गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

कोरोना संकट: रेलवे का माल लदान उच्च स्तर पर बरकरार

नवंबर माह में रेलवे ने की 10657.66 करोड़ रुपये की कमाई हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेलवे ने माल लदान व ढुलाई को मिशन मोड़ पर शुरू करके जहां उच्चतम माल लदान किया है, वहीं इसके कारण रेलवे की आय में भी उच्च स्तर पर बढ़ोतरी हो रही है। मसलन बीते नवंबर माह में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले माल लदान में नौ प्रतिशत ज्यादा की वृद्धि दर्ज की है। रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे के लिए नवंबर 2020 के महीने में कमाई और लोडिंग के मामले में माल ढुलाई के उच्च स्तर को बनाए रखना जारी है। कोरोना काल के दौरान भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई को मिशन मोड़ पर शुरू किया था, जिसके नतीजे रेलवे की आय बढ़ाने के लिहाज से भी सकात्मक आ रहे हैं। यही कारण हे कि भारतीय रेलवे का नवंबर 2020 के महीने के लिए माल लदान पिछले वर्ष किये गये माल लदान और इसी अवधि के लिए राजस्व को भी पार गया है। रेलवे के अनुसार नवंबर 2020 के महीने में भारतीय रेलवे का लोड 109.68 मिलियन टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि यानि नवंबर 2019 के 100.96 मिलियन टन लदान की तुलना में 9 फीसदी अधिक है और भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई से 10657.66 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की कमाई 10207.87 करोड़ रुपये की तुलना में 449.79 करोड़ रुपये यानि 4 फीसदी अधिक है। बीते माह नवंबर 2020 के महीने में भारतीय रेलवे फ्रेट के 109.68 मिलियन टन माल लदान में 48.48 मिलियन टन कोयला,13.77 मिलियन टन लौह अयस्क, 5.1 मिलियन टन खाद्यान्न, 5.41 मिलियन टन उर्वरक और 6.62 मिलियन टन सीमेंट (क्लिंकर को छोड़कर) शामिल है। रेलवे के अनुसार इस अवधि के दौरान नवंबर 2020 में प्रति दिन औसत वैगन लोडिंग 58,726 है जो अक्टूबर 2020 (56,128 वैगन) की तुलना में 4.6 फीसदी अधिक है। रेलवे का दावा है कि त्योहार की छुट्टियों और चक्रवात निवार के कारण माल लदान के प्रभावित होने के बावजूद भारतीय रेलवे ने पिछले तीन महीनों यानि अक्टूबर में 15 फीसदी, सितंबर में 15 फीसदी लगातार आर्थिक सुधार का सुझाव देते हुए माल ढुलाई में प्रभावशाली आंकड़े दर्ज करना जारी रखा है। गौरतलब है कि रेलवे फ्रेट आवाजाही को बहुत ही आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेलवे में कई रियायतें और छूट दी जा रही हैं। रेलवे माल ढुलाई आवाजाही में सुधार को संस्थागत रूप देगा, जिसमें आगामी शून्य आधारित टाइम टेबल को शामिल किया जाएगा। भारतीय रेलवे ने कोविड-19 के समय का उपयोग अपनी सभी चौतरफा दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया है। 03Dec-2020

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