बुधवार, 2 दिसंबर 2020

स्वच्छ भारत मिशन: देश में हुआ 10.72 करोड़ शौचालयों का निर्माण

दूसरे चरण में शहरी घरों में शौचालय निर्माण व कूड़ा-कचरा प्रबंधन पर फोकस हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। मोदी सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के करीब हर घरों में शौचालय निर्माण करने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। देश इस अभियान के तहत देश में 10,71,13,973 शौचालयों का निर्माण हुआ, जिससे भारत की तस्वीर बदल गई है। खासकर इस अभियान के तहत देश के 706 जिलों को खुले शौच से मुक्ति मिली है, जिसमें 6,03,177 गांव भी खुले शौच से मुक्त घोषित किये जा चुके हैं। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारत ने बड़ी सफलता अर्जित की है। इसके तहत देश के लगभग हर घर में टॉयलेट का सपना साकार हुआ है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश में 40 फीसदी आबादी के पास ही शौचालयों की सुविधा उपलब्ध थी। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा 2 अक्तूबर को स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की गई, तो यह अभियान एक जनांदोलन के रूप में सामने आया, जिसका मकसद देश का खुले में शौच से मुक्त करने और हाथ से मैला ढोने और साफ करने की प्रवृत्ति को अगले पांच साल में समाप्त करना था। इस मिशन में 100 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। गौरतलब है कि पिछले माह अहमदाबाद में पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि भारत अब खुले में शौच करने से मुक्त हो गया है और पिछले पांच सालों में देश में 110 मिलियन शौचालयों का निर्माण हुआ और 600 मिलियन लोगों को शौचालय की सुविधा उपलब्ध हुई है। मंत्रालय के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले शौच से मुक्त भारत के सपने को साकार करने में साल दर साल जागरूकता अभियान के साथ जनांदोलन के रूप में कार्य हुआ। मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014-15 में 43.4 फीसदी लोगों को शौचालय की सुविधा उपलब्ध थी। जबकि 2015-16 में 51.4 प्रतिशत, 2016-17 में 14 फीसदी से अधिक लोगों को शौचालय उपलब्ध होने के बाद इस सुविधा का आंकड़ा 65.4 फीसदी तक जा पहुंचा। इसके बाद वर्ष 2017-18 और 2018-19 में यह आंकड़ा बढ़कर क्रमश: 84.3 और 98.5 प्रतिशत हो गया। इस मिशन के तहत वर्ष 2019-20 में सौ फीसदी लोगों की पहुंच तक शौचालय की सुविधा हो गई। स्वच्छ भारत मिशन के आंकड़ों के अनुसार 2 अक्तूबर, 2014 के बाद से इस मिशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए देश में 10,71,13,973 टॉयलेट का निर्माण हुआ। 6,03,177 गांव खुले में शौच करने से मुक्त हुए। वहीं 706 जिले भी खुले में शौच मुक्त हुए। उन्होंने कहा कि अब देश में मिशन का दूसरा चरण चल रहा है, जिसमें स्वच्छ भारत शहरी घरों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर भी शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है और वहीं इस चरण में कूड़ा-कचरा प्रबंधन पर भी मिशन में ज्यादा फोकस किया जा रहा है। 22Nov-2020

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