रेलवे बुक किये गये ई-टिकटों का ऑनलाइन
पैसा करेगी वापस
काउंटरों से बुकिंग का पैसा 31 जुलाई तक
वापस लेने की सुविधा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार द्वारा देश में बढ़ते
कोरोना संकट के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के बाद भारतीय रेलवे
ने भी 14 अप्रैल तक निरस्त सभी यात्री ट्रेनों को निलंबित रखने का ऐलान किया है,
जिनमें प्रीमियम ट्रेन, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन, पैसेंजर ट्रेन, उपनगरीय ट्रेन, कोलकाता मेट्रो रेल और कोंकण रेलवे की सभी यात्री सेवाएं शामिल
हैं। ट्रेनें रद्द रहने के कारण तीन मई तक यूटीएस और पीआरएस समेत सभी टिकट बुकिंग काउंटरों की सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया
है।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंगलवार
को यह जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन
तीन मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है, जिसे देखते हुए रेलवे बोर्ड ने भी देशभर
में निलंबित चल रही सभी यात्री ट्रेनों की सेवाओं को लेकर विचार विमर्श करने के
बाद रेल सेवाओं को तीन मई तक ही रद्द करने का फैसला किया। मंत्रालय के अनुसार
रेलवे ने लॉकडाउन के मद्देनजर जारी उपायों की वजह से भारतीय रेल की निलंबित की जा रही सभी यात्री रेल सेवाओं
में प्रीमियम रेलगाड़ियां, मेल
व एक्सप्रेस रेलगाड़ियां, पेसेंजर यात्री रेलगाड़ियां,
उपनगरीय रेल सेवाएं, कोलकाता मेट्रो रेल,
कोंकण रेलवे आदि शामिल हैं।हालांकि देश के विभिन्न
हिस्सों में आवश्यक सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल और पार्सल गाड़ियों
का परिचालन जारी रहेगा।
टिकट बुकिंग भी निलंबित
रेल मंत्रालय के अनुसार लॉकडाउन के कारण
रेलवे ई-टिकट समेत सभी तरह
की टिकटों का अग्रिम आरक्षण टिकटों की कोई
बुकिंग नहीं करेगा, बल्कि पहले से बुक कराई जा चुकी टिकटों को रद्द करने की
ऑनलाइन सुविधा को जारी रहेगी। मसलन
रेलवे की यूटीएस और पीआरएस समेत सभी टिकट बुकिंग
काउंटरों की सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी। रेलवे ने रद्द
की गई रेलगाड़ियों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों का पूरा पैसा वापस लौटाने
की व्यवस्था की है, जिसमें अभी तक रद्द नहीं की गई रेलगाड़ियों के लिए
पहले से आरक्षित टिकटों को रद्द कराने पर भी टिकट का पूरा पैसा वापस मिलेगा। जबकि ट्रेनों की टिकटों की अग्रिम बुकिंग रद्द
करने वालों के लिए अभी तक पूर्ण वापसी नहीं होगी। रेलवे के अनुसार जबकि जिन यात्रियों ने काउंटरों से बुकिंग की है, वे अपना रिफंड 31 जुलाई तक ले सकते
हैं।
तेजस पहले ही स्थगित
रेलवे की ही कंपनी आईआरसीटीसी
ने पहले ही अपनी 3 प्राइवेट ट्रेन की बुकिंग्स
30 अप्रैल तक स्थगित करने का ऐलान कर दिया है। ये तीन ट्रेन वाराणसी-इंदौर रूट पर चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस,
लखनऊ-नई दिल्ली तेजस और अहमदाबाद-मुंबई तेजस हैं।
मिलेगा टिकट का पूरा रिफंड
आईआरसीटीसी के अनुसार 15 अप्रैल
के बाद की जिन यात्रियों ने टिकट बुक कराई है, उन सभी को पूरा
रिफंड मिलेगा। इससे पहले, 22 मार्च से 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन के दौरान बुक ट्रेन टिकट ऑटोमेटिक कैंसिल हो गए थे। रेलवे ने कहा था कि यात्रियों को अपना टिकट रद्द करने
की जरूर नहीं, वो ऑटोमेटिक कैंसिल हो जाएंगे। यदि कोई
यात्री खुद टिकट कैंसिल करते हैं तो उन्हें पूरे पैसे की
वापसी नहीं हो सकेगी।
ई-टिकट पर यह पैसा नहीं होगा वापस
आईआरसीटीसी ट्रेन टिकट बुकिंग
पर नॉमिनल सुविधा शुल्क लेता है, जो नॉन-एसी क्लास की बुकिंग
के लिए प्रति टिकट 15 रुपये और एसी और प्रथम श्रेणी के टिकट के
लिए 30 रुपये प्रति टिकट है, लेकिन ट्रेन
टिकट रद्द किए जाने पर आईआरसीटीसी कभी भी
सुविधा शुल्क नहीं लौटाती। आईआरसीटीसी के मुताबिक वह ट्रेन यात्रा
के लिए यात्रियों को ई-टिकट बुकिंग की सुविधा देती है और एक व्यक्ति घर, ऑफिस या यहां तक मोबाइल फोन के इस्तेमाल से चौबीसों घंटे टिकट बुक कर सकता
है।
15Apr-2020
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