गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

किसान आंदोलन से अमरिन्दर को पंजाब की अर्थव्यवस्था की चिंता

गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर समाधान निकालने की अपील हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करके नए कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र और किसानों के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने की अपील की। अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन के कारण पंजाब की अर्थव्यवस्था बिगड़ने के साथ प्रभावित हो रही राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति चिंता जाहिर करते हुए इस समस्या का समाधान ढूंढने पर बल दिया। दरअसल नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में पिछले कई माह से रेलवे ट्रेक पर चल रहे किसानों की आंदोलन के कारण मालगाड़ियों की आवाजाही इप होने के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित होती आ रही है। अब किसानों के इस आंदोलन का केंद्र बने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और दिल्ली की सीमाओं से सड़क यातायात भी प्रभावित हो रहा है। इस आंदोलन का कारण बने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और किसान संगठनों के बीच बने गतिरोध को समाप्त करने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बृहस्पतिवार को यहां नई दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में पंजाब के मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के बीच जारी गतिरोध को समाप्त करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि इस आंदोलन के कारण खासतौर से पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। सूत्रों के अनुसार इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह भी बयान दिया था कि वह और उनकी सरकार सभी के सामूहिक हित में केंद्र और किसानों के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। प्रदर्शनकारी किसान राष्ट्रीय राजधानी से लगी सीमाओं पर डटे हैं और सरकार से नये कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं, उनमें से ज्यादातर किसान पंजाब से हैं। हालांकि केंद्र के इन कानूनों के विरोध में कांग्रेस पार्टी किसानों के आंदोलन को खुला समर्थन दे रही है। वहीं पंजाब विधानसभा ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाने के लिए विधेयक भी पारित किये हैं। गृहमंत्री शाह के साथ हुई बैठक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने मीडिया से कहा कि इस मुद्दे पर जल्द से जल्द आम सहमति पर पहुंचना चाहिए और दोनों पक्षों को मामले पर अड़ियल रवैया नहीं अपनाना चाहिए। उनका कहना था कि कि वह गृह मंत्री से मिलकर इस मामले पर अपना रुख दोहराने और उनसे तथा किसानों से इस मामले का जल्द समाधान करने की अपील करने के मकसद से आया था। 04Dec-2020

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