ईपीएफओ ने धनाराशि के हस्तांरण के लिए तैयार किया इलेक्ट्रोनिक
तंत्र
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना संकट
में प्रधानमंत्री गरीबी कल्याण योजना के तहत तीन माह के लिए गरीबों और निम्न आय
वाले श्रमिकों के लिए विशेष पैकेज के तहत ईपीएफओ ने कर्मचारियों और नियोक्ताओं को
क्रेडिट करने के लिए एक इलेक्ट्रोनिक तंत्र तैयार किया है। इस योजना के तहत ईपीएफ
के दायरे में आने वाली 3.8 लाख फैक्ट्रियों और प्रतिष्ठानों में काम
करने वाले 79 लाख श्रमिकों को मिलेगा, जिसके
लिए केंद्र सरकार 4800 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

ईसीआर के तहत हो सकेगा क्लेम
मंत्रालय के अनुसार सरकार द्वारा घोषित
किये गये राहत को अधिकृत संस्था या ईकाई इलेक्ट्रॉनिक चालान-कम-रिटर्न (ईसीआर) के तौर पर क्लेम कर सकती हैं। ईपीएफओ के
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन)
में
केंद्र सरकार द्वारा ईपीएफ और ईपीएस में यह योगदान ईसीआर के तौर पर दर्शाया जायेगा।
श्रमिकों के ईपीएस व
ईपीएस खातों में आएगा धन
केंद्र सरकार ने ऐलान
किया था कि अगर कोई श्रमिक ईपीएस के अंतर्गत आने वाली संस्था में काम करता है और
उसका वेतन 15 हजार रुपये या इससे कम है, तो
उनके ईपीएस व ईपीएस में अगले 3 महीने तक
सरकार योगदान देगी। यह सुविधा केवल उन्हीं कर्मचारियों की मिल सकेगी, जिनमें कुल कर्मचारी की संख्या 100 से अधिक कर्मचारी हैं और कंपनी में 90 फीसदी कर्मचारियों का वेतन 15 हजार रुपये से कम है।
12ँApr-2020
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