अभी तक आईसीएमआर के चार केंद्रों में
ही हो रहा था परीक्षण
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट
को देखते हुए अब सीएसआईआर की हैदराबाद स्थित प्रयोगशाला कोशकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र
(सीसीएमबी) में भी अब कोविड-19 से संबंधित परीक्षण
किट की वैधता का परीक्षण एवं प्रमाणीकरण हो सकेगा। इससे पहले चार केंद्र ही इस परीक्षण के
लिए अधिकृत थे।
सीएसआईआर-सीसीएमबी के निदेशक डा. राकेश
मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना का प्रकोप बढ़ने
के साथ 31 मार्च के बाद से सीसीएमबी कोविड-19 के परीक्षण केंद्र के रूप में कार्य कर रहा
है, और तेलंगाना के 33 जिलों के अस्पतालों के साथ काम कर रहा है।
सीसीएमबी ने राज्य के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और कर्मचारियों को भी प्रशिक्षित
किया है। किट प्रमाणीकरण की यह नयी जिम्मेदारी मिलने के बाद कोविड-19 से खिलाफ लड़ाई में विभिन्न हितधारकों को एक
साथ लाने में हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेज इंडस्ट्री की मदद मिलेगी। इस
पहल के बाद सीएसआईआर-सीसीएमबी भी अब भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)
द्वारा चयनित देश के उन चुनिंदा केंद्रों में शामिल हो गया है, जहाँ पर कोविड-19 के परीक्षण में उपयोग होने वाली किट का प्रमाणीकरण
पहले से
ही किया जा रहा है।
गौरतलब है कि देशभर में कई
स्टार्ट-अप और लाइफ साइंस कंपनियों को इस तरह की किट विकसित करने की उनकी क्षमता के
लिए चिह्नित किया गया है। इन किटों के विकसित होने पर उन्हें जल्दी से जल्दी मान्यता
दिलाने की आवश्यकता होगी,
ताकि
परीक्षण किटों का उपयोग कोविड-19
का
पता लगाने के लिए किया जा सके। इस काम में ये उत्कृष्टता केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका
निभा सकते हैं। इससे पहले आईसीएमआर से संबन्ध चार केंद्रों जिनमें पुणे स्थित राष्ट्रीय
विषाणु विज्ञान संस्थान एवं राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पैथोलॉजी और कोलकाता के राष्ट्रीय कॉलरा एवं आंत्र रोग संस्थान में ही कोविड-19 की परीक्षण किट का प्रमाणीकरण किया जा रहा था, जिसके
बाद हैदाराबाद का यह संस्थान पांचवे केंद्र के रूप में मान्य किया गया है।
17Apr-2020
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