जनता कर्फ्यू के बाद
लॉकडाउन में 3.51 लाख वैगनों में हुआ आवश्यक वस्तुओं का लदान
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश
में कोरोना वायरस के संकट में लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की दिशा में
भारतीय रेल की मालगाड़ियों के पहिए लगातार देश में रेलवे ट्रैक पर दौड रहे हैं।
देशभर में ‘जनता कर्फ्यू’ से अब तक दस
दिन में देश के एक कोने से दूसरे कोने तक आवश्यक सामान की पहुंच बनाते हुए
मालगाड़ियों के 3,50,792 वैगनों में लदान के बाद माल ढुलाई की गई।
रेल मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी
देते हुए बताया कि भारतीय रेल कोविड-19 के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अपनी
माल परिवहन सेवाओं के जरिए खाद्यान्न, नमक,
चीनी, दूध,
खाद्य
तेल, प्याज, फल- सब्जियों, पेट्रोलियम उत्पादों, कोयला एवं उर्वरक जैसी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता
सुनिश्चित करने का प्रयास को बिना रुके जारी रखा हुआ है। मसलन
देशभर की रेल पटरियों पर सभी यात्री ट्रेनों के पहिए जाम होने के बावजूद मालवहन
परिवहन गलियारों पर मालगाड़ियां दौड़ रही है। इन मालगाड़ियों के जरिए देश में
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण लागू लॉकडाउन के बावजूद
भारतीय रेलवे देश के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं तथा ऊर्जा और बुनियादी
ढाँचा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण वस्तुओं की समय पर आपूर्ति कर रहा है। यही
नहीं इस दौरान दोनो घरेलू क्षेत्रों के अलावा उद्योगों
की जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। मसलन 22 मार्च को
देशभर में ‘जनता कर्फ्यू’ के अगले दिन यानि 23 मार्च से एक अप्रैल तक
दस दिनों के भीतर भारतीय रेल की मालगाड़ियों में आवश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए
3,50,792 वैगनों में लदान किया गया है।
पिछले तीन दिन में 1.44 वैगनों से ढुलाई
रेल मंत्रालय के अनुसार पिछले
तीन दिनों के दौरान ही भारतीय रेल की मालगाड़ियों में आवश्यक वस्तुओं के 143458 वैगनों हुए माल लदान के बाद 7195 वैगन खाद्यान्न, 64567 वैगन कोयला, 3314 वैगन इस्पात और 3838 वैगन पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति की गई। मसलन
30 मार्च को कुल 726 रेक में 37526 वैगनों का लदान
किया गया, एक वैगन में 58-60 टन खेप का लदान
होता है।
इन वैगनों में 466 रेक सामान 25617 वैगनों में लादा गया, जिसमें खाद्यान्न के 51 रेक 2252 वैगनों, चीनी के
6 रेक 252 वैगनों, नमक का एक रेक 8 वैगनों, फलो-सब्जियों के 2 रेक
63 वैगनों कोयले के 76 रेक 21628 वैगनों और पेट्रोलियम उत्पाद के 31 रेक 1414 वैगनों में लदान के बाद
देशभर में ढुलाई की गई। इस दिन ढुलाई की अन्य महत्वपूर्ण
वस्तुओं में इस्पात के 19 रेक 840 वैगनों तथा उर्वरक के 18 रेक 802 वैगन की ढुलाई भी हुई। इसी प्रकार 31 मार्च
को आवश्यक सामान के 1005 रेक 51755 वैगनों में लादे गये, जिसमें
आवश्यक वस्तुओं के 598 रेक 33265 वैगनों में आवश्यक वस्तुओं का लदान करने के बाद देशभर में
आपूर्ति किया गया। जबकि 01 अप्रैल को सामान के 1005 रेक 51755 वैगनों में सामान लादकर मालगाड़ियों ने देशभर में आपूर्ति किया,
खाद्यान्न जैसे आवश्यक वस्तुओं के 328 रेक 17805 वैगनों में लादकर देशभर के विभिन्न
इलाकों तक भेजे गये। रेलवे के अनुसार माल के लदान और उन्हें उतारे जाने
के दौरान कई टर्मिनलों पर रेलवे को जिन मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा
है, लेकिन परिचालन संबंधी किसी भी तरह की समस्या से निबटने के लिए भारतीय
रेल लगातार गृह मंत्रालय
के साथ मिलकर राज्य सरकारों के साथ भी समन्वय बनाए हुए है।
पहले सप्ताह में 2.07 लाख वैगनों में लदान
इससे पहले भारतीय रेलवे ने आवश्यक
वस्तुओं की निर्बाध माल ढुलाई सेवाओं के जरिए ‘जनता कर्फ्यू’
के बाद यानि 23 मार्च से 29 मार्च यानि सात दिन के दौरान 2,07,334 वैगनों में
मालगाड़ियों के जरिए आवश्यक वस्तुओं ढुलाई करके आपूर्ति की।
मसलन लॉकडाउन लागू होने से पहले ही भारतीय रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को
अंजाम देना शुरू कर दिया था। इस दौरान और 23 मार्च को 26577 वैगनों, 24 मार्च को
27,742 वैगनों, 25 मार्च 23,097 वैगनों, 26 मार्च को 24,009 वैगनों, 27 मार्च को 34,648, 28 मार्च को 35942 वैगनों तथा 29 मार्च 35319 वैगनों में आवश्यक सामग्री का लदान करके देशभर में आपूर्ति की गई।
03Apr-2020
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