गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

किसानों के आंदोलन के कारण रद्द हुई कई ट्रेने

कई ट्रेनों के बदले गये मार्ग, कुछ का सफर बीच में समाप्त हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पांव पसारते किसान आंदोलन के साथ ही पंजाब में रेलवे ट्रेक पर भी किसानों का आंदोलन जारी है। इस कारण रेलवे को फिर से जहां कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है, वहीं कई ट्रेनों को आंशिक रूप से स्थगित और कुछ का मार्ग परिवर्तन किया गया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब में किसानों के जारी आंदोलन के कारण चलाई जाने वाली ट्रेने प्रभावित हो रही है। किसान आंदोलन को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और कुछ को मार्ग परिवर्तन करके चलाने का निर्णय लिया गया है। वहीं कुछ ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही निलंबित कर दिया गया। रेलवे के अनुसार अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन तीन दिसंबर को रद्द कर दी गई है, वापसी दिशा में चलने वाली अमृतसर-अजमेर स्पेशल ट्रेन भी इसी वजह से 4 दिसंबर को रद्द रहेगी। इसी प्रकार तीन दिसंबर को डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन और चार दिसंबर को अमृतसर-डिब्रूगढ़ स्पेशल ट्रेन भी रद्द रहेगी। गंतव्य से पहले यात्रा समाप्त होगी उत्तर रेलवे के अनुसार नांदेड़-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन 3 दिसंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ही समाप्त किया जाएगा। इसके परिणाम स्वरुप अमृतसर-नांदेड़ एक्सप्रेस पांच दिसंबर को रवाना होगी, जिसकी वजह से नई दिल्ली-अमृतसर-नई दिल्ली के बीच यह ट्रेन आंशिक रूप से रद्द रहेगी। इसी प्रकार बांद्रा टर्मिनस-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन को तीन दिसंबर को अमृतसर के बजाए चंडीगढ़ में समाप्त किया जाएगा। जबकि वापसी दिशा में जाने वाली अमृतसर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस ट्रेन को पांच दिसंबर को चंडीगढ़ से रवाना किया जाएगा ओर चंडीगढ़-अमृतसर-चंडीगढ़ के बीच आंशिक रूप से इसका सफर रद्द रहेगा। इन ट्रेनों का बदला मार्ग रेलवे के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि किसान आंदोलन के मद्देनजर अमृतसर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस स्पेशल को मंगलवार के दिन अमृतसर-तरनतारन-ब्यास के रास्ते चलाई जा रही है। इसी प्रकार दुर्ग-उधमपुर विशेष ट्रेन को लुधियाना जलंधर कैंट-पठानकोट कैंट के रास्ते चलाने के लिए मार्ग परिवर्तन किया गया है। जबकि तीन दिसंबर को उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन पठानकोट कैंट-जालंधर कैंट-लुधियाना के रास्ते चलाई जाएगी। इससे पहले एक दिसंबर को भी मुंबई सेंट्रल-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल और जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन को वाया ब्यास-तरनतारन-अमृतसर के रास्ते चलाया गया है। _________________ महाप्रबंधक ने की कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों के साथ एक कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक करके रेल सरंक्षा और ढांचागत कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिये। यहां नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के प्रधान कार्यालय बडौदा हाउस में महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर रेलवे के विभागाध्याक्षों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में विशेष रूप से संरक्षा और ढाँचागत कार्यों पर ध्यान केन्द्रित किया गया। गंगल ने कहा कि सभी क्षेत्रीय रेलों में अग्रणी उत्तर रेलवे ने मालभाड़ा लदान में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। उत्तर रेलवे ने नवम्बर 2020 तक 39.50 मिलियन टन मालभाड़ा का लदान किया है जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 21.73 फीसदी अधिक है। गंगल ने बताया कि इस वर्ष उत्तर रेलवे लदान और आय में भारतीय रेलवे पर पहले स्थान पर बनी हुई है। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को निर्देश दिये कि मालभाड़ा लदान की इस गति को कायम रखें और समयपालनबद्धता को संरक्षा को प्राथमिकता देते हुये 95 फीसदी तक बनाए रखें। उत्तर रेलवे ने अप्रैल से नवम्बर 2020 तक 39.50 मिलियन टन मालभाड़ा का लदान किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण उत्पन्न हुई परिचालनिक चुनौतियों का सामना करते हुए उत्तर रेलवे ने विभिन्न राज्यों में राशन की दुकानों पर खाद्यान की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने की में महत्वूपर्ण योगदान किया। महाप्रबंधक गंगल ने कहा कि उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। 03Dec-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें