मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

उत्तर रेलवे ने 540 ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड में बदला

देशभर में पहले चरण में पांच हजार कोच आईसोलेशन वार्ड में हुए तैयार
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में भारतीय रेलवे की चिकित्सीय मदद के लिए देशभर में 20 हजार ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड में बदलने के निर्णय के तहत पहले चरण में पांच हजार कोचों को आईसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसमें उत्तर रेलवे ने 540 ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का दावा है जो पहले चरण में आवंटित किये गये कोचों से कहीं जयादा हैं।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में भारतीय रेलवे द्वारा सहयोग के लिए चलाई जा रही मुहिम उत्तर रेलवे के सभी मंडल और कारखाने कोरोना से ज़ंग के लिए रात-दिन प्रयास कर रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यक वस्‍तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मालगाड़ियों को चलाने के अलावा उत्तर रेलवे सेनिटाइज़रों, फेस मास्कों और कवरॉल का निर्माण करने के साथ-साथ रेल डिब्‍बों को आइसोलेशन वार्डों में बदलने का कार्य तेजी से कर रही है । गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए लॉकडाउन के दौरान रद्द की गई सभी यात्री ट्रेनों में से देशभर में 20 हजार ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील करके करीब 3.20 लाख बेड तैयार करने का ऐलान किया था। उसमें पहले चरण में पांच हजार ट्रेन कोच को ऐसे वार्डो में संशोधित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें देशभर में 18 रेलवे जोनों आईसोलेशन वार्ड तैयार करने के लिए कोचों की संख्या आवंटित की थी। उसमें उत्तर रेलवे को 370 ट्रेन कोचों का आईसोलेशन वार्ड के रुप में तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन उत्तर रेलवे अगले चरण की तैयारियों को भी अंजाम देते हुए 540 ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वार्ड के रूप में बदल दिया है। देशभर में भारतीय रेलवे के पहले चरण में पांच हजार ट्रेन कोचों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने की पुष्टि रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी अपनी नियमित प्रेस कांफ्रेंस में की है।
मास्क, सेनिटाइजर व कवरआल का भी निर्माण
उत्तर रेलवे के अनुसार कोरोना के खिलाफ जारी जंग में चिकित्सा सहायता के रूप में चल रही इस मुहिम में 3779 लीटर हैंड सेनिटाइज़र, 20256 फेस मास्क, 621 कवरआल का निर्माण भी किया जा चुका है, जिसका कार्य लगातार चल रहा है। राष्ट्र की जीवन रेखा होने के कारण, रेलवे लोगों के जीवन को बचाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है । इसके मद्देनज़र कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उपरोक्त आवश्यक वस्तुओं का निर्माण और कोचों को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित करना जारी रहेगा।
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गरीबों को भोजन का वितरण जारी
उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में जनसंपर्क अधिकारी अजय माइकल ने रविवार को बताया कि दिल्ली मंडल के सुरक्षा बल आरपीएफ द्वारा गरीबों व जरुरतमंदों को भोजन वितरण का सिलसिला लगातर जारी है। रविवार को आरपीएफ कर्मियों ने स्वच्छ रूप से तैयार 10050 भोजन का वितरण किया। इनमें आरसीटीसी द्वारा तैयार 3500 भोजन, दिल्ली मंडल की आरपीएफ टीम द्वारा तैयार 500 भोजन, नई दिल्ली स्टेशन पर तैनात सिविल इंजीनियरिंग विभाग कर्मी द्वारा तैयार और वितरित किया 300 भोजन, गैर सरकारी संगठनों द्वारा तैयार 5250 भोजन, मेसर्स अंबुज होटल द्वारा तैयार 500 भोजन बांटे गये। रेलवे की गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त भोजन का यह वितरण नई दिल्ली, डीएलटी नई दिल्ली, आदर्श नगर, दिल्ली सराय रोहिल्ला,पटेल नगर, गाज़ियाबाद,फरीदाबाद, आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली सफदरजंग, दया बस्ती, दिल्ली शाहदरा, नरेला, शकूरबस्ती, हज़रत निजामुद्दीन और मुज़फ्फर नगर में वितरित किए दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक एससी जैन ने कहा कि भोजन की तैयारी और वितरण के दौरान उचित सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में दिल्ली मंडल के आर.पी.एफ. कर्मियों के द्वारा किए जाने वाला कार्य प्रशंसनीय है।
13Apr-2020



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