17Apr-2020

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