मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

भारतीय रेलवे ने मिटाई 20 लाख लोगों की भूख


देश में 300 स्थानों पर हर दिन मिल रहा है हजारों लोगों को निशुल्क भोजन
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस संकट के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेल द्वारा अब तक गरीबों व जरुरतमंदों को 20.5 लाख से अधिक निःशुल्क गर्म पका हुआ भोजन का वितरण किया जा चुका है। भारतीय रेलवे द्वारा देशभर में 300 जगहों पर इस प्रकार की व्यवस्था कायम की है जहां हर रोज हजारों भूखे लोगो को भोजन खिलाया जा रहा है।
रेल मंत्रालय के अनुसार लॉकडाउन शुरू होने के बाद से आज सोमवार तक 20.5 लाख यानि दो मिलियन से भी अधिक भोजन मुहैया कराया जा चुका है। इस वैश्विक महामारी और लॉकडाउन से फंसे हुए व्यक्ति, दिहाड़ी मजदूर, प्रवासी, बच्चे, कुली, बेघर, गरीब और अन्य लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के बाद जरूरतमंद लोगों को गर्म पकाया हुआ भोजन उपलब्ध कराने के लिए 28 मार्च 2020 से कई रेलवे संगठनों के कर्मचारियों ने अथक प्रयास शुरू किया है। भारतीय रेल आईआरसीटीसी बेस किचन, आरपीएफसंसाधनों और गैर सरकारी संगठनों की सहायता से दोपहर का भोजन और रात का भोजन पैकेट में वितरित कर रहा है। रेलवे स्टेशनों और इसके आसपास के क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों की भोजन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आरपीएफ, जीआरपी, जोन के वाणिज्यिक विभागों, राज्य सरकारों, जिला प्रशासन और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से भोजन का वितरण किया जा रहा है। इनमें से लगभग 11.6 लाख पका हुआ भोजन आईआरसीटीसीद्वारा, लगभग 3.6 लाख भोजनआरपीएफ द्वारा अपने स्वयं के संसाधनों से,लगभग 1.5 लाख भोजन वाणिज्यिक और रेलवे के अन्य विभागों द्वाराऔर लगभग 3.8 लाख भोजन रेलवे संगठनों के साथ काम करने वाले एनजीओ द्वारा प्रदान किए गए हैं। देश भर में लगभग 300 स्थानों पर प्रतिदिन औसतन लगभग 50000 लोगों को आरपीएफ द्वारा भोजन दिया जा रहा है। मंत्रालय के अनुसार नई दिल्ली, बैंगलोर, हुबली, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद, भुसावल, हावड़ा, पटना, गया, रांची, कटिहार, दीन दयाल उपाध्याय नगर, बालासोर, विजयवाड़ा, खुर्दा, काटपाडी, तिरुचिरापल्ली, धनबाद, गुवाहाटी, समस्तीपुर, प्रयागराज, इटारसी, विशाखापट्टनम, चेंगलपट्टू, पुणे, हाजीपुर, रायपुर और टाटानगर स्थित आईआरसीटीसी बेस किचन के सक्रिय सहयोग से 20.5 लाख से अधिक पका भोजन आज 20 अप्रैल तक वितरित किया जा चुका है। 
21Apr-2020


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें