रेल मंत्रालय ने लगाई जा रही अटकलों को
किया खारिज
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण 14 अप्रैल तक लागू पूर्ण
लॉकडाउन के बाद 15 अप्रैल से देशभर में रद्द यात्री रेल सेवा बहाल होने की संभावना
नहीं है। रेलवे ने मीडिया में लगाई जा रही ऐसी अटकलों को खारिज करते हुए फिर दोहराया
है कि रेल सेवाओं को बहाल करने के लिए अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है।
देश में लगातार बढ़ते कोरोना के कहर के
कारण देश में लागू लॉकडाउन के कारण देशभर में तमाम यात्री रेल सेवाएं रद्द हैं,
जबकि नागरिकों के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने के लिए रेलवे
की मालगाड़ियां लगातार चौबीस घंटे मालवहन गलियारों पर दौड़ रही हैं। यह जानकारी
देते हुए रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि देश
में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के बाद 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनें चलने और उनमें विभिन्न तरह के प्रोटोकॉल का पालन होने की खबरें मीडिया
में आ रही हैं, जिसमें 15 अप्रैल से शुरू होने वाली ट्रेनों का
उल्लेख भी किया जा रहा है,
लेकिन
अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि अभी तक रेलवे बोर्ड ने रद्द यात्री
ट्रेनों को बाहल करने का कोई फैसला नहीं लिया है, इसलिए ऐसी अनावश्यक अटकलों पर
विश्वास करना बेमाने है। रेलवे ने मीडिया से भी अपील की है कि इस प्रकार की
अपरिपक्व रिपोर्टिंग नहीं करनी चाहिए, जिसके कारण लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा
हो रही है। गौरतलब है कि इससे पहले आईआरसीटीसी ने भी 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बुक
कराई गई टिकटों को रद्द मानते हुए उनका पैसा वापस करने का ऐलान किया है और टिकटों
की बुकिंग भी बंद कर दी है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि रेल यात्रा पर
लॉकडाउन के बाद की परिस्थितियों की समीक्षा करने के बाद रेलवे बोर्ड
ट्रेनों को चलाने या न चलाने पर निर्णय लेगा और इस निर्णय की रेलवे द्वारा
अपने संभावित यात्रियों समेत तमाम पक्षधारकों के हित में सभी
उचित माध्यम से सूचना जारी की जाएगी।
11Apr-2020
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