बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

कोरोना संकट पर भारी पड़ी सड़क परियोजनाएं!

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पिछले छह माह में देश में हुआ 3951 किमी सड़कों का निर्माण परियोजनाओं में हर दिन बनी औसतन 21.60 किमी सड़कें
नई दिल्ली। वैश्विक कोरोना वायरस महामारी जैसे संकट के बावजूद देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए चलाई जा रही सड़क परियोजनाओं की रफ्तार जारी रही और मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले छह माह में देश में 3951 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया गया। इस संकट के दौर में भी प्रतिदिन 21.60 किमी लंबी दर से सड़को का निर्माण दर्ज किया गया। देश में मार्च के अंतिम सप्ताह में कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन शुरू हो गया था, जिसमें कोरोना महामारी के बीच देश की आर्थिक और विकास की गतिविधियां लगातार जारी रही। अनलॉक का दौर शुरू होने के बाद इन गतिविधियों में ज्यादा तेजी आई, लेकिन इन कठिनाईयों के बावजूद देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में चलाई जा रही सड़क परियोजनाएं कोरोना संकट पर भारी रही। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मंत्रालय ने 11 हजार किमी सड़कों का लक्ष्य निर्धारित किया है। कोरोना महामारी के संकट में यह लक्ष्य कठिनाईयों के बीच चुनौतीपूर्ण है, लेकिन वर्ष 2020-21 के पहले छह महीनों यानि अप्रैल से सितंबर के बीच देश में 3951 किलोमीटर लम्‍बी सड़कों का निर्माण किया। जहां तक सड़क निर्माण की गति का सवाल है उसमें मंत्रालय ने दावा किया है कि कोविड-19 के कारण हुई कठिनाइयों के बावजूद प्रति दिन 21.60 किलोमीटर सड़क निर्माण की गति हासिल की है। मंत्रालय ने कोरोना काल में रोजगार सृजन के बारे में बताया कि जाहिर है कि कोरोना की चुनौतियों के बीच जब देश में सड़को का निर्माण हुआ तो हजारों लोगों को रोजगार मिलना भी तय है। वहीं किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का आधार बुनियादी ढांचे को विकसित करना है, जिसके लिए सड़क परियोजनाओं का कार्यान्वयन निरंतर जारी रहा है। -------------------------------- पटरी पर उतारी गई 40 सड़क परियोजनाएं दूसरी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानि एनएचएआई के अनुसार मौजूदा वित्तीय वर्ष 2020-21 के पहले छह माह में अप्रैल से सितंबर के बीच कोरोना संकट के बावजूद पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में इस समान अवधि के दौरान 60 फीसदी ज्यादा सड़क परियोजनाओं का अवार्ड करके पटरी पर उतारा गया है। एनएचएआई के अनुसार पिछले छह माह में 47,289 करोड़ रुपये की लागत से 1330 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण करने के लिए 40 सड़क परियोजनाओं को अवार्ड किया गया। खासबात ये है कि ऐसे संकट के दौरान पिछले तीन साल में यह सबसे ज्यादा लंबी सड़कों के निमारण के लिए परियोजनाएं अवार्ड की गई। पिछले तीन साल में सर्वाधिक अवार्ड मसलन चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अब तक प्रदान की गई परियोजनाएं वित्त वर्ष 2019-20 में दी गई 828 किलोमीटर की 1.6 गुना और इसी अवधि के दौरान वित्त वर्ष 2018-19 में दी गई 373 किलोमीटर की 3.5 गुना अधिक हैं। एनएचएआई के अनुसार इन अवार्ड की गई परियोजनाओं के लिए एनएचएआई ने पहले से ही भूमि अधिग्रहण, एक्शन यूटिलिटीज शिफ्टिंग के 80 से 90 प्रतिशत तक पूरा कर लिया है और विभिन्न वन और पर्यावरण अधिकारियों से आवश्यक मंजूरी प्राप्त कर ली है। एनएचएआई ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 4500 किमी की परियोजनाओं को पुरस्कृत करने का लक्ष्य रखा है, जिसके बढ़ाए जाने की संभावना भी है। कोरोना काल में बदली रणनीतियां एनएचएआई ने दावा किया है कि प्राधिकरण ने अतीत में रियायत पाने वालों, ठेकेदारों एवं सलाहकारों की मदद करने के लिए समय-समय पर कई ठोस कदम उठाये हैं। मसलन एनएचएआई ने मार्च 2020 में ऑनलाइन भुगतान के जरिए 10 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि लॉकडाउन के दौरान कार्यालय बंद रहने की वजह से कोई भी भुगतान लंबित न रहे। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एनएचएआई ने वेंडरों को 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि का भुगतान किया। प्राधिकरण ने कहा कि इस किस्म के कदमों का सड़क क्षेत्र के विकास में सकारात्मक असर हुआ है। 11Oct-2020

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