रविवार, 5 अप्रैल 2020

कोरोना वायरस: रेलवे निरंतर कर रहा है मास्क और सेनिटाइजर का निर्माण


पश्चिमी रेलवे 46313गों के उत्पादन के साथ सबसे आगे
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने की दिशा में भारतीय रेलवे की उत्पादन ईकाईयां मास्क और सेनिटाइजर का उत्पादन कर रही है। अभी तक भारतीय रेलवे के जोनल रेलवे, उत्पादन इकाइयों और सार्वजनिक उपक्रमों में मास्क और सेनिटाइजर के 2.88 लाख नगों का उत्पादन किया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा 46313गों का उत्पादन कर पश्चिम रेलवे सबसे आगे है।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए भारतीय रेलवे द्वारा किये जा रहे उपायों में जहां लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और ट्रेनों के कोचों में आईसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। वहीं कोरोना के बचाव यानि स्वास्थ्य की देखभाल की दिशा में भारतीय रेलवे के जोनल रेलवे, उत्पादन इकाइयों और सार्वजनिक उपक्रमों में मास्क और सेनिटाइजर का तेजी के साथ निर्माण कर रहे हैं। मंत्रालय के अनुसार एक अप्रैल तक भारतीय रेलवे की इस पहल में भारतीय रेलवे ने कुल 287704 नगों का उत्पादन किया है। इसमें मास्क के अलावा 25806 लीटर का सैनिटाइजर अपने जोनल रेलवे, प्रोडक्शन यूनिट्स और पीएसयू में किया गया है। भारतीय रेलवे के पश्चिम रेलवे ज़ोन ने सर्वाधिक 46313 नगों में  मास्क और 700 लीटर सेनिटाइजर का उत्पादन किया है। जबकि मध्य रेलवे 22580 नग के निर्माण में मास्क और 2693 लीटर का सैनिटाइजर, उत्तर मध्य रेलवे 26567 नग के उत्पादन में मास्क और 3100 लीटर का सैनिटाइजर तथा पूर्वी रेलवे जोन ने 14800 नग के उत्पादन में मास्क और 2620 लीटर का सैनिटाइज़र का उत्पादन किया है
रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा पर बल
मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे में माल परिचालन आवश्यक और माल की आपूर्ति को बनाए रखने के साथ ऑपरेशन और रखरखाव कर्मचारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए, सभी कार्यस्थलों पर मास्क और सेनिटाइजर मुहैया कराया जा रहा है। वहीं ठेका मजदूरों के लिए भी ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी कार्य स्थलों पर पानी, पानी और कपड़े धोने की सुविधा मिलती रहे। इसके अलावा स्थानीय नवाचारों के साथ हाथ धोने की मुफ्त सुविधाएं प्रदान की गई हैं। रेलवे ने सामाजिक अंतराल बनाए रखने की सुनिश्चिता के लिए ट्रैकमैन, लोकोमोटिव पायलट आदि जैसे सभी कर्मचारियों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
04Apr-2020

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