पीएमजीकेवाई के तहत 3600 करोड़ रुपये की
राशि का वितरण
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण
लॉकडाउन के दौरान आर्थिक मदद के रुप में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण
योजना के
तहत ईपीएफओ ने पिछले 15 दिनों में 10.2 लाख दावों को निपटारा करते हुए 3600 करोड़
रुपये की राशि का हस्तांतरण किया है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार
मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के
कारण लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत श्रमिकों के लिए भी
राहत देने का ऐलान किया था, जिसमें पीएफ खातों से तीन माह के वेतन के बराबर या जमा
राशि से 75 फीसदी रकम निकाली जा सकती है। मंत्रालय के अंतर्गत एक वैधानिक निकाय के
रूप में कर्मचारी
भविष्य निधि संगठन यानि ईपीएफओ
द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना यानि पीएमजीकेवाई पैकेज के तहत केवल 15 कार्य दिवसों में कुल 10.02 लाख दावों का निपटारा
किया है, जिसमें 6.06 लाख कोविड-19
के दावे भी शामिल हैं। मंत्रालय के अनुसार इन दावों के तहत 3600.85 करोड़ रुपये की राशि का वितरण किया गया है, जिसमें
1954 करोड़ रुपये कोविड-19 के दावों के तहत हस्तांतरित की गई है। मंत्रालय के
अनुसार देश में लॉकडाउन के कारण केवल एक तिहाई कर्मचारियों की काम पर उपलब्धता होने के बावजूद
90 प्रतिशत कोविड-19 दावों का निपटारा 3 कार्य दिवसों में निपटारा किया गया है और इस
तरह शीघ्र निपटारा के लिए डिज़ाइन किए गए विशेष सॉफ़्टवेयर के माध्यम से सेवा प्रदान
के नए मानकों को स्थापित किया गया है।
केंद्र ने की थी राहत पैकेज की
घोषणा
गौरतलब है कि कोरोना के कारण
देश में लागू लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा 26 मार्च को पीएमजीकेवाई
की शुरुआत की गई, जिससे आर्थिक
रूप से कमजोर वर्गों को कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद मिल सके। सरकार द्वारा
कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए ईपीएफ योजना से निकासी के प्रावधान की घोषणा की गई
थी। ईपीएफ योजना में एक तत्काल अधिसूचना द्वारा विशेष पैरा 68 एल (3) लागू किया गया, जिसमें ईपीएफ खाताधारक सदस्यों को
तीन महीने के मूल वेतन और महंगाई भत्ता या ईपीएफ खाते में जमा 75 प्रतिशत राशि में से जो भी कम हो, को निकालने की अनुमति प्रदान
की गयी है। इस दिशा में ईपीएफओ द्वारा कोविड-19 के लिए ऑनलाइन अग्रिम दावों को दर्ज करने की सुविधा भी
प्रदान की गई है, जो अन्य
सेवाओं के साथ-साथ मोबाइल फोन के माध्यम से उमंग ऐप पर भी दर्ज की जा सकती है।
25Apr-2020
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