शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

जनजातीय उत्पादों को मिला ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस

छत्तीसगढ़ के जनजातीय कारीगरों के उत्पादों को भी किया गया शामिल

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

कोरोना महामारी से प्रभावित जनजातीय लोगों के सामाजिक और आर्थिक विकास और आदिवासी क्षेत्रों के कारीगरों व दस्तकारों के उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के उपाय किये जा रहे हैं। इसी दिशा में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस का शुभारंभ किया गया, ताकि भारत का सबसे बड़ा हस्तशि​ल्प और जैविक उत्पाद बाजार, ट्राइब्स इंडिया ई मार्केटप्लेस, जनजातीय जीवन तथा आजीविका को बदला जा सके।

केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर भारत का सबसे बड़ा हस्तशि​ल्प और जैविक उत्पाद बाजार, ट्राइब्स इंडिया ई मार्केटप्लेस, जनजातीय जीवन तथा आजीविका को बदलने की दिशा में जनजातीय लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के मुख्य उददेश्य को नई पहल को कार्यान्वित किया। प्रधानमंत्री के भारत को आत्मनिर्भर बनाने की परिकल्पना की दिशा में ट्राईफेड के एक नया कदम के तहत ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस का ऑनलाइन शुभारंभ किया। यह देश भर के जनजातीय उद्यमों की उपज एवं हस्तशिल्प कलाकृतियों का प्रदर्शन करने वाली और उन्हें अपने उत्पादों को सीधे बाजार में लाने में मदद करने वाली यह पथ प्रदर्शक पहल होगी और जनजातीय, वाणिज्य के डिजिटलीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस के वर्चुअल उद्घाटन समारोह में केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण उद्योग मंत्री रूद्र कुमार और जनजातीय कार्यमंत्रालय के सचिव दीपक खांडेकर के अलावा ट्राईफेड के अध्यक्ष रमेश चंद मीणा, ट्राईफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण और मंत्रालय और ट्राईफेड के वरिष्ठ अधिकारी भी ऑनलाइन शामिल हुए

छत्तीसगढ़ के जनजातीय उत्पाद पेश

गांधी जयंती यानि शुक्रवार कसे ट्राइब्स इंडिया ने छत्तीसगढ़ के जनजातीय कारीगरों द्वारा बनाए गए आकर्षक हस्तशिल्प उत्पादों और सजावटी वस्तुओं को भी पेश किया है। कोरिया प्रोड्यूसर्स कंपनी के हल्दी तेल(टर्मेरिक ऑयल), गंजनी तेल(सिट्रोनेला ऑयल), लेमनग्रास तथा पामरोजा तेल, सुकमा जिला आजीविका मिशन द्वारा उत्पादित इमली चस्का तथा हल्दी पाउडर और छत्तीसगढ़ सिल्क फेडरेशन द्वारा निर्मित ऊनी तथा सूती कालीन अब ट्राइब्स इंडिया के प्रभावशाली उत्पाद श्रृंखला का हिस्सा होंगे, जोकि बिक्री केंद्रों और ई-मार्केटप्लेस दोनों पर उपलब्ध होंगे। अमेजन का समर्थन और विशेषज्ञता ट्राइब्स इंडिया से जुड़े हजारों कारीगरों और बुनकरों को सशक्त बनाने में मदद करेगी और इस प्रकार हमारे देश की जनजातीय आबादी के लिए आजीविका सुनिश्चित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

कोलकाता व ऋषिकेश में नए बिक्री केंद्र शुरू

इस मौके पर जनजातीय उत्पादों को बाजार मुहैया कराने की दिशा में देश में ट्राइब्स इंडिया के बिक्री केंद्रों की संख्या 124 हो गई है। गांधी जयंती के के मौके पर इस दिशा में ट्राइब्स के 123वें बिक्री केंद्र का ऋषिके, उत्तराखंड में और 124वें बिक्री केंद्र का कोलकाता, पश्चिम बंगाल में शुभारंभ किया गया। इन पहलों के अलावा ट्राइब्स इंडिया उत्पादों में झारखंड राज्य तथा छत्तीसगढ़ राज्य की दो नई जनजातीय उत्पाद श्रृंखलाएं भी शामिल की गईं। झारखंड के पाकुड़ जिले के संथाल और पहाड़िया जनजातीय समुदाय के सदस्यों द्वारा संग्रहित अपने स्वयं के मल्टी फ्लोरल हनी, फॉरेस्ट फ्रेश भी अब ट्राईफेड तथा ट्राइब्स इंडिया बिक्री केंद्रों पर उपलब्ध होंगे। मसलन छत्तीसगढ़ व झारखंड राज्य के नए जनजातीय उत्पादों को शामिल करके अमेजन के साथ उनके विक्रेता फ्लेक्स कार्यक्रम में ट्राईफेड और ट्राइब्स इंडिया की साझेदारी शुरू की गई। यह प्लेटफॉर्म लघु वनोपजों तथा औषधीय पौधों पर निर्भर जनजातीय समुदाय के सदस्यों को बड़े खरीदारों और निर्माताओं से जोड़कर बी2बी व्यापार की सुविधा भी प्रदान करेगा।

03Oct-2020

 


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