शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020

जल व नदियों की परियोजनाओं को जल्द पूरा कराए सरकार

हरियाणा के सांसदों व विधायकों ने की जलशक्ति मंत्री शेखावत से मुलाकात हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। हरियाणा के लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों तथा राज्य के विधायकों ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय मंत्री से मुलाकात करते हुए हरियाणा के जनप्रतिनिधियों ने देश में जल की समस्या को लिए चलाई जा रही खासकर खेती की सिंचाई के लिए नदियों को जोड़ने और बांधों के निर्माण जैसी लंबित पड़ी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने की मांग की है। यहां नई दिल्ली में मंगलवार को श्रमशक्ति भवन में जल शक्ति मंत्रालय में हरियाणा के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों धर्मवीर सिंह, बृजेन्द्र सिंह, डी.पी. वत्स, रामचंद्र जांगडा, सांसद दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा राज्य के विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर जल परियोजनाओं को लेकर एक बैठक करके चर्चा की। इस बैठक में हरियाणा के सांसद एवं केंद्रीय जल शक्ति राज्य रतन लाल कटारिया भी शामिल रहे। इस दौरान हरियाणा के जनप्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने हर घर को नल से जल अभियान की तरह ही हर खेत में सिंचाई के लिए पानी को पूरा करने के संकल्प की बात की। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह सपना तभी पूरा होगा, जब नदियों को जोड़ने का कार्य जल्द पूरा किया जाए और प्रस्तावित बांधों का निर्माण होगा। केंद्रीय मंत्रियों को सांसदों ने सुझाव दिये कि पिछले दिनों जल शक्ति विभाग को राज्य से निकालकर कर केंद्र का विषय बनाने हेतु लोकसभा में विधेयक पारित किया गया, जिसे राज्यसभा में भी जल्द से जल्द पारित कराया जाना जरुरी है। इसी प्रकार चर्चा के दौरान कहा गया कि वर्ष 2014 में नेपाल के साथ शारदा व यमुना नदी को जोड़ने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन अभी तक इस पर कार्य नहीं हुआ। इस योजना पर जल्द काम शुरू करने की मांग की गई, ताकि इस योजना से उत्तराखंड, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र को जल्द से जल्द इसका पानी मिल सके। --जल्द हो बांधों का निर्माण-- केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से यमुना नदी पर प्रस्तावित तीन बांधों रेणुका, किसाउ और लखवाड का निर्माण जल्द करने की मांग की गई। इनमें से दो बांधों के लिए केंद्र व राज्यों के साथ करार भी हो चुका है। इन बांधों के निर्माण से दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल व राजस्थान को पानी मिल सकेगा। इन तीनों बांधों से सबसे ज्यादा पानी मिलने के कारण हरियाणा के किसानों को फायदा होगा। इसी प्रकार रावी-व्यास का सरप्लस पानी हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान को मिलना है, लेकिन एसवाईएल नहर के निर्माण में आ रही बाधा के कारण इसका कार्य नहीं हो पा रहा है, जिसमें केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करके इसके निर्माण कार्य को जल्द कराने की मांग की गई। हांसी-बुटाना नहर का भी लाभ नहीं केंद्रीय मंत्री शेखावत को सौंपे गये ज्ञापन में हरियाणा के जनप्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि हांसी-बुटाना नहर का कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन उसे मुख्य नहर से जोड़ना बाकी है। इसलिए हरियाणा को पानी मुहैया कराने के लिए इस कार्य को जल्द पूरा कराने की मांग की गई। वहीं पंजाब की नदियों का पाकिस्तान जा रहे पानी की रोकथाम के लिए कंडी परियोजना को जल्द पूरा कराने की भी मांग की गई है। 16Dec-2020

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें