बुधवार, 1 अप्रैल 2020

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर मंडराया कोरोना का बड़ा खतरा


निजामुद्दीन मरकज में फूटे कोरोना बम पर एक्शन में गृह मंत्रालय

तबलीगी जमात में पहुंचे सैकड़ो विदेशियों के वीजा में मिला गड़बड़झाला

सरकार की ब्लैकलिस्ट में शामिल हो सकते हैं विदेशी मौलाना
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर देश का सबसे बड़ा कोरोना खतरा मंडराता नजर आ रहा है। इसका कारण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में आयोजित तब्लीग-ए-जमात में शामिल हुए विदेशियों समेत सैकड़ो लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाए जाने से हडकंप मचा हुआ है। निजामुद्दीन में फूटे इस कोरोना बम के बाद गृहमंत्रालय पूरी तरह से हरकत में आ गया है।                                         
केंद्रीय गृहमंत्रालय के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन स्थित बलीग-ए-जमात के मऱकज में आयोजित धार्मिक समारोह
में शामिल देश-विदेश के हजारों प्रतिनिधियों में से सैकड़ो लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण पाए जाने के बाद सोमवार को हडकंप मचा तो केंद्र और दिल्ली सरकार के साथ देश के उन सभी राज्यों में हडकंप मचता नजर आया, जिन राज्यों के लोग इस जमात में हिस्सा लेकर वापस अपने राज्य पहुंचे हैं। यही नहीं देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमण से तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा समेत कई राज्यों में हुई 10 लोगों की मौतों के तार भी इस जमात यानि इज्तिमा से जुड़े पाए जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार निजामुद्दीन के मरकज से देश के एक कोने से दूसरे कोने तक फैलाए गये कोरोना वायरस को लेकर मंगलवार को गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय जैसे विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस मामले में सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाने का फैसला किया गया।
वीजा नियमों का हुआ उल्लंघन 
गृह मंत्रालय के अनुसार दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए 15 से 18 मार्च तक आयोजित इस धार्मिक समारोह में शामिल होने आए करीब 15 देशों के विदेशियों के वीजा की जांच में गड़बड़ी पाई गई है। मसलन किसी धार्मिक समारोह में हिस्सा लेने आए कई विदेशियों को वीजा देने के मामले में गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। गृह मंत्रालय इन मामले में सख्त कार्यवाही करने के लिए कमर कस चुका है। मसलन विदेशियों ने
वीजा हासिल करने के मकसद से झूठ बोला और वीजा पाकर तब्लीगी जमात के मऱकज में शामिल हुए। ऐसे कई देशों के 200 से भी ज्यादा विदेशियों को वीजा देने के मामले में गाइडलाइन का पालन नहीं होने या गडबडी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करने की तैयारी की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेशियों को जारी वीजाओं की जांच के मकसद से तब्लीगी जमात से रिपोर्ट तलब करते हुए ऐसे विदेशियों की सूची मांगी है सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कार्यवाही करने के लिए एक्शन मोड़ में नजर आ रहे गृह मंत्रालय द्वारा उन विदेशी मौलानाओं को कालीसूची में डाल सकती है, जिनके वीजा में नियमों का उल्लंघन किया गया है। ऐसे वीजाओं की संख्या सैकड़ों में है जिसमें सबसे ज्यादा इंडोनेशिया के मौलाना शामिल हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार विजा नियमों में धार्मिक प्रचार प्रसार, धार्मिक भाषण देना आदि समारोह में भाग लेना वर्जित है ऐसे में इस समारोह में शामिल हुए विदेशियों पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जा सकता है, जो पर्यटकों पर आजीवन प्रतिबंध लगा सकती है
लॉकडाउन के मरकज में फंसे ज्यादा मेहमान
सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण परिवहन सेवाएं ठप होने के बाद लॉकडाउन के कारण समारोह में शामिल होने आए लोगों में से करीब डेढ़ हजार लोग मरकज और अन्य मस्जिदों में ही फंसे रहे, और 26 मार्च को फिर मरकज में एकत्रित हुए, जिनका पता लगने के बाद सोमवार को केंद्र के साथ राज्य सरकारों में हलचल तेज हो गई। केंद्र सरकार की जांच में फ्रांस, इंडोनेशिया, ब्रिटेन समेत एक दर्जन से ज्यादा देशों के 281 विदेशी शामिल हैं। 
01Apr-2020

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