बुधवार, 30 दिसंबर 2020

रेलवे ने 28 किलोमीटर तक ट्रैक पर दौड़ाई 125 किमी प्रतिघंटा की गति से ट्रेन

मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने किया देवबंद-टपरी दोहरीकृत रेल सेक्शन का निरीक्षण हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। उत्तर रेलवे ने दिल्ली मंडल के 28 किलोमीटर लम्बे देवबंद-टपरी रेल सेक्शन के दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने इस रेल सेक्शन का गहन निरीक्षण किया और 125 किमी प्रतिघंटा की गति से ट्रेन दौड़ाकर परीक्षण किया। उत्तर रेलवे ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त शैलेश पाठक ने देवबंद-टपरी दोहरीकृत का काम पूरा होने के बाद इस निरीक्षण के दौरान रेलपथ, पुलों और सिगनल कार्यों की गुणवत्ता की भी परख की, जिसमें उन्होंने संतुष्टि जाहिर करते हुए सराहना भी की। इस दौरान इस रेल सेक्शन पर 125 किलोमीटर प्रति घंटा गतिसीमा पर रेल परिचालन की गुणवत्ता का भी परीक्षण किया। रेलवे के अनुसार मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने 110 किलोमीटर प्रति घंटा पर रेलपथ की फिटनेस को प्राधिकृत किया है, चूँकि कुछ फिनिशिंग कार्य अभी चल रहे हैं अत: बिजली के इंजनों के लिए इस रेल सेक्शन पर गति सीमा कुछ दिनों के लिए 75 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इस रेल सेक्शन के दोहरीकृत हो जाने से समूचा दिल्ली-ग़ाज़ियाबाद-मेरठ-सहारनपुर रेल मार्ग दोहरीकृत हो गया है। इस दोहरीकृत रेल सेक्शन से न केवल यात्रा-समय में कमी आयेगी बल्कि इकहरी रेल लाइन होने के कारण रेलगाड़ियों को चलने के लिए पास न मिलने की बाधा भी समाप्त हो जायेगी तथा अब दोहरीकृत रेल लाइन पर रेलगाडियों का निर्बाध संचलन हो सकेगा। उत्तर रेलवे अपनी रेलयात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। ----रेल परिचालन की बढ़ेगी क्षमता: उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि देवबन्द-टपरी रेल सेक्शन के दोहरीकरण का कार्य पूरा करने के लिए 18 दिसंबर से इस कार्य को अंतिम रुप देने के लिए आस-पास की जनता को इस रेलवे लाइन के आसपास न आने के लिए सतर्क किया था और फाटकों से फाटकों से आने-जाने के दौरान अधिक सावधानी बरतने की अपील की थी, जिसमें रेलवे लाईन को पार करने हेतु उस पर बने हुए उपरगामी सेतु या अधोगामी सेतु का उपयोग अधिक से अधिक करने की सलाह जारी की थी, क्योंकि इस दौरान रेलवे की विभिन्न प्रकार की मशीनों एवं इंजनों द्वारा लाईनों पर स्पीड निरीक्षण का कार्य करने की तैयारी में बाधा उत्पन्न न हो। इस दोहरीकृत रेल सेक्शन पर मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण और रेल स्पीड़ के परीक्षण के मद्देनजर इस संबंध में रेलवे एवं राज्य सरकार के अधिकारियों के मध्य लगातार सामंजस्य बनाए रखा गया। इस रेल दोहरीकरण कार्य से इस क्षेत्र के आम जनता को रेलवे यातायात संबंधी सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी एवं रेल परिचालन को समय से चलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वहीं इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी इस दोहरीकरण कार्य का साकारात्मक लाभ होगा। 25Dec-2020

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