पिछले दो दिन में किया
गया दो रेलवे पार्सल कोच का निर्माण
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे देश में कोरोना
संकट के कारण लॉकडाउन के दौरान देशभर में मालगाड़ियों और विशेष पार्सल ट्रेनों के
जरिए आवश्यक सामग्रियों की ढुलाई करके आपूर्ति करने में जुटा हुआ है। वहीं अभी तक
रेलवे की निर्माण और कार्यशालाओं में चिकित्सीय सहायता के रूप में मास्क,
सैनिटाइजर, कवरवॉल जैसे चिकित्सीय उपकरणों का निर्माण हो रहा था, लेकिन लॉकडाउन के
28 दिन बाद कपूरथला रेलवे कोच फैक्ट्री में निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिसके
तहत पिछले दो दिन में इस फैक्ट्री में आवश्यक सामग्री जैसे माल ढुलाई हेतु दो
पार्सल रेलवे कोच को तैयार किया है।
रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे की उत्पादन इकाई
‘रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ)
कपूरथला’ ने पिछले 28 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन
के बाद दो दिन
पहले यानि 23 अप्रैल को अपनी उत्पादन प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी है। दरअसल कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग के बीच गृह मंत्रालय और स्थानीय
प्रशासन द्वारा जारी सभी सुरक्षा सावधानियों एवं दिशा-निर्देशों के बाद रेलवे के इस
कारखाने को खोल दिया गया है और इस ईकाई में सभी 3744 कर्मचारियों को काम शुरू करने की
अनुमति दी गई है। इसके लिए गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और राज्य सरकारों की एडवाइजरी के अनुसार भारतीय
रेलवे की अन्य उत्पादन इकाइयां भी इस बारे में परामर्श मिलते ही निर्माण कार्य फिर
से शुरू कर देंगी। मंत्रालय के अनुसार पटरी पर आए काम के तहत इस कोच फैक्ट्री में सीमित संसाधनों के बावजूद महज दो दिन में ही दो कोच तैयार कर लिये हैं, जिनमें एक-एक एलएचबी हाई कैपेसिटी
पार्सल वैन और लगेज कम जेनरेटर कार शामिल हैं। इन कोचों के जरिए लॉकडाउन के
दौरान आवश्यक सेवाओं के लिए माल का लदान किया जाएगा। सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्य स्थलों
पर सामाजिक दूरी बनाए रखने के प्रोटोकॉल और समस्त सुरक्षा एवं स्वच्छता दिशा-निर्देशों
का पालन कर रहे हैं। आरसीएफ परिसर में स्थित लाला लाजपत रेल अस्पताल ने कोविड के संक्रमण
के किसी भी लक्षण वाले रोगियों के लिए अलग-अलग काउंटर और ओपीडी सेल उपलब्ध कराए हैं।
सभी कर्मचारियों को सुरक्षा कवच
मंत्रालय के अनुसार लॉकडाउन के बाद ड्यूटी लौटे सभी कर्मचारियों को एक-एक
सेफ्टी किट जारी की गई है, जिसमें
मास्क, सैनिटाइजर की बोतल और साबुन
शामिल हैं। अनुमति प्राप्त सभी कर्मचारियों को कोच के निर्माण के लिए कारखाने में
ड्यूटी पर बुलाया गया है। प्रशासनिक कार्यालयों में सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों
में ड्यूटी पर वापस आ गए हैं और 33 प्रतिशत
कर्मचारियों को रोटेशन रोस्टर के आधार पर ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है। कोविड जागरूकता
पोस्टरों के साथ-साथ उन सभी सुरक्षा निर्देशों को कार्यशाला, कार्यालयों और आवासीय परिसरों में
प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया गया है जिनका पालन किया जाना है। कोविड से संबंधित
किसी भी मामले को संभालने के लिए कोच फैक्ट्री परिसर में ही 24 बेड वाला क्वारंटाइन केंद्र और एलएलआर अस्पताल में 8 बेड वाला आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह
से तैयार है। वहीं प्रवेश
द्वारों पर थर्मल स्कैनर द्वारा हर कर्मचारी की स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि उनके शरीर के तापमान को मापा
जा सके। आरसीएफ परिसर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन को प्रवेश द्वारों पर उपलब्ध
फुहार प्रक्षालक सुरंग द्वारा सैनिटाइज किया जा रहा है। रेलवे कोच फैक्ट्री में श्रमिकों को उनके पर्यवेक्षकों और
अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से परामर्श दिया जा रहा है, ताकि कार्य स्थल पर सुरक्षा संबंधी
दिशा-निर्देशों का पालन किया जा सके।
26Apr-2020
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