बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

हरियाणा से डेयरी व खाद्य उत्पाद लेकर बांग्लादेश गई मालगाड़ी

दिल्ली रेलवे मंडल को मिला 24.20 लाख से ज्यादा का राजस्व हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने आमदनी बढ़ाने के लिए मालगाड़ियों में माल लदान और ढुलाई को मिशन मोड पर तेज किया है। इसी रणनीति के तहत पहली बार उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने बांग्लादेश की मांग पर डेयरी और खाद्य उत्पादों से लदी एक मालगाड़ी को हरियाणा के दीवाना स्टेशन से बांग्लादेश के लिए रवाना किया है। इन रैकों के लदान से दिल्ली रेल मंडल को 24,20,415 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। उत्तर एवं उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे के माध्यम से मालभाड़ा यातायात की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए मुख्यालय के साथ-साथ मंडल स्तर पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटें गठित की गयी हैं। दिल्ली मंडल की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों के फलस्वरूप मंडल ने हरियाणा के दीवाना से बंगलादेश के बेनापोल तक के लिए आठ अक्टूबर को 20 वीपी+1 एसएलआर के पीसीईटी रैक वाली मांग आधारित एक मालगाड़ी भिजवाई, जिसमें मांग आधारित डेयरी और खाद्य पदार्थों का लदान किया गया। यह पहला मौका है जब दिल्ली मंडल ने इस तरह का मांग आधारित रैक बांग्लादेश भेजकर 24,20,415/- रुपये का राजस्व अर्जित किया है। महाप्रबंधक ने कहा कि रेलवे अपने परम्परागत तरीकों के अलावा अन्य माध्यमों से राजस्व प्राप्ति के अपने प्रयास अनवरत जारी रखेगी । ------------------ समर्पित गलियारे में यार्डो के सुधार पर चर्चा उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक चौधरी ने प्रधान कार्यालय बडौदा हाउस, नई दिल्ली में डेडिकेटिड फ्रेट कोरिडोर के प्रबंधक निदेशक के साथ एक बैठक में चर्चा करके यार्ड़ों का सुधार, उपयोगिता आधारित बदलाव, रोड-ओवर और रोड-अंडर-ब्रिजों और परियोजनाओं से सम्बन्धित समय सीमा पर विशेष बल दिया गया। इस बैठक में उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डीएफसीसीएल के अधिकारी भी शामिल हुए। चौधरी ने कहा कि यार्डों में सुधार, रोड-ओवर-ब्रिज/रोड-अंडर-ब्रिजों के निर्माण तथा रेलवे फाटकों को हटाये जाने से निश्चित ही संरक्षा में सुधार आयेगा। इसलिए इनसे सम्बन्धित कार्यों को यथाशीघ्र समय पर पूर्ण किया जाये। उन्होंने जोन पर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और ढाँचागत सुधार, विश्वास का वातावरण बनाने और ग्राहकों के बीच सहयोग और आत्मविश्वास बढाने पर भी बल दिया। उन्हों विभागाध्यक्षों से कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के लिए कहा ताकि परियोजनाएं समय से पूरी हो सकें। इससे ने केवल रेलवे की मदद होगी बल्कि परियोजना पर आने वाली अतिरिक्त लागत भी बचेगी तथा परियोजनाओं को समय पर जनता के लिए समर्पित किया जा सकेगा। 10Oct-2020

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