शनिवार, 19 दिसंबर 2020

सात समंदर पार तक हो रही है नमामि गंगे मिशन की गूंज

इंटरनेशनल बैंक के जेवियर शॉवेट ने की स्वच्छता के लिए भारत की सराहना हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। भारत में नमामि गंगे मिशन और स्वच्छता के लिए जारी प्रयासों की इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट में वरिष्ठ जल एवं स्वच्छता विशेषज्ञ जेवियर शॉवेट डि बीयुशेने ने जमकर तारीफ की है। इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि देश में गंगा एवं सहायक नदियों के कायाकल्प और स्वच्छता अभियान में अमेरिकी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर अपनी अनूठी अवसंरचना विकास की रणनीतियों तक भारतीय बाजार में नवीन तकनीक और समाधानों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ भागीदारी कर रही हैं। दरअसल यहां नई दिल्ली से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के चल रहे वर्चुअल 5वें भारत जल प्रभाव शिखर सम्मेलन के दौरान जल प्रबंधन और संरक्षण जैसे मुद्दों पर मंथन के दौरान एक सत्र में जहां अमेरिका में वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास के आर्थिक मंत्री डॉ. रवि कोटा ने कहा कि जल क्षेत्र के लिए भारत को डिजिटली मजबूत बनाने में अमेरिका एक बड़ा सहयोगी हो सकता है। वहीं इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट में वरिष्ठ जल एवं स्वच्छता विशेषज्ञ जेवियर शॉवेट डि बीयुशेने ने इस दिशा में भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बैंक को भारत में किए गए सभी कार्यों को लेकर गर्व है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले तक किसी ने नहीं सोचा था कि भारत में 55 करोड़ आबादी खुले में शौच करना बंद कर देगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दृष्टिकोण में सिर्फ अवसंरचना विकास पर फोकस में लोगों के साथ काम करने और व्यवहारिक बदलाव लाने तक व्यापक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कई कार्य प्रगति में हैं, लेकिन यह एक अच्छी शुरुआत है। इसी प्रकार मैरीलैंड के पर्यावरण सचिव बेन ग्रम्बल ने राष्ट्रों के एक दूसरे के अनुभवों से सीखने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जल की ‘समानता’ काफी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह दिलचस्प है कि वास्वत में भारत ने भी सभी को समान जल वितरण के लक्ष्य के साथ ‘जल जीवन मिशन’ का शुभारम्भ किया है, जो एक सराहनीय कदम है। वहीं ब्लैकस्टोन इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप एंड बोर्ड की वरिष्ठ सलाहकार ऊषा राव मोनारी ने थेम्स नदी की सफाई के मामले को प्रस्तुत करते हुए कहा कि नीति और वित्त के बेहतर मिश्रण से नदी की प्रभावी सफाई संभव हुई है। यह उल्लेखनीय है कि नमामि गंगे मिशन के साथ नीति और वित्त की दोनों विशेषताएं जुड़ी हुई हैं। ---अंतर्राष्ट्रीय मान्यता पर मिशन ने जताई खुशी--- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) और गंगा नदी बेसिन प्रबंधन और अध्ययन केन्द्र (सीगंगा) के द्वारा 5वीं इंडिया वाटर इम्पैक्ट समिट के तहत इस चर्चा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर विदेशी विशेषज्ञों की टिप्पणियों को लेकर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि नमामि गंगे और स्वच्छता के लिए हमारे प्रयासों को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है। उन्होंने नमामि गंगे मिशन की सफलता का श्रेय अपनी टीम, स्वयंसेवकों, शिक्षाविदों और स्वयं सेवी संस्थाओं को दिया, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के तहत और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में गंगा तथा उसकी सहायक नदियों की सफाई के लक्ष्य पर निरंतर काम कर रहे हैं। 15Dec-2020

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