गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ का झिलमिल पुलिस स्टेशन को चौथा स्थान

वर्ष 2020 के लिए रैंकिंग के आधार पर जारी हुई 10 शीर्ष पुलिस थानों की सूची हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। देश में पुलिस सुधार की दिशा में विभिन्न अपराधों को नियंत्रित कर बेहतर प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों की सूची में छत्तीसगढ़ में सूरजपुर जिले का झिलमिल(भैया थाना) को टॉप टेन सूची में चौथा स्थान मिला है। गृह मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के अनुसार देश पुलिसिंग में सुधार की तकनीकों की पहचान करने के लिए 19 मापदंडों के तहत वर्ष 2020 के लिए पुलिस थानों की ग्रेडिंग के आधार पर उनके कार्य प्रदर्शन के मूल्यांकन सर्वेक्षण में शीर्ष दस थानों का चयन किया गया है। केंद्र सरकार प्रतिवर्ष देश में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिस थानों का चयन करती है ताकि उनके काम-काज को प्रभावी बनाने की दिशा में प्रोत्साबहित कर उनके बीच स्वस्थ प्रतिस्प र्धा विकसित की जा सके। मंत्रालय के अनुसार इसके लिए तय मानदंडों के आधार पर पुलिस थानों की सर्वेक्षण के आधार पर रैंकिंग दी जाती है। देश के 16,671 पुलिस थानों में से आंकड़ों के विश्ले षण, प्रत्येक्ष अवलोकन और जनता से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर इन शीर्ष 10 थानों का चयन रैंकिंग के आधार पर किया गया है। गृह मंत्रालय द्वारा ऐसे चयनित दस सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों में मणिपुर के थौबल जिले में नोंगपोसेक्मी पुलिस स्टेशन को पहला स्थान दिया है। जबकि शीर्ष दस सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों में छत्तीसगढ़ राज्य में सूरजपुर जिले के झिलमिल(भैया थाना) पुलिस स्टेशन को चौथा स्थान मिला है। शीर्ष दस सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों में तमिलनाडु में सलेम सिटी के एडब्ल्यूपीएस सुरमंगलम को दूसरा और अरुणाचल प्रदेश में चांगलांग जिले के खरसांग पुलिस थाने को तीसरे स्थान की रैंकिंग दी गई है। इस सूची में संगुएम (दक्षिण गोवा, गोवा) को पांचवा, कालीघाट (उत्तर और मध्य अंडमान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) को छठा, पॉकयोंग (पूर्वी जिला, सिक्किम) को सातवां, कांठ (मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश) को आठवां, खानवेल (दादरा और नागर हवेली, दादरा और नागर हवेली) को नौंवा तथा जम्मीकुंटा टाउन (करीमनगर, तेलंगाना) को दसवें स्थान पर शामिल किया गया है। वर्ष 2015 में शुरू हुई थी रैंकिंग प्रक्रिया गृह मंत्रालय ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने पुलिस सुधार की दिशा में वर्ष 2015 में पुलिस थानों के बीच बेहतर प्रदर्शन कर अपराधों को नियंत्रण करने के अलावा अन्य उपयुक्त मानकों में सुधार के लिए आकलन करके रैंकिंग प्रक्रिया शुरू की थी। गृह मंत्रालय ने इस वर्ष कोरोना महामारी जैसी चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बावजूद सबसे बेहतर पुलिस थानों के लिए सर्वेक्षण कराया। देश के 16,671 पुलिस थानों में से आंकड़ों के विश्लेीषण, प्रत्यतक्ष अवलोकन और जनता से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर इन शीर्ष 10 थानों का चयन का मकसद यही है कि प्रत्येसक राज्य में सबसे बेहतर पुलिस थानों को आकलन के आधार पर रैंकिंग प्रदान की जाए। इस सर्वेक्षण के लिए तय किये गये मानकों में सम्पसत्ति संबंधी अपराध, महिलाओं के प्रति अपराध, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति अपराध, के अलावा गुमशुदा लोग, खोजे गए लोग और अज्ञात शव जैसे आधार भी शामिल हैं। क्या है रैंकिंग का आधार गृह मंत्रालय के अनुसार ऐसे राज्य जहां 750 से अधिक पुलिस थाने हैं में से सर्वश्रेष्ठ तीन पुलिस थानों का चयन किया जाता है। सभी राज्योंं और दिल्लीत से दो थानों तथा प्रत्येंक संघ शासित प्रदेश से एक थाने का चयन किया जाता है। मंत्रालय द्वारा रैंकिंग प्रक्रिया के अगले चरण के लिए 75 पुलिस थानों को चुना गया। मंत्रालय ने बतया कि अंतिम चरण में पुलिस सेवा वितरण के मानकों का मूल्यांकन करने और पुलिसिंग में सुधार की तकनीकों की पहचान करने के लिए 19 मापदंडों की पहचान की गई थी। इस हिस्सेग का समग्र स्कोरिंग में 80 प्रतिशत योगदान था और शेष 20 प्रतिशत पुलिस स्टेशन के बुनियादी ढांचे और कर्मियों तक पहुंच और नागरिकों की प्रतिक्रिया पर आधारित था। शामिल नागरिकों की श्रेणियां आसपास के रिहायशी इलाकों, आस-पास के बाजारों और पुलिस स्टेशनों को छोड़ने वाले नागरिकों से थीं। प्रतिक्रिया के लिए जिन नागरिकों से संपर्क किया गया था, उनमें 4,056 उत्तरदाता शामिल थे, जिसमें प्रत्येक चुने गए स्थान से लगभग 60 लोग थे। 04Dec-2020

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